बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (25 सितम्बर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 25 सितंबर 2014

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (25 सितम्बर)

कृषि महोत्सव का समारोहपूर्वक हुआ शुभारंभ
  • 20 अक्टूबर तक गांव-गांव में भ्रमण करेगा कृषि क्रांति रथ

balaghat news
किसानों को कृषि संबंधी योजनाओं एवं कार्यकमों की नवीनतम जानकारी देने एवं किसानों की समस्याओं को सुनने व समझने के लिए आज 25 सितम्बर 2014 से जिले में भी कृषि महोत्सव प्रारंभ हो गया है। यह महोत्सव 20 अक्टूबर 2014 तक चलेगा और इस महोत्सव के अंतर्गत कृषि क्रांति रथ जिले के गांव-गांव में भ्रमण करेगा। कृषि क्रांति रथ इस महोत्सव के दौरान प्रत्येक दिन तीन ग्रामों का भ्रमण करेगा और किसानों को उपयोगी जानकारी देगा।  कृषि महोत्सव के अंतर्गत जिले के 10 विकासखंडों के लिए पृथक-पृथक 10 कृषि क्रांति रथ बनाये गये है। विकासखंड स्तर पर समारोहपूर्वक इन रथों को ग्रामों के भ्रमण के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया गया। बालाघाट विकासखंड के ग्राम गर्रा में जिला अंत्योदय समिति की उपाध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन ने झंडी दिखाकर रथ को ग्रामों के भ्रमण के लिए रवाना किया। कटंगी विकासखंड में विधायक श्री के.डी. देशमुख ने कृषि क्रांति रथ को गांवों के भ्रमण के लिए रवाना किया। गर्रा में आयोजित कार्यक्रम में जनपद पंचायत लालबर्रा के अध्यक्ष श्री डुलेन्द्र ठाकरे, उपाध्यक्ष श्री रमेश नगपुरे, गर्रा के सरपंच, उप संचालक कृषि श्री जे.एस. गुर्जर, आत्मा परियोजना के संचालक श्री एस.एस. मरावी, अनुविभागीय अधिकारी श्री कोरी, श्री गौर एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण व कृषक जन उपस्थित थे। 

अनाज देकर कृषि क्रांति रथ के कर्मचारियों का स्वागत
गर्रा में आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों एवं किसानों ने कृषि क्रांति रथ के साथ भ्रमण करने वाले कृषि विभाग के कर्मचारियों का अनाज से स्वागत किया। रथ के कर्मचारियों के स्वागत में मिले अनाज को आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों के लिए भोजन तैयार करने वाले समूह को सौंपा गया। कृषि महोत्सव के दौरान जिले के जिन-जिन ग्रामों में रथ पहुंचेगा उसका स्वागत अनाज से ही किया जायेगा और यह अनाज आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों के लिए प्रदान कर दिया जायेगा। कृषि क्रांति रथ एक दिन में तीन गांव का भ्रमण करेगा और दिन के अंतिम गांव में रात्री विश्राम करेगा। रात्री विश्राम वाले ग्राम में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा एवं रात्री में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगें। कृषि महोत्सव कार्यक्रम सभी विभागों का कार्यक्रम है और किसानों की भलाई के लिए चलाया जाने वाला कार्यक्रम है। इस महोत्सव के दौरान उद्यान विभाग द्वारा किसानों को उद्यानिकी फसलों के पौधों का वितरण किया जायेगा। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत शौचालय निर्माण कार्य कराया जायेगा। मत्स्योद्य विभाग द्वारा मछुआरों को क्रेडिट कार्ड एवं अनुदान राशि का वितरण किया जायेगा। पशु चिकित्सा सेवा विभाग द्वारा ग्राम स्तर पर पशुओं के उपचार के लिए शिविर लगाये जायेंगें। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों का टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा और राजस्व विभाग द्वारा अभियान चलाकर किसानों के नामांतरण एवं सीमांकन के प्ररकणों का निराकरण भी किया जायेगा। इस महोत्सव के दौरान कृषि विभाग के मैदानी अमले द्वारा गांवों में स्थित कृषि आदान सामग्री की दुकानों का निरीक्षण किया जायेगा तथा उनसे उर्वरक एवं कीटनाशक दवाओं के नमूने जांच के लिए एकत्र किये जायेंगें। इस दौरान गांवों के दूकान संचालकों को गुणवत्ता युक्त कृषि आदान सामग्री विक्रय के लिए मार्गदर्शन दिया जायेगा। 

