उत्तराखंड की विस्तृत खबर (21 जुलाई) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 21 जुलाई 2014

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (21 जुलाई)

हरीश रावत की अग्निपरीक्षा तो भाजपा के लिए साख की लड़ाई बना उपचुनाव

देहरादून, 21 जुलाई  (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखंड की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए सोमवार को वोटिंग हो चुकी है, तीनों विधानसभा के प्रत्याशियों का भविष्य इवीएम में लाँक हो चुका है। इस चुनाव के नतीजों पर राज्य की कांग्रेस सरकार का भविष्य टिका है।वहीं भाजपा के लिये भी यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। धारचूला, डोईवाला और सोमेश्वर सीटों पर हो रहे चुनाव विधानसभा का समीकरण बदल सकते हैं, इस उप चुनाव की मतगणना 25 जुलाई को होनी है। मुख्यमंत्री के अनुसार उनके लिए इस लिए भी महत्वपूर्ण हैं कि जनता उनकी सरकार के छह माह के कार्यकाल को किस रूप में लेती है यह चुनाव परिणामों से साफ होगा। वैसे इस उप चुनाव पर 19 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 288538 मतदाताओं को करना है। जिनमें डोईवाला से 127973, धारचूला में 79505 तथा सोमेश्वर में 81060 मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना है।  इस चुनाव के परिणाम से राज्य विधान सभा में भी समीकरण बदलेंगे ऐसा राजनैतिक प्रेक्षकों का मानना है। प्रदेश में अभी तक डोईवाला और सोमेश्वर सीट बीजेपी के पास थी, जबकि धारचूला कांग्रेस के पास। इससे कांग्रेस के विधायकों की संख्या 33 और बीजेपी की संख्या 30 थी। लेकिन उपचुनाव में यदि तीनों सीट कांग्रेस जीत जाती है, तो उसके 35 विधायक हो जाएंगे और बीजेपी के 28 रह जाएंगे। इस तरह बीजेपी-कांग्रेस के विधायकों की संख्या में गैप बढ़ जाएगा। अभी निर्दलियों के सहारे चल रही कांग्रेस सरकार भी मजबूत स्थिति में आ जाएगी। यदि तीनों सीट बीजेपी के पास आ जाती है, तो उसकी संख्या 31 और कांग्रेस के विधायकों की संख्या 32 रह जाएगी इस लिहाज से राज्य विधानसभा कांग्रेस सदस्यों में आपसी गुटबाजी व जोड़-तोड़ की गणित क्या गुल खिलायेगी यह भ्ज्ञी चुनाव परिणाम पर निर्भर है।  वहीं चुनाव के परिणाम व उसके बाद होने वाले राजनीतिक खतरे को भांपते हुए जहां मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विधायकों की घेराबन्दी शुरू कर दी है वहीं विजय बहुगुणा गुट के नेता भी मुख्यमंत्री को परेशान किये हुए हैं आये दिन मुख्यमंत्री की शिकायतों को लेकर दिल्ली दरबार में दस्तक देना और दबाव की राजनीति करना इनका शगल रहा है। वैसे भी लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के बाद बीजेपी ने निर्दलियों के सहारे चल रही सरकार को गिराने की कोशिश तेज कर दी थी, जिसमें अहम भूमिका कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेता सतपाल महाराज ने ही निभाई। लेकिन तब रावत ने निर्दलीय विधायकों को पद बांटकर सरकार बचा ली। लेकिन इस उपचुनाव के नतीजे तय करेंगे कि सरकार पर खतरा बढ़ेगा या टलेगा। वैसे सत्ता के गलियारों में ‘‘आल इज वैल‘‘ की बात तो चल रही है लेकिन कितना ‘‘आल इज वैल‘‘ है यह कोई भी बताने को तैयार नहीं है। पंचायत चुनावों में जीत की खुशी के बीच हालांकि कांग्रेस का यह दावा है कि वह तीन विधानसभा सीटों में से कम से कम दो सीट पाने की उम्मीद पाले हुए है। कांग्रेस के कई कद्दावर नेताओं का मानना है कि यदि तीनों सीट नहीं भी आई तो दो सीटें तो आ रही हैं। क्योंकि हाल ही में प्रदेश में सम्पन्न हुए पंचायत चुनाव के नतीजे भी कांग्रेस का उत्साह बढ़ा रहे है। इसमें लोकसभा की सारी सीटें जीतने वाली बीजेपी को कांग्रेस के हाथों मात खानी पड़ी है ऐसा कांग्रेसियों का दावा है क्योंकि पचायत चुनाव पार्टी चिन्ह पर नहीं होते हंै लेकिन पार्टी को पता होता है इसका कौन सा प्रत्याशी उसका कार्यकर्ता है। उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच हुए इस उप चुनाव में मतदान कितने लोग करते हैं काफी हद तक चुनाव के परिणाम इस पर भी निर्भर करेंगे। इस उपचुनाव की खास बात यह रही कि यहां तीनों सीटों पर होने वाले चुनाव में सीधा मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच ही है। जहां तक धारचूला की बात की जाय तो पूर्व कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने मुख्यमंत्री के लिए यह सीट खाली की थी। वहीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दो विधायकों के सांसद चुने जाने के कारण डोईवाला और सोमेश्वर खाली हुई। डोईवाला से पूर्व मुख्यमंत्री ‘‘निशक‘‘ और सोमेश्वर से अजय टम्टा विधायक थे। कुल मिलाकर तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है। धारचूला में मुख्यमंत्री हरीश रावत के सामने बीजेपी के बीडी जोशी हैं तो डोईवाला में पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का सामना कर रहे हैं। जबकि सोमेश्वर (सुरक्षित) में हाल में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुईं रेखा आर्या का मुकाबला मोहन लाल आर्या से हो रहा है।

