सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ के जिला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) को एक महिला वकील के साथ उसके पति के रिश्तेदारों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की घटना के संबंध में पुलिस कार्रवाई की स्टेटस रिकार्ड सहित सभी रिकार्ड की रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। पीड़ित महिला ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायाल परिसर में आत्महत्या की कोशिश की थी।
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूत्र्ति आर. एम. लोढ़ा की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने कहा कि इस समय राम मनोरहर लोहिया अस्पताल में भर्ती महिला वकील को सुरक्षा दी जाएगी। न्यायालय ने कहा कि पीड़िता मामले में किसी भी तरह की कानूनी मदद के लिए 'दिल्ली लीगल एड सोसायटी' से संपर्क कर सकती है।
पीड़िता ने सर्वोच्च न्यायालय को अपने पति के रिश्तेदारों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होने की घटना की शिकायत पर पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई न किए जाने के बारे में अवगत कराते हुए न्याय मांगा था। पीड़िता ने कहा था कि अन्याय से तंग आकर उसने अपनी फिनाइल की गोली खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी।
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