25 किसानों का दल जैविक खेती सीखने बगड़मारा पहुंचा
कृषि महोत्सव के प्रथम दिन 25 सितम्बर को जिले के विभिन्न ग्रामों के 25 किसानों का दल किरनापुर तहसील के ग्राम बगड़मारा में प्रगतिशील कृषक जियालाल रहांगडाले के खेतों पर जैविक कृषि को देखने एवं समझने के लिए पहुंचा। ग्राम अमेड़ा, सुरवाही, बोरी, खोड़सिवनी, रतनारा,धनसुवा, अरनामेटा, बगदरा, हिरबाटोला, चांगोटोला, ओरम्हा, भरवेली, कटंगी के 25 किसानों के दल को कृषक जियालाल रहांगडाले ने जैविक खेती के तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने भ्रमण के लिए आये किसानों को बताया कि जैविक खेती के लिए किसान को धैर्य रखना होता है। जैविक खेती से लाभ धीरे-धीरे मिलता है। धान की बजाय सब्जियों की खेती की जाये तो कम समय में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। उन्होंने किसानों को जैविक खाद एवं कीटनाशक तैयार करने के तरीके भी बताये। 

सौर उर्जा बुझा रही है 54 बसाहटों के लोगों की प्यास
  • आई.ए.पी. योजना की राशि से शुरू हुई सौर उर्जा से संचालित लघु पेयजल योजना

balaghat news
जिले के विशेष पिछड़े क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा आई.ए.पी. योजना में उपलब्ध कराई गई राशि से जिले की आदिवासी बाहुल्य वाली 54 बसाहटों में सौर उर्जा से संचालित लघु पेयजल योजना को साकार किया गया है। इन बसाहटों में अब नल कनेक्शन के द्वारा पेयजल के लिए पानी आता है। बिजली के आने-जाने की समस्या से दूर लघु पेयजल योजना को सौर उर्जा के द्वारा सफलता पूर्वक चलाया जा रहा है। इन बसाहटों में अब पेयजल योजना के लिए बिजली एवं उसका बिल भरने की कोई झंझट नहीं है।  कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल के मार्गदर्शन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं उर्जा विकास निगम के संयुक्त प्रयासों से सौर उर्जा से संचालित लघु पेयजल योजना को साकार किया गया है। इस योजना के लिए जिले के 6 विकासखंड के ग्रामों का चयन किया गया है। इन विकासखंडों की 89 बसाहटों में सौर उर्जा से संचालित लघु पेयजल योजना शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 54 बसाहटों में यह योजना प्रारंभ हो गई है। 10 बसाहटों जिसमें ग्राम पंचायत धुनसुआ के ओदामाल की मुख्य बस्ती व आवास टोला, ग्राम हट्टा के दूबीटोला, लिंगा पंचायत के परसवाड़ा ग्राम के आवासटोला, आमगांव के कौड़ियाटोला, अरनामेटा के बैगाटोला, कुमनगांव के खुर्सीटोला, आवास टोला व बैगाटोला के शत प्रतिशत घरों में सौर उर्जा से संचालित लघु पेयजल योजना का पानी पहुंचने लगा है।  सौर उर्जा पंपों माध्यम से 55 लीटर पानी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन देन का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के अंतर्गत 25 से 35 परिवारों के लिए 12 हजार लीटर पानी एक सोलर पंप के माध्यम से दिया जायेगा। जिले की 54 बसाहटों के घरों में नीजी कनेक्शन के साथ ही प्राथमिक शाला एवं आंगनवाडी केन्द्र में भी नल कनेक्शन दिया गया है।  कम आबादी वाले ग्रामों एवं आदिवासी बाहुल्य वाली बसाहटों में जहां पर पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध नहीं रहती है वहां पर सोलर पंप पेयजल प्रदाय का एक अच्छा एवं सर्वश्रेष्ठ विकल्प के रूप में सामने आया है। सोलर पंप प्राथमिक रूप से पूर्व में स्थापित हेंडपंप पर संचालित किया जाता है। हेडपंप से कुछ दूरी पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 4 मीटर की उंचाई पर 5 हजार लीटर क्षमता की टंकी स्थापित की गई है। हेंडपंप में लगाये गये सोलर पंप से इस टंकी को भर दिया जाता है। इस टंकी से पाईप लाईन बिछाकर प्रत्येक घर में नल कनेक्शन दिया गया है। रात्री के समय जब सौर उर्जा नहीं मिलती है तब हेंडपंप को हाथ से चलाकर भी पानी प्राप्त किया जा सकता है। 