डोईवाला सीट पर हुये मतदान सम्पन्न

देहरादून, 21 जुलाई (निस)। 23-डोईवाला विधान सभा उपनिर्वाचन 2014 की मतगणना को निष्पक्ष एवं निर्विघन रूप से सम्पादित करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी देहरादून चन्द्रेश कुमार द्वारा आज डोईवाला औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान में बनाये जा रहे स्ट्रंाग रूम का निरीक्षण कर वहां की जा रही व्यवस्थाओं को समय से पूरा करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होने निर्देश दिये है कि मतगणना हाल में मतगणना हेतु 14 टेबिल लगाई जायेगी तथा 15 टेविल आर. ओ. टेबल होगी जिसके लिए बैरिकेटिग की व्यवस्था ठीक तरह से होनी चाहिए तथा मतगणना हाल में पंखे एवं कुलर की पर्याप्त व्यवस्था की जाय । उन्होने यह भी निर्देश दिये है कि ई.वी.एम. मशीनों के लिए बनाये गये स्ट्रागं रूम के बाहर सी.सी. टी.वी. कैमरा लगाया जाय तथा ई.वी.एम. की सुरक्षा के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल लगाया जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि स्ी.सी. टी.वी. मौनिटर कक्ष में जो भी र्पाअी प्रत्याशी आये, उनसे आगन्तुक पंजिका में हस्ताक्षर कराये जाय। जिला निर्वाचन अधिकारी /जिलाधिकारी द्वारा डोईवाला क्षेत्र के संवेदनशील बूथों का निरीक्षण कर वहां हो रहे मतदान का जायजा लिया। उन्होने छोटी भनियावाला, अठूरवाला, रानीपोखरी के कई मतदान केन्द्रो का निरीक्षण किया तथा वहां हो रहे मतदान प्रतिशत की जानकारी लेते हुए सम्बन्धित पीठासीन अधिकारियों को निर्देश दिये कि मतदान में किसी प्रकार की कोई गडबडी नही होनी चाहिए तथा किसी प्रकार की कोई दिक्कत एवं समस्या है तो तत्काल उन्हे अवगत करा दें। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि आयोग द्वारा निर्धारित समय 6 बजे ठीक मतदान केन्द्र का मैन गेट बन्द करते हुए मतदाताओं को लाईन में करते हुए अन्तिम मतदाता को एक नम्बर की पर्ची दी जाय तथा 6 बजे के बाद किसी को भी मतदान केन्द्र में न आने दें जो मतदाता मतदान केन्द्र में 6 बजे तक पहंुच गये है उन सभी को मतदान कराने के निर्देश दिये। जिला निर्वाचन अधिकारी ने यह भी अवगत कराया है कि डोईवाला विधान सभा उप निर्वाचन शान्ति पूर्ण ढंग से चल रहा है कही से किसी प्रकार की कोई गडबडी एवं कोई शिकायत प्राप्त नही हुई है। इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक ओम प्रकाश बकोरिया एवं प्रेक्षक समीर कुमार झा द्वारा डोईवाला विधान सभा क्षेत्र के कई मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर वहां हो रहे मतदान का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ उप जिला निर्वाचन अधिकारी सोनिका, प्रशिक्षु आई.ए.एस. सुश्री वन्दना, अपर जिलाधिकारी वित एवं राजस्व प्रताप शाह, आर.ओ. डोईवाला पी.सी. दुम्का, ए.आर.ओ. डोईवाला डा. रोजेश नेगी सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे ।

भयकंर जाम से जूझती नजर आई राजधानी 

देहरादून, 21 जुलाई (निस)। सोमवार को राजधानी कई क्षेत्रों में भयंकर जाम से जूझती नजर आई। हैरानी की बात यह रही कि यातयात व्यवस्था संभालने के लिये कई क्षेत्रांे में यातयात पुलिस कहीं दिखायी तक नहीं दी। सोमवार का दिन दूनवासियों के परेशानियों के साथ शुरू हुआ। पटेलनगर से सहारनपुर चैक, सहारनपुर चैक से प्रिंस चैक, गांधी रोड, दर्शन लाल चैक, घंटाघर, राजपुर रोड, बल्लूपुर चैक, चकराता रोड आदि स्थानों पर भीषण जाम के कारण वाहन रेंग-रेंग कर चलते देखे जा सकते थे। वहीं प्रेमनगर में बीच सड़क वाहन खराब होने के चलते प्रेमनगर से लेकर बल्लूपुर चैक तक भयकंर जाम देखने को मिला। इन सभी स्थानो पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारे यह बताने के लिये काफी थी कि इस जाम से निपटने के लिये पुलिस और यातयात पुलिस कहीं भी नहीं थी, वाहन चालको को अपने गंतव्य तक पंहुचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सड़कांे पर यातयात व्यवस्था इस कदर चरमराई हुई थी कि यदि वाहन चालक किसी शार्टकट से अपने वाहन निकालने के लिये कोशिश कर रहे थे तो वहां भी जाम लगा हुआ था। यातयात व्यवस्था संभालने के लिये कई क्षेत्रों में यातयात पुलिस दिखायी नहीं दी। हालांकि जिन स्थानों पर यातयात व्यवस्था संभालने के लिये पुलिस दिख भी रही थी तो वहां भी उनके हाथ पांव फूले नजर आ रहे थे। वाहन चालकों को सोमवार को बेहद ही परेशानियों से होकर गुजरना पड़ा।

कांग्रेस को मिल रहा समर्थन: कांग्रेस

देहरादून,  21 जुलाई (निस)। विधानसभा के लिए हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस को जनता के ओर से मिल रहे समर्थन से पार्टी तीनों विधानसभा सीटों पर जीत के प्रति आश्वस्त है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने सोमेश्वर एवं धारचूला सीटों पर निरन्तर सम्पर्क रख मतदान स्थिति की जानकारी ली और स्वयं डोईवाला विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के उत्साहवर्द्धन के लिए मौजूद रहे। सुबह से थोडा धीमी गति से बढ़ते मतदान के बावजूद डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के जादातर ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस के प्रति अच्छे रूझान देखने को मिले हैं। पार्टी के अने कबूथो पर बहुत अच्छी संख्या में मतदाताओं ने कांग्रेस के द्वारा क्षेत्र की अनेक लम्बित योजनाओं केा स्वीकार किये जाने पर प्रशन्नता जताते हुए बड़ी संख्या में वोट डालने का निर्णय लिया था। पार्टी मुख्यालय में सोमेश्वर एवं धारचूला से मिल नही ंसूचनायें भी उत्साहवर्द्धक हैं। जहां एक ओर धारचूला में मुख्यमंत्री जी की सीट पर कांग्रेस के पक्ष में अच्छे मतदान से जीत सुनिश्चित रही है वहीं सोमेश्वर में सारे विरोधी और दुःष्प्रचार के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे मनोबल के साथ पार्टी प्रत्याशी की जीत सुनिश्चिम करने में जुटे रहे।

