ठीक एक महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में 25 साल पुराने सहयोगी बीजेपी−शिवसेना के बीच रिश्तों में कश्मकश बनी हुआ है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन के भविष्य पर मुंह खोलने से इनकार कर दिया, हालांकि सीटों के बराबर बंटवारे की बीजेपी का मांग पर उद्धव ने कहा है कि बीजेपी को 135 सीटें देना मुमकिन नहीं है। उद्धव ने पत्रकारों के बार-बार पूछने पर यह भी कहा कि कई बार लगता है गठबंधन इस पार या उस पार, लेकिन हम हर बार इस पार ही रहते हैं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं करