‘‘मेरे बुजुर्ग-मेरे तीर्थ’’ योजना के तहत पहली बस को मुख्यमंत्री ने किया रवाना
- 25 हजार से अधिक बुजुर्गों का है लक्ष्य
- आंतरिक पर्यटन को बढ़ावा देना है सरकार का मकसदः मुख्यमंत्री
देहरादून 25 सितम्बर, (निस)। आंतरिक पर्यटन को पर्यटन नीति का अनिवार्य अंग बनाया जाएगा। ‘‘मेरे बुजुर्ग-मेरे तीर्थ’’ योजना के तहत अगले वर्ष 25 हजार से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को चारधाम की यात्रा करवाने का लक्ष्य रखा जाएगा। कैंट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास से गुरूवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ‘‘मेरे बुजुर्ग-मेरे तीर्थ’’ योजना के तहत 25 वरिष्ठ नागरिकों को श्री बदरीनाथ धाम के लिए रवाना किया। सीएम ने यात्रियों की बस को हरी झण्डी दिखाकर योजना का औपचारिक रूप से शुभारम्भ किया।
सीएम आवास कैट रोड़ स्थित जनता हाॅल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘मेरे बुजुर्ग-मेरे तीर्थ’’ योजना तीन उद्देश्यों को लेकर प्रारम्भ की गई है। पहला मकसद सामाजिक मूल्यों को टूटने से बचाना है। बदलते दौर में हमारी सामाजिक परम्पराएं व पारिवारिक मान्यताएं दरकने लगी हैं। हम सभी को सामूहिक रूप से आगे आकर बताना होगा कि हमारे समाज में बुजुर्गों का आज भी वही आदर है जो हजारों वर्षों से भारतीय संस्कृति में रहा है। इस सामूहिक उŸारदायित्व में सरकार की भी भूमिका है। दूसरा मकसद वरिष्ठ नागरिकों में उत्साह व उमंग बनाए रखना है। मेरा मानना है कि इंसान में जब तक संघर्ष करने की प्रवृŸिा रहती है वह युवा बना रहता है। इस यात्रा के माध्यम से वरिष्ठ नागरिक यह बता देंगे कि वे अब भी उतने ही युवा हैं जितने कि अपने पारिवारिक जीवन की शुरूआत करते समय थे। इस यात्रा से देश दुनिया की उŸाराखण्ड के बारे में गलतफहमी दूर हो सकेगी। इस वर्ष की चारधाम यात्रा व नंदादेवी राजजात यात्रा से सुरक्षित उŸाराखण्ड का जो संदेश गया है वह और भी पुख्ता हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण मकसद है आंतरिक पर्यटन को बढ़ावा देना। राज्य के एक भाग के लोग राज्य के दूसरे भाग में जाएं वहां के लोगों से मिल सकें। इससे पर्यटन सुदृढ़ होगा और राज्य मे ंसौहार्द्र भावना भी बढ़ेगी। आंतरिक पर्यटन हमारी पर्यटन नीति का कभी हिस्सा नहीं रहा। अब इस बारे में रूपरेखा तैयार की जा रही है कि किस प्रकार आंतरिक पर्यटन को प्रोत्साहित किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि इस वर्ष लगभग 2500 वरिष्ठ नागरिकों को बदरीनाथ व अन्य धामों की यात्रा कराई जाएगी। प्रयास किया जाएगा कि अगले वर्ष यह संख्या 10 गुना से अधिक हो सके। महिलाओं के लिए अधिक सुगम बनाया जाएगा। सीएम ने पर्यटन मंत्री दिनेश धनै व पर्यटन विभाग के अधिकारियों कोे योजना को बेहतर ढंग से लागू करने के लिए बधाई दी।
पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने कहा कि केदारनाथ आपदा के बाद राज्य के पर्यटन को पुनः पटरी पर लाने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। ‘‘मेरे बुजुर्ग-मेरे तीर्थ’’ योजना के माध्यम से जहां राज्य सरकार अपने वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान कर रही है, वहीं बुजुर्गों का आर्शीवाद भी हमें मिलेगा। अपर सचिव पर्यटन शैलेश बगोली ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक जिले से 200 वरिष्ठ नागरिकों को चारधाम यात्रा करवाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जीएमवीएन व केएमवीएन यात्रा के संयोजक हैं जबकि जिला प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण सहयोग मिल रहा है। योजना को बड़ा ही अच्छा रेस्पोंस मिल रहा है। आज गुरूवार को देहरादून से 25 यात्रि बस में रवाना किए गए हैं। इसी प्रकार एक बस हरिद्वार से भी रवाना की गई है। देहरादून से जाने वाले बुजुर्ग गौचर में जबकि हरिद्वार से जाने वाले बुजुर्ग जोशीमठ में रात्रि विश्राम करेंगे।
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