बोलेरो विक्रम की टक्कर में चार घायल

ऋषिकेश, 21 जुलाई (निस)। ऋषिकेश हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर श्यामपुर फाटक के पास तेज रफ्तार  बोलेरो औेर विक्रम की टक्कर मे चार लोग घायल हो गए। जिन्हे स्थानीय लोगो की सूचना पर पहुंची 108 एंबुलेंस सेवा ने अस्पताल पहुंचाया। जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताइ जा रही है। घायलो में दो उ.प्र. के रहने वाले हेैं। पुलिस के मुताबिक एक विक्रम रायवाला से सवारियां भरकर ऋषिकेश की ओर आ रहा था। श्यामपुर फाटक के पास हाईवे पर सामने से आ रही तेज रफ्तार बोलेरो से उसकी टक्कर हो गई। हादसे मंे विक्रम सवार जीतपाल 20 वर्ष पुत्र क्षेत्रपाल निवासी रायपुर यूपी प्रीतम 28 वर्ष पुत्र हजारी सिंह निवासी मुरादाबाद यूपी दिवाकर कोठारी 18 वर्ष पुत्र सोम्बारी दत्त निवासी साहबनगर छिददरवाला ओैर संजय शर्मा 17 वर्ष पुत्र वीरेन्द्र शर्मा निवासी नेपाली फार्म जख्मी हो गए। स्थानीय लोगो ने घटना की जानकारी 108 सेवा को दी। मौके पर आई एंबुलेंस ने घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जहां डाक्टरो ने सभी की हालत खतरे से बाहर बताई है।

जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री का फूंका पुतला

ऋषिकेश, 21 जुलाई (हि.स.)। जम्मू कश्मीर मे अमरनाथ यात्रा बेस कैंप बालटालम विवाद के बाद लंगरो केा नुकसान पहुंचाने पर हिंदू जागरण मंच ने प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओ ने जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला का पुतला फूंका। हरिद्वार मार्ग पुरानी चुंगी पर मंच कार्यकर्ताओ ने एकत्रित होकर उमर अब्दुूल्ला सरकार की निदंा कीं आरोप है कि मोैके पर मौजूद पुलिस प्रशासन मूक बना रहा यात्रियांे से अभद्रता की जाती रहीं आरोप है कि इस दौेरान दहशत गर्दों ने अमरनाथ यात्रियो को ही निशाना बनाकर वाहनों मे तोडफोड की उन्होने घटना मे दोषी लोगो के खिलाफ कडी कार्यवाही और गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों मे मंच प्रदेश मंत्री सत्यवीर तोमर जिला मंत्री विवेक गोस्वामी ,नगर अध्यक्ष नीरज सहरावत, राकेश पंाल, विपिनी शर्मा, विमल गुप्ता, मनेाज बिजल्वाण, अजय कुंवर सिंह, रवि शास्त्री, गोबिन्द  देव रहे।

छिटपुट घटनाओं के बीच डोईवाला उपचुनाव सम्पन्न

डोईवाला/देहरादून, 21 जुलाई (निस)। डोईवाला विधानसभा के उपचुनाव में छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान सम्पन्न हुआ। सुुबह से रिमझिम बारिश के चलते मतदाताअेां में देर शाम तक मतदान करने के लिए काफी उत्साह रहा। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान ७० प्रतिशत रहा। सोमवार को मतदान केन्द्रों पर रिमझिम बारिश के चलते सुबह सात बजे मतदान शुरु होकर शाम सात बजे चला। मतदान केन्द्रों पर मतदाता बारिश में छतरी लेकर वोट डालने निकल पड़े। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों के मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा सम्भालने वाले आईटीबीटी के जवानों ने बारिश में ही अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे। भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता मतदाताओं को बूथ तक लाने के लिए बारिश में जुटे रहे। पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच मतदान ७० प्रतिशत रहा।

विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा है श्रावण मास की कावड़ यात्रा

हरिद्वार, 21 जुलाई (निस)। देवभूमि उत्तराखण्ड का द्वार कहे जाने वाले हरिद्वार से प्रारम्भ होने वाली श्रावण मास की कांवड़ यात्रा विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा है जो सनातन धर्म और संस्कृति के अन्य धर्माे के समक्ष श्रेष्ठ होने का साक्ष्य प्रस्तुत करती है। हरिद्वार में चल रही इस कांवड़ यात्रा का चलन प्रतिवर्ष बढ़ रहा है। श्रावण मास से पूर्व श्रीहरि के चार मास के लिए शयनकाल में जाने के बाद भगवान शंकर सृष्टि का संचालन करते हैं। मान्यता है कि इस दौरान पूरे सावन के महीने शिव अपनी ससुराल कनखल में रहकर हरिद्वार से ही सृष्टि का संचालन करते हैं। भगवान का प्रत्यक्ष दर्शन भले ही किसी भक्त को न होता हो लेकिन हरिद्वार में आकर भोले का जयकारा लगाने वालों को इतनी शक्ति मिल जाती है कि वर्तमान वाहनयुग में पैदल चलने से दूरी बना चुके भक्त एक सौ से चार.पांच सौ किमी० की यात्रा पैदल चलकर तय कर लेते हैं। यह मां गंगा के पावन जल एवं भोले शंकर के जयकारों की शक्ति का ही प्रतिफल है। भगवान शिव की इसी अपार शक्ति को प्राप्त करने तथा मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिये प्रतिवर्ष भारत के कोने.कोने से लाखों श्रद्धालु हरिद्वार से गंगा जल ले जाकर अपने अभिष्ट शिवालयों में भगवान आशुतोष को अर्पित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति वर्ष भर भगवान के मंदिर में नहीं जाता वह भी यदि कांवड़ यात्रा में सम्मिलित हो जाता है तो उसे पूरे वर्ष की पूजा का फल प्राप्त हो जाता है। सनातन धर्म और संस्कृति को इसीलिये महान कहा जाता है कि इस धर्म के लगभग सभी पर्वाे पर न केवल हिन्दू धर्म के बल्कि अन्य धर्माे के अनुयायियों के लिये भी समृद्धि के द्वार खुल जाते हैं। श्रावण मास की धार्मिक यात्रा के लिये कांवड़ बनाने का सम्पूर्ण कारोबार इस्लाम धर्म के अनुयायी करते हैं। जो एक महीने की मेहनत के बल पर पूरे वर्ष की आजीविका चलाते हैं। श्रावण मास में जहंा शादी विवाह इत्यादि शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। वहीं पर्वाे की एक श्रृंखला प्रारम्भ हो जाती है। सनातन धर्म की सरंचना भी ऐसे शास्त्र सम्मत विधान से की गई है कि इसे वैज्ञानिक स्वरूप में भी महानता का परिचायक माना जाता है। पर्वाे से समाज में समरसत्ता प्रसन्नता एवं आपसी सौहार्द का वातावरण बनता है। सनातन धर्म के सभी पर्वाे की संरचना वैज्ञानिक आधार पर हुई है। वैज्ञानिक आज भी सनातन धर्मं के पर्वाे पर शोध कर रहे हैं। कांवड़ यात्रा के राग-द्वेष और संताप हरने की पुष्टि वैज्ञानिकों ने भी की है कि जब कोई व्यक्ति श्रद्धा एवं भक्ति के साथ गंगा में स्नान कर गंगाजल को कांवड़ रूप में धारण करता है तो वह राग-द्वेष और दुष्प्रवृत्तियों से कम से कम एक सप्ताह तक को मुक्त रहता ही है। वैसे भी श्रावण मास को मांस मदिरा के लिये निषिद्ध किया गया है। इतनी बड़ी धार्मिक यात्रा जिस मार्ग से गुजरती है उसके आसपास रहने वालों को आर्थिक एवं अध्यात्मिक लाभ तो होता ही है। उनकी दिनचर्या भी संयमित हो जाती है। कांवड़ यात्रा सम्पूर्ण सृष्टि के कल्याण के लिये होती है और भोलेनाथ सभी पर समान रूप से कृपा करते हैं।