30 सितम्बर को कृषि समिति की बैठक
आगामी 30 सितम्बर को जिला पंचायत की कृषि समिति की बैठक का आयोजन किया गया है। समिति के सभापति श्री संभीर सुलाखे की अध्यक्षता मे आयोजित यह बैठक जिला पंचायत कार्यालय सभाकक्ष में दोपहर 2 बजे से प्रारंभ होगी। इस बैठक में रबी कार्यक्रम 2014 की समीक्षा करने के साथ ही विभागीय योजनाओं के लक्ष्यों का अनुमोदन किया जायेगा। समिति के सदस्यों को बैठक में उपस्थित होने के लिए सूचना भेज दी गई है। समिति के सचिव एवं उप संचालक कृषि श्री बी.एल. बिलैया ने कृषि एवं उससे संबंधित विभागों के अधिकारियों को बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिये है। 

01 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृध्दजन दिवस का आयोजन, वृध्दजनों का किया जायेगा सम्मान
वरिष्ठ नागरिकों एवं वृध्दजनों की देखभाल, स्वास्थ्य एवं अन्य आवश्यकताओं के प्रति जागरूकता के लिए आगामी 01 अक्टूबर को जिले में भी अंतर्राष्ट्रीय वृध्दजन दिवस मनाया जायेगा। कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा नगरीय निकायों के नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे 01 अक्टूबर को वरिष्ठ जनों एवं वृध्दजनों के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे 01 अक्टूबर को जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कार्यक्रम का आयोजन कर वृध्दजनों का उपचार, स्वास्थ्य परीक्षण, देवाओं के वितरण के लिए शिविर लगाये। वृध्दजनों को अस्पताल में किसी तरह की परेशानी न हो ऐसी व्यवस्था करें और उनकी पैथालाजी, सोनोग्राफी जांच, ई.सी.जी., नेत्र परीक्षण आदि का कार्य नि:शुल्क किया जाये। 

शतायु वृध्द को मिलेगी एक हजार रु. की राशि
जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं नगरीय निकायों के नगर पालिका अधिकारियों को दिये गये निर्देशों में कहा गया है कि वे 01 अक्टूबर को वृध्दजनों एवं वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन करें। कार्यक्रम में 100 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले वृध्द को सतायु सम्मान के रूप में शाल, श्रीफल के साथ ही एक हजार रु. की राशि प्रदान की जाये। ऐसे वृध्द जो 80 वर्ष  या उससे अधिक की आयु के है और बी.पी.एल. सूची में है, तो उन्हें भारत सरकार की 500 रु. मासिक की इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृध्दावस्था पेंशन प्रदान की जाये। जो वृध्द दम्पत्ति ग्राम में अकेले रहते है उन्हें भरपेट भोजन के लिए मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में जोड़ने कहा गया है। इस पर अवसर पर वृध्दजनों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही केरम, कुर्सीदौड़, शतरंज, अंताकछड़ी के कार्यक्रम आयोजित करने कहा गया है।  

कोई टिप्पणी नहीं: