प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' अभियान को देश-विदेश के दिग्गज कारोबारियों का भरपूर समर्थन मिला। मोदी ने गुरुवार को करीब 500 प्रमुख कारोबारी अधिकारियों के बीच इस अभियान की विधिवत शुरुआत की है। टाटा संस के अध्यक्ष साइरस मिस्त्री ने कहा, "भारत को वैश्विकता प्रदान करने के लिए यह एक विशेष और सही समय पर उठाया गया कदम है।" उन्होंने कहा कि जीवंत उद्योग से ही कोई भी देश उच्च स्तर हासिल करता है। उन्होंने रोजगार पैदा करने का सबसे बड़ी चुनौती बताया। मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक केनिचि अयुकावा ने कहा कि उनका जापानी समूह देश में निवेश करने वाली पहली कंपनियों में से एक है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत आखिरकार दुनिया में सबसे प्रतियोगी अर्थव्यवस्था वाला देश बनने वाला है।
विज्ञान भवन में अभियान की लांचिंग समारोह में करीब 10 कारोबारी दिग्गजों को वक्तव्य प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया। कारोबारी दिग्गजों, राजनयिकों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से खचाखच भरे सभागार में मोदी ने अपने वक्तव्य की शुरुआत यह खेद जताकर की कि कई अधिकारियों को खड़े होकर उन्हें सुनना पड़ रहा है, क्योंकि कोई कुर्सी खाली नहीं रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा, "हम मेक इन इंडिया अभियान के प्रति निष्ठा जताते हैं।" उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियों के सामने सबसे बड़ा लक्ष्य वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता हासिल करना है।
आईसीआईसीआई बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर ने कहा कि इस अभियान से विकास तो होगा ही, लाखों नई नौकरियों का सृजन होगा। कोचर ने कहा, "विनिर्माण कंपनियों और बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि देश में जो भी बने, वह दुनिया में सर्वोत्तम हो और सबसे सस्ता हो।" उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में अगले एक दशक में करीब नौ करोड़ नौकरियों का सृजन हो सकता है। आईटीसी के वाई.सी. देवेश्वर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के लिए सही अवसर पहचाना है। उन्होंने साथ ही कहा कि व्यवस्थागत खामियों को दूर किया जाना जरूरी है, जिससे अतीत में उद्योग जगत और पूरा देश परेशान रहा है। उन्होंने कहा कि देश में विशाल युवा आबादी है और उसे इस अभियान का सबसे अधिक फायदा होगा।
अंबानी ने इस अवसर पर अगले 12-15 महीने में 80 हजार करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की, जिससे 1,20,000 नौकरियों का सृजन होगा। देवेश्वर ने भी इस मौके पर कहा कि उनकी कंपनी अगला निवेश मध्य प्रदेश में करेगी। आदित्य विक्रम बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, "विनिर्माण हमारे लिए अगली बड़ी लहर साबित होने वाली है। इस अभियान से देश की अर्थव्यवस्था को एक नई ऊंचाई मिलेगी।" अन्य प्रमुख वक्ताओं में विप्रो के अजीम प्रेमजी और लॉकहीड मार्टिन के फिल शॉ शामिल रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विज्ञान भवन में 'मेक इन इंडिया' अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का मकसद देश को वैश्विक विनिर्माण के मानचित्र पर लाना, नए प्रौद्योगिकी व पूंजी के प्रवाह को बढ़ावा देना और लाखों नौकरियों का सृजन करना है। मोदी ने इस अभियान का पोर्टल 'मेक इन इंडिया.कॉम' और लोगो लांच किया तथा विकास की संभावना से परिपूर्ण 25 क्षेत्रों पर विवरणिकाएं भी जारी कीं।
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