संस्कृत भाषा की ओर विश्व का बढ रहा हैं रूझान - कृपाशंकर

देहरादून,  21 जुलाई (निस)। भारतीय भाषाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संस्कृत भारती संकल्पित है। इसी मुहिम के तहत संस्कृत भारती की ओर से सात दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविर का आयोजन किया गया था। आज इस शिविर के सम्मान के मौके पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख कृपाशंकर ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को संस्कृत के महत्वों के बारे में जानकारी दी। श्री कृपाशंकर ने कहा कि आज आधूनिकता के दौर में हम अपनी भाषा को भुलते जा रहे है। उन्होंने कहा कि विश्व का समस्त ज्ञान वेदों में है और वेद संस्कृत में है। उन्होंने कहा कि संस्कृत के प्रति विदेशियों का रूझान बढ़ा है। इसी का नतीजा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जार्ज बुश ने अपने देश में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की। क्योंकि वो अपने देश को सफलतम मार्ग पर ले जाना चाहते है। इससे संस्कृत की महत्ता को समझा जा सकता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ. बुद्धदेव शर्मा ने  बताया कि प्रत्येक शास्त्र संस्कृत में ही है। यही नही गणित व अर्थशास्त्र जैसे विषयों के सूत्र भी संस्कृत में ही है। इसलिये संस्कृत आज की भाषा नहीं बल्कि विश्व की श्रेष्ठ व सनातन भाषा है जिसका प्रभाव विश्व की सभी भाषाओं पर है। समापन कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य डाॅ. आर.पी. बमोला, महानगर संगठन मंत्री सन्तोष ने भी सम्बोधित किया। संचालन अनुराधा भट्ट ने किया। इस अवसर पर के.पी सती सहित 150 छात्र-छात्रायेें उपस्थित थे।

शिवभक्तों के लिए चिकित्सा एवं प्याउ शिविर का आयोजन

हरिद्वार, 21 जुलाई (निस)। इण्डियन रेड क्रास द्वारा चिकित्सा शिविर एवं प्याउ लगाकर कावंडियों की सेवा की जा रही है इण्डियन रेड क्रास के तत्वाधान में कांवड मेले के दौरान श्रद्वालुओ एवं शिवभक्त कावडि़यों हेतु चिकित्सा शिविर, मोबाइल चिकित्सा शिविरों एवं प्याउ लगाकर जिला प्रशासन का सराहनीय सहयोग किया जा रहा है। सिंह द्वार पर स्थापित चिकित्सा शिविर एवं प्याउ का उद्घाटन अपर जिलाधिकारी जीवन सिंह नगन्याल एवं नगर मजिस्टे्रट के.के. मिश्रा ने सयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि इण्डियन रेड क्रास अन्र्तराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय सामाजिक सेवा करते हुये सच्ची मानव सेवा  करने की ऐसी सस्ंथा है जिसके स्वयं सेवक के रूप में कार्य करना ही सबसे बडी आत्म सन्तुष्टि देता है।
रेड क्रास सचिव डा. नरेश चैधरी ने अवगत कराया कि सम्पूर्ण कांवड मेले मे ं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविरों के अतिरिक्त रेड क्रास द्वारा दो चिकित्सा शिविर एवं चार मोबाइल चिकित्सा टीम लगायी हुयी है जो चोबीस घण्टे श्रद्वालुओं/शिवभक्त कांवडियों की चिकित्सा कर रही है । डाक कांवड उपरान्त मोबाइल चिकित्सा टीम की बैरागी कैम्प पर्किंग में अतिरिक्त रूप से व्यवस्था की जायेगी साथ ही साथ दिल्ली हाईवे के अतिरिक्त भगवानपुर- इमलीखेडा रूट पर भी डाक कावंड के मददे नजर दो मोंबाइल चिकित्सा टीम लगायी गयी है। डा. नरेश चैधरी ने अवगत कराया कि चिकित्सा शिविरों में  एकम्स इन्डिस्ट्री सिडकुल, कालेज आफ इंजीनियरिंग, लायन्स क्लब  द्वारा सराहनीय सहयोग  दिया जा रहा है  साथ ही साथ इण्डियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड टर्मिनल के सहयोग से शिव कावंडियो हेतु प्याउ की व्यवस्था भी की गयी है एकम्स के एम.डी. सन्दीप जैन,  प्रबन्धक के.डी. शर्मा, कॉलेज आफ इंजीनियरिंग रूडकी के निदेशक जे.सी.जैन एवं प्रबन्धक राजन तथा इण्डियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड टर्मिनल के टर्मिनल मेनेजर आर० घोष , सहायक मैनेजर संजय अग्रवाल आदि अपना अपना सहयोग दे रहे है। चिकित्सीय टीम मे प्रमोद कपूर , डा. कपिलदेव शर्मा,  डा. जय श्री त्रिपाठी, डा. साकेत, फ ार्मेसिस्ट कलम सिंह राणा, अजय वीर सिंह नेगी एवं रेड क्रास सेवक प्रभारी एवं फ स्र्ट मेडिकल रेस्पोन्डर पूनम के नेतृत्व में यूथ रेड क्रास स्वयंसेवक लता मेलकानी, रूचि जुयाल, अम्बिका हयांकी, तनुजा राणा, रश्मि नेगी आदि सराहनीय सहयोग कर रहे है।

