अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल और बौद्ध धर्मावलंबियों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल बोधगया (बिहार) में 26 से 28 सितंबर तक चलने वाले 'अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध समागम' में विश्व के 34 देशों से आए 150 से ज्यादा प्रतिनिधियों सहित 300 गणमान्य लोग भाग लेंगे। समागम में भारत के 18 राज्यों की सांस्कृतिक विरासत देखने को मिलेगी। सरकार का मानना है कि समागम में आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधि भगवान बुद्ध के दूत के रूप में हमारी छवि विश्व के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। समागम से संबंधित सारी तैयारियां हो गई हैं।
राज्य के पर्यटन मंत्री जावेद इकबाल ने कहा कि पूरे विश्व में बिहार की विरासत को पेश करने का यह बेहतर अवसर है। उन्होंने कहा कि समागम में भाग लेने वालों को बोधगया, राजगीर और नालंदा की विरासत से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अतिथि देवो भव: की आत्मीयता के साथ गया ही नहीं पूरा बिहार अतिथियों के स्वागत के लिए तैयार है।
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि बौद्ध समागम के दौरान विभिन्न राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के भाग लेने और बौद्ध सर्किट से जुड़े स्थलों का भ्रमण करने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। पर्यटन विभाग के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बौद्ध समागम की मेजबानी कर रहे बिहार पर्यटन विभाग ने विभिन्न राज्यों के पर्यटन विभाग को आमंत्रित किया है और उनके लिए स्टॉल की व्यवस्था की है। समागम में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।
बाहर से आए प्रतिनिधि महाबोधि मंदिर परिसर स्थित पवित्र महाबोधि वृक्ष की छांव में प्रार्थना और साधना सभा में भी शामिल होंगे, जिसमें बोधगया के 300 बौद्ध भिक्षु भी हिस्सा लेंगे।
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