भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि देश को अंतर्राष्ट्रीय तेल मूल्य घटकर 100 डॉलर प्रति बैरल नीचे आने का लाभ उठाते हुए डीजल मूल्य को नियंत्रण मुक्त किया जाना चाहिए। राजन ने यह बात फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित बैंक अधिकारियों के एक सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा, "कच्चे तेल की कम कीमत से हमारे जैसे उपभोक्ता देश को मदद मिल रही है। हमें इस अवसर का उपयोग डीजल सब्सिडी को पूरी तरह से बंद करने में करना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "तेल मूल्य कम होने का मतलब है कम चालू खाता घाटा, कम तेल सब्सिडी और कम महंगाई। हमें जल्द-से-जल्द डीजल सब्सिडी को समाप्त करने में इस अवसर का उपयोग करना चाहिए।" अंतर्राष्ट्रीय तेल मूल्य के अगस्त में 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ जाने के बाद पिछले सप्ताह भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की कीमत करीब तीन डॉलर घटी है। ब्रेंट क्रूड गत सोमवार को पिछले 14 महीने में पहली बार घटकर प्रति बैरल 99.59 डॉलर का रह गया। चीन में मांग घटने के कारण इसमें गिरावट आई है।
31 अगस्त को लगातार तीसरी बार पेट्रोल की कीमत घटाई गई है। पेट्रोल मूल्य को जून 2010 में नियंत्रण मुक्त कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि यूक्रेन और मध्यपूर्व में अस्थिरता जैसे कारणों से विश्लेषक यह मान रहे हैं कि तेल मूल्य में यह गिरावट अधिक दिनों तक रहेगी। उन्होंने कहा, "हम निश्चित रूप से इंतजार कर सकते हैं, लेकिन कहीं ऐसा न हो कि अवसर हाथ से निकल जाए और हम सब्सिडी में फंसे रह जाएं।"
जनवरी 2013 में सरकार से अनुमति मिलने के बाद हर महीने डीजल की कीमत 50 पैसे बढ़ाई जा रही थी और अब इसकी बिक्री पर तेल विपणन कंपनियों को होने वाला घाटा लगभग समाप्त हो गया है और भारत डीजल मूल्य को नियंत्रण मुक्त करने के लिए तैयार है। प्रति लीटर डीजल मूल्य अभी दिल्ली में 58.97 रुपये, मुंबई में 67.26 रुपये, कोलकाता में 63.81 रुपये और चेन्नई में 62.92 रुपये है।
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