केदारनाथ में कैबिनेट असफलता छुपाने का प्रयास 

हरिद्वार, 21 जुलाई (निस)। उत्तराखण्ड क्रांति दल कार्यकर्ताओं ने  केदारनाथ धाम में कैबिनेट बैठक करने मुख्यमंत्री के ऐलान को वर्तमान में चारधाम यात्रा की अव्यवस्था व असफलता को छिपाने के लिये एक हथकण्डा करार दिया है। रानीपुर कैम्प कार्यालय में हुई बैठक में दल के केन्द्रीय सचिव उदयराम सेमवाल ने कहा कि हजारों तीर्थ यात्रा मार्गों फंसे हुए हैं। भूस्खलन, सडक़ों के क्षतिग्रस्त होने, सम्पर्क पुलों के ध्वस्त हो जाने से चारधाम यात्रा व हेमकुण्ड साहिब यात्रा बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ऐसे में सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत की केदारनाथ में कैबिनेट बैठक करने की घोषणा कई प्रश्नचिन्ह खड़े करती है। नाकामी छुपाने के लिये राज्य सरकार का एक नया शिवगुफा है। युवा मोर्चा शहर अध्यक्ष ललित ममगंई ने कहा कि राहत पुर्नवास-पुर्ननिर्माण पर सरकार का जोर होना चाहिये था। यदि सरकार केदारनाथ में बैठक आयोजित करना ही चाहती है तो मौसम खुलने पर नहीं बल्कि बरसात के मौसम में ही करें ताकि चारधाम में तीर्थ यात्रियों व आमजनों को हो रही दुश्वारियों को मुख्यमंत्री व राज्य मंत्रीमण्डल के सदस्य भी महसूस कर सकें। उक्रांद कार्यकर्ताओं ने सरकार से केदारनाथ धाम में सभी व्यवस्थायें सुदृढ़ करने, मंदिर परिसर की सफाई, जीर्णाेद्धार व वैकल्पिक मार्ग को सुरक्षित व मजबूत करने पर गंभीरता से समयाबद्ध कार्य करने की मांग भी की।

दूसरे सोमवार पर शिवालयों में जलाभिषेक को उमड़े शिवभक्त

हरिद्वार, 21 जुलाई (निस)। सावन के दूसरे सोमवार पर शिवशंकर का जलाभिषेक करने को शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ आयी। कनखल स्थित पौराणिक दक्षेश्वर महादेव मंदिर व बिल्केश्वर मंदिर में सुबह से ही भोले के भक्तों की लंबी लंबी कतारें लगी रहीं। कावंड़ भरने आए कांवडिय़ें भी बड़ी संख्या में मंदिरों में जलाभिषेक के लिए पहुंचे। शिव भक्तों ने गंगाजल, बेलपत्र, दूध व दही से शिव का जलाभिषेक कर मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना की। भारी बरसात के बावजूद सभी शिवमंदिरों पर दिनभर शिव भक्तों की लंबी लंबी कतारें लगी रहीं। जलाभिषेक के लिए पुलिस प्रशासन की और से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। सामान्य पुलिस बल के साथ महिला कांस्टेबल व पीएसी के जवानों को भी सुरक्षा के लिए मंदिरों पर तैनात किया गया था।

पुलिस प्रशासन की आंखों में धूल झोक रहे हैं शिवभक्त

बहादराबाद/हरिद्वार, 21 जुलाई (निस)। प्रशासन और पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर शिव भक्त कावंडिए मुख्य राज मार्ग से ही वापसी करते नजर आ रहे हैं । जबकि प्रशासन अभी भी अपनी जिद पर अडा हुआ है ताकि कावंडियों की वापसी नहर पटरी से ही हो सके। उल्लेखनीय है कि हरिद्वार से रानीपुर झाल तक तो पुलिस कावंडियों पर भारी पड रही है लेकिन रानीपुर झाल से जब कांवडियों को नहर पटरी की ओर जाने का प्रयास किया जाता है तो कावंडिए पुलिस को चकमा देकर मुख्य मार्ग से ही अपनी यात्रा करने लगते हैं जिस कारण कावंडियों का आगे जाकर काली मन्दिर तिराहे पर पुलिस के साथ टकराव होता रहता है । आज प्रातः से हो रही तेज बारिश के बाद तो कावंडियों पर पुलिस किसी प्रकार का अंकुश नहीं लगा पायी और सभी कावंडियों ने मुख्य मार्ग से ही अपनी यात्रा की। वहीं नहर पटरी मार्ग पर जब कांवडिए पथरी पावर हाऊस से रूडकी की ओर जाते हैं तो वे यहॉं बने राजबाहे को पार कर पुनरू मुख्य मार्ग पर आ रहे हैं। पुलिस ने जिन-जिन स्थानों पर अपनी फोर्स लगायी है कावंडिये उन्हे चकमा देकर ऐसे स्थान से मुख्य मार्ग पर आ रहे हैं जहॉं पलिस का पहरा नहीं है। राजबाहों और छोटी नहर से पार होकर मुख्य मार्ग पर आने के चलते कांवडियों के लिए जान का खतरा बना रहता है परन्तु कांवडिए अपनी धुन मे ही खतरा उठा कर मुख्य मार्ग का प्रयोग कर रहे हैं । उल्लेखनीय है कि श्रावण शिवरात्रि का समय जैसे -जैसे निकट आयेबगा तैसे-तैसे कांवडियो की संख्या में गुणोत्तर इजाफा होगा उस समय पुलिस के लिए कावंडियों को रोक पाना टेडी खीर साबित होगा । यदि प्रशासन ने कावंड की वापसी मार्ग को लेकर पहले से ही आयी अव्यवस्थाओं और दिक्कतों पर होम वर्क किया होता तो आज यह स्थिति न आयी होती और पुलिस के साथ साथ ग्रामीणों को भी परेशानी न हुई होती ।

