पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख असलम बेग ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के प्रमुख ताहिर-उल कादरी ने अमेरिका सरकार के साथ मिलकर नवाज शरीफ सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रची थी, और सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने इस साजिश को बेनकाब कर दिया। जियो न्यूज की रपट के अनुसार, पूर्व सेना प्रमुख बेग ने यह भी कहा कि साजिशकर्ता चाहते थे कि सेना सत्ता पर कब्जा कर ले, लेकिन सैन्य नेतृत्व को इस पूरी साजिश के बारे में पता था।
बेग ने यह भी कहा कि अमेरिका ने ब्रिटेन, कनाडा और ईरान के साथ मिलकर पाकिस्तान में संकट पैदा किया। उन्होंने कहा, "यदि जनरल राहील शरीफ ने निर्णय लेने में देरी की होती, तो देश को भारी नुकसान उठाना पड़ता।" उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तानी सेना ने इस्लामाबाद की विदेश नीति तैयार करने में कभी कोई इच्छा नहीं रखी। बेग ने कहा कि इमरान खान और कादरी के साथ जो लोग खड़े थे वे वही लोग थे, जो पूर्व राष्ट्रपति और सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ के साथ थे। बेग ने इमरान खान और कादरी की मांगों को संविधान से परे बताया।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर 2013 के चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाते हुए इमरान और कादरी अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ 15 अगस्त से ही इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शरीफ ने पिछले शुक्रवार को दोनों आंदोलनरत दलों पर आरोप लगाया था कि वे विद्रोह के लिए लोगों को भड़का रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि पीटीआई और पीएटी के सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और मुद्रा का अवमूल्यन हुआ है, निर्यात नीचे आया है और विदेशी राष्ट्र प्रमुखों के दौरे स्थगित हुए हैं।
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