संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने विदेशी आतंकवादियों के खतरों को दूर करने तथा इस दिशा में सदस्य राष्ट्रों की जिम्मेदारियां बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव बुधवार को पारित किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई तथा 10 अस्थाई सदस्यों ने एक विशेष सत्र में आम सहमति से इस प्रस्ताव को पारित कर दिया। इस सत्र की अध्यक्षता अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने की, जिनका देश सितंबर माह के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है।
इस प्रस्ताव का उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों में हिस्सा लेने अथवा उसकी साजिश करने वालों को रोकना है। प्रस्ताव के माध्यम से सुरक्षा परिषद ने सदस्य देशों से दुनिया के जिन भी हिस्सों में संघर्ष व्याप्त है, वहां आतंकवादी समूहों में नियुक्त होने के लिए जाने वाले संदिग्धों को रोकने की अपील की है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि सदस्य देश आतंकवादी गतिविधियों के लिए संदिग्ध लोगों का अपने भूभाग में प्रवेश अथवा पारगमन रोकेंगे। प्रस्ताव में आतंकवाद से लड़ने के बजाय इसके विस्तार को रोकने पर अधिक महत्व दिया गया है। साथ ही हिंसक चरमपंथ के विस्तार के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों से निपटने के लिए स्थानीय समुदायों तथा गैर-सरकारी संगठनों से तालमेल करने की बात भी प्रस्ताव में कही गई है। सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने इस प्रस्ताव को तुरंत और पूरी तरह लागू करने पर जोर दिया है।
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