भोलेनाथ का पवित्र माह माना जाता है श्रावण

बहादराबाद/हरिद्वार, 21 जुलाई (निस)। श्रावण माह के दूसरे सोमवार को क्षेत्र के सभी शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक का क्रम दोपहर तक जारी रहा। गौरतलब है कि श्रावण को भगवान भोलेनाथ का पवित्र माह माना जाता है और सृष्टि का संचालन भी चार माह तक भगवान शंकर के कही हाथें रहता है। यही कारण है कि इस माह में श्रद्धालुगण भगवान भोले नाथ का गंगा जल से जलाभिषेक कर अपने लिए खुशहाली की प्रार्थना करते हैं। वहीं पवित्र नदियों से लाये जाने वाले जल से शिवालयों में शि लिंग पर चढाकर उनका जलाभिषेक करना हिन्दू धर्म में आदि काल से चला आ रहा है ७ आज भी श्रद्धालुओं ने सभी मन्दिरों में भगवान का जलाभिषेक किया । यहॉं के चैक बाजार स्थित प्राचीन शिव मन्दिर पर अल सुबह से ही श्रद्धालुओं की लम्बी लाईन लग गई थी । जो दोपहर तक जारी रही वहीं अन्य मन्दिरों प्राचीन  श्री राम कुटिया, पुराना रूडक़ी रोड का शिव मन्दिर, लक्ष्मी विहार का शिव मन्दिर, पथरी पावर हाऊस का शिव मन्दिर भी श्रद्धालुओं से भरा रहा जहॉं जनता ने भगवान का जलाभिषेक किया। वहीं निकटवर्ती गांवों में भी प्रातरू से श्रद्धालुओं ने भगवान के मन्दिर में जलाभिषेक किया ।

कावड़ मार्ग पर गन्दगी का सामराज्य स्थापित

बहादराबाद/हरिद्वार, 21 जुलाई (निस)। करोडों शिव भक्तों के आगमन से हरिद्वार से लेकर नारसन तक का तमाम रास्ता चाहे वह नहर पटरी हो अथवा मुख्य मार्ग सभी जगह गन्दगी का सामराज्य स्थापित हो गया है । यह गंदगी आने वाले समय मे स्थानीय जनता के लिए बीमारियों को लेकर आने वाली है । परन्तु आज तक का इतिहास गवाह है कि प्रशासन ने इस गंदगी को साफ कराने का कभी कोई प्रयास नहीं किया है आगे भी ऐसी ही सम्भावना है । उल्लेखनीय है कि गत वर्ष कांवड मेले की समाप्ती के बाद क्षेत्र में डेंगू जैसी जान लेवा बीमारी का तांडव मचा था जो गन्दगी की ही देन थी । इस बार भी वर्षाजनित बीमारियां क्षेत्र वासियों के लिए मुसीबत बनने वाली हैं । जिसे लेकर स्थानी जनता चिंतित नजर आ रही है । परन्तु प्रशासन ने अभी तक भी किसी प्रकार की सफाई की योजना नहीं बनायी है प्रशासन का पूरा ध्यान किसी तरह कावंड मेले को निपटाने पर लगा हुआ है । यदि कांवड मेले के बाद बारिश न हुई तो क्षेत्र में वर्षा जनित बीमारियां अपना तांडव दिखायेंगी जिसका खामियाजा क्षेत्र की निरीह जनता को उठाना पडेगा। यह भी उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने कावंड मार्ग पर कहीं भी सुलभ शौालयों की व्यवस्था नहीं की है केवल मूत्रालयों का ही अस्थायी निर्माण कराया है । परन्तु कावंडियों को मल मूत्र का त्याग तो करना ही होता है औ वे कहीं भी खुले में अपनी नित्यक्रम की क्रियाओं को अंजाम देदेते हैं जिससे पूरा कावँड मार्ग गन्दगी और बदबू से भरा हुआ है जो आने वाले समय में गम्भीर बीमारियों को उत्पन्न करेगा।

उत्तराखंड की भारत-चीन सीमा पर प्रभाव बढ़ाने की तैयारी

देहरादून, 21 जुलाई (निस)। उत्तराखंड की भारत-चीन सीमा पर कुछ भी सामान्य नही है। इस बात के संकेत राज्य के गोपेश्वर में चीनी सेना की घुसपैठ की बीते दिनो आई खबरो से हुआ है। सूत्रो की माने तो लगातार उत्तराखंड के रास्ते से भारत में चीनी सेना के घुसपैठ बनाने की खबरे सामने आ चुकी है। ऐसे में कहा जा सकता है कि उत्तराखंड की भारत-चीन सीमा पर सब कुछ सामान्य नहीं है। इसके लिए अब सेना नए सिरे से इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए तैयारी करेगी। माउंटेन डिवीजन के तहत नई सैन्य यूनिट का गठन किया जा सकता है। थल सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने मध्य कमान मुख्यालय में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के दौरान इसके संकेत दिए। हालांकि मध्य कमान की सुरक्षा की तैयारियों से सेनाध्यक्ष असंतुष्ट नजर आए। जनरल बिक्रम सिंह ने मध्य कमान मुख्यालय को उत्तराखंड में नई सैन्य यूनिटों की तैनाती के लिए ब्ल्यू प्रिंट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने मध्य कमान की सामरिक क्षमता पर आधारित एक प्रजेंटेशन भी देखा। उत्तराखंड त्रासदी के दौरान सेना के बचाव अभियान की रिपोर्ट देख उन्होंने अपने जांबाज अधिकारियों और जवानों पर प्रसन्नता जताई, लेकिन उत्तराखंड की भारत-चीन सीमा पर हो रही घुसपैठ बढऩे पर वे नाराज दिखे। उन्होंने मध्य कमान के अंतर्गत दी जा रही ट्रेनिंग में सुधार लाने के निर्देश देने के साथ ही जोशीमठ सहित कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में नई यूनिटों की तैनाती की बात भी कही।

ईद की तैयारियों में सजने लगी बाजार

देहरादून, 21 जुलाई (निस)। रमजान का आधा से अधिक माह बीतने के साथ ही ईद की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बाजार भी सजने लगे हैं। शाम होते ही राजधानी के बाजार गुलजार होने लगते है। रमजान का तीसरा अशरा पूरा होने वाला है। उसके बाद आखिरी हिस्सा शुरू हो जाएगा। चांद के दीदार के बाद २९ या ३० जुलाई को ईद-उल-फितर होगी। इसके लिए रोजेदारों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। कपड़े, जूते और प्रसाधन के सामान की दुकानों पर गजब की भीड़ देखी जा रही है। बाजार में ब्रांडेड और फैंसी कुर्ता-पायजामा की अधिक डिमांड है। सडक़ किनारे लगी दुकानों पर भारी सेल चल रही है। ईद के मौके पर कई ब्रांडेड कंपनियों ने भी कपड़े और जूते पर खास ऑफर दिए हैं। महिला प्रसाधन की दुकान शाम होते ही सज जाती हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस बार जरकान, शिफॉन, जार्जेट के लांग सूट खासे पसंद किए जा रहे हैं। वही ईद की नमाज के लिए ईदगाह में सफाई-व्यवस्था शुरू हो गई है। फर्श की सफाई के साथ ही चहारदीवारी की रंगाई-पुताई होने लगी है।

उपचुनाव के लिए हुआ लगभग 49 फीसदी मतदान, वर्षा के चलते कम निकले लोग घरों से 

by election uttrakhand
देहरादून, 21 जुलाई (राजेन्द्र जोशी )। उत्तराखंड की तीन विधानसभाओं के लिए सोमवार को हुए मतदान में भारी वर्षा के बाद भी कोई खास मतदाताओं में नहीं दिखाई दी। कुल मिलाकर 49 फीसदी मतदाताओं ने ही अपने  मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के तीन विधानसभा सीटों जिनमें धारचूला, सोमेश्वर और डोईवाला शामिल है पर मतदान शातिंपूर्ण रहा। राज्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमति राधा रतूड़ी के अनुसार तीनों ही विधानसभा क्षेत्रों में दोपहर बाद तक लगातार बारिश के चलते मतदान पर वर्षा का प्रभाव साफ दिखाई दिया। लोग घरों से निकलने में कतराते नजर आए। लेकिन जैसे ही अपराहन मौसम के करवट के साथ ही मतदाताओं ने भी मतदान केन्द्रों की ओर रूख करना शुरू किया। जहां प्रातः आठ बजे से अपराहन तक मात्र तीस फीसदी मतदान की जानकारी सामने आई वहीं अपराहन मौसम खुलने व वर्षा रूकने के बाद मतदान फीसदी में एकाएक उछाल आ गया। कुल मिलाकर तीनों विधानसभा सीटों के लिए हुए मतदान में लगभग 49 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। अभी सुदुरवर्ती इलाकों के मतों की जानकारी पूरी तरह नहीं मिल पाई है। लिहाला इस संख्या में एक- आध फीसदी की मामूली वृद्धि दर्ज की जा सकती है। एक जानकारी के अनुसार डोईवाला विधानसभा सीट पर पांच बजे तक 49.5 व सोमेश्वर सीट पर 45.6 व धारचूला सीट पर लगभग 50 फीसदी मतदान हो चुका था। उल्लेखनीय है कि राज्य में होने जा रहे विधानसभा के इन चुनावों में कांग्रेस और भाजपा की सीधे आमने सामने की टक्कर है। राज्य में हुए तीनों विधानसभा सीटों पर कुल 2 लाख 88 हजार 538 मतदाता पंजीकृत थे। जिनमें से लगभग डेढ़ लाख से भी कम मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राजनैतिक विशलेषकों के अनुसार यदि इस चुनाव में मतदान 50 फीसदी से कम रहा तो इसका सीधा फायदा कांग्रेस को हो सकता है।

घंटे घडियालों व शंखनाद के बीच शिवालयों में बम बम

ऋषिकेश, 21 जुलाई (निस)। श्रावणमास के दूसरे सोमवार व पंचक समाप्ति पर देश के विभिन्न प्रांतो से आए लाखों श्रद्धालुओं सहित स्थानीय लोगों ने नगर के तमाम शिवालयों के अतिरिक्त विख्यात नीलकंठ में हर हर महादेव व घंटें घडियालों व शंखनाद के बीच  बम बम के उदघोष व पंचद्रव्य बेल पत्र के साथ जलाभिषेक कर अपनी मनोती मांगी। ज्ञात रहे कि सांवन के दूसरे सोमवार के चलते भोले के भक्तों ने तमाम शिवालयों मंे जलाभिषेक के लिए तड़के से ही लम्बी लम्बी लाईने लग गई थी। लाईन मे लगे सभी शिवभक्त ओम नमः शिवाय का जाप करते हुए अपनी बारी का इंतजार वर्षा के बावजूद देर रात तक कर रहे थे। जो कि प्रातः गंगा मे डूबकी लगाकर अपने क्षेत्रों मे पड़ने वाले शिवालयों में जलाभिषेक किये जाने के लिए गंगा से अंजली भरकर कांवड़ को कांधे रख अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए तो वहीं नगर के तमाम शिवालयों मंे भी शिवभक्तों ने श्रद्धापूर्वक जलाभिषेक किया। जिसके चलते कावंड मेले को लेकर जहां तमाम व्यवस्थाओ के साथ प्रशासन ने यातायात सुचारू रखने के  दावे किए  थे वहीं उन दावों की पोल को कावडियांे की आई जबरदस्त भीड़ ने  ध्वस्त कर दिए। प्रशासन और पुलिस की ओर से नगर ओैर मुनिकीरेती क्षेत्र मंे कोई टैªफिक प्लान लागू न करने से कांवडि़यों घंटो तक जाम मंे खीजते नजर आए। इसके बावजूद जिम्मेदारांे ने इस ओर ध्यान देने की जहमत नही उठाई। हरिद्वार मार्ग पर त्रिवेणीघाट चैक से हेमकुंड गुरूद्वारा तक वाहन रेंग रेंग कर चले। मुनिकीरेती के खारास्रोत क्षेत्र मे हाईवे के दोनों ओर प्रशासन पुलिस द्वारा पार्क कराए लोग वाहनो से यात्रियों को काफी दिक्कत हुई। तो वहीं रामझूला व लक्ष्मणझूला पर शिवभक्तों की भारी भीड़ के चलते जहां स्थानीय लोगों का दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जबकि शिवभक्तों को सुरक्षित पुल से निकाले जाने के लिए पुलिस को पसीना बहाते देखा गया।

स्वतन्त्र सेनानी, डुंगर सिह के निधन पर शोक

हल्द्वानी 21 जुलाई (निस)। 97 वर्षीय वयोवृद्ध स्वतन्त्र संग्राम सेनानी, पूर्व ब्लाक प्रमुख डुंगर सिह बिष्ट का देर रात उनके नैनीताल स्थित आवास पर निधन हो गया। विष्ट काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से राजनैतिक जगत के साथ स्वतन्त्रा संग्राम सैनानियो मे शोक की लहर व्याप्त है। उनके निधन पर अध्यक्ष विधान सभा गोविन्द सिह कुंजवाल, मुख्यमंत्री हरीश रावत, वित्तमंत्री डा. श्रीमती इन्दिरा हृदयेश, राजस्व मंत्री यशपाल आर्य,श्रम मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल, विधायक सरिता आर्या के अलावा सतीश नैनवाल, हरीश मेहता, हेमन्त बगडवाल, मौ0 अनवार, संजीव आर्य, सुमित हृदयेश, गोविन्द विष्ट, राहुल छिमवाल, केदार पलडिया, टीटू शर्मा, हाजी सुहैल सिद्धिकी, मो0 गुफरान, एनबी गुणवन्त, मोहन विष्ट, शोभा विष्ट, राजू टन्डन, संजय जोशी तथा आयुक्त कुमायू अवेन्द्र सिह नयाल, डीआईजी अन्नत राम चैहान, जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विम्मी सचदेवा के अलावा अनेको गणमान्य लोगो तथा स्वतन्त्रा संग्राम सेनानियो द्वारा शोक व्यक्त किया गया है।

पंचायत अध्यक्ष व प्रमुख पद के लिए अधिसूचना जारी

रूद्रपुर, 21 जुलाई (निस)। जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया है कि  जिला पंचायत अध्यक्ष एव क्षेत्र पंचायत प्रमुखों के चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है। जिसके अनुसार क्षेत्र पंचायत प्रमुखों,ज्येष्ठ उप प्रमुखों तथा कनिष्ठ उप प्रमुखों का निर्वाचन सम्पन्न कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि निर्धारित समय सारिणी के मुताबिक इन पदों हेतु 24 जुलाई को 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक नामाकंन होगा तथा इसी दिन अपरान्ह 3.30 बजे से नाम निर्देषन पत्रों की जांच की जायेगी।  26 जुलाई को 11 बजे से 3 बजे तक नाम वापसी होगी, 27 जुलाई को 10 बजे से 3 बजे तक मतदान होगा तथा 27 जुलाई को ही मतदान समाप्ति के तुरन्त बाद मतगणना की जायेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के निर्वाचन के लिये भी समय सारिणी तय कर ली गई है जिसके अनुसार इन पदों के लिये 30 जुलाई को 11 बजे से 3 बजे तक नामाकंन होगा तथा इसी दिन सायं 4 बजे से नाम निर्देषन पत्रों की जांच की जायेगी। 02 अगस्त को 10 बजे से 02 बजे तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। 05 अगस्त को प्रातः 09 बजे से 02 बजे तक मतदान किया जायेगा तथा 5 अगस्त को ही 03 बजे से मतगणना षुरू की जायेगी। बताया है कि क्षेत्र पंचायत प्रमुखों,ज्येष्ठ व कनिष्ठ उप प्रमुखों के पदों का निर्वाचन वेहद संवदेनशील होता है इसलिये निर्वाचन कार्य में लगाये गये अधिकारी,कर्मचारी पूरी सजगता व निष्पक्ष तरीके से अपने दायित्वों को निर्वहन सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये है। उक्त चुनाव में आदर्श आचार संहिता पूर्ण रूप से मतगणना समाप्ति तक प्रभावी रहेगी। लिहाजा अधिकारी आदर्श का आचार संहिता का अनुपालन कडाई से सुनिश्चित करायें। जिलाधिकारी ने बताया कि क्षेत्र पंचायत प्रमुखों, ज्येष्ठ उप प्रमुख तथा कनिष्ठ उप प्रमुखो के नाम निर्देशन पत्रों, जमानत राशि तथा अधिकतम व्यय सीमा का मूल्य निर्धारित कर दिया गया है। जिसके अन्तर्गत क्षेत्र पंचायत प्रमुख के सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार के लिये नाम निर्देशन पत्र का मूल्य दो सौ रूपया, जमानत राशि दो हजार रूपया तथा अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछडी जाति व महिला उम्मीदवार के लिये नाम निर्देशन पत्र का मूल्य एक सौ रूपया तथा जमानत राशि एक हजार रूपया निर्धारित किया गया है। प्रमुख पद के उम्मीदवारों के लिये व्यय की अधिकतम सीमा 70 हजार तय की गयी है। इसी तरह ज्येष्ठ उप प्रमुख व कनिश्ठ उप प्रमुख के सामान्य श्रेणी उम्मीदवार के लिये नाम निर्देशन पत्र का मूल्य 150 रूपया और आरक्षित वर्ग तथा महिला उम्मीदवार के लिये 75 रूपया तय किया गया है एवं सामान्य श्रेणी उम्मीदवार के लिये जमानत राशि 1500 रूपये आरक्षित व महिला वर्ग के लिये 750 रूपये निर्धारित की गई । जबकि ज्येष्ठ व कनिष्ठ उप प्रमुख के सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार के लिये 30 हजार आरक्षित व महिला उम्मीदवार के लिये 25 हजार रूपये व्यय की अधिकतम सीमा तय की गई है । जिलाधिकारी ने बताया कि क्षेत्र पंचायत प्रमुख ,ज्येष्ठ व कनिष्ठ उप प्रमुख के पद के उम्मीदवार को प्रचार हेतु केवल एक वाहन के प्रयोग की अनुमति दी गई है जिसमें वह स्वयं अथवा उनका निर्वाचन अभिकर्ता या दोनों चल सकते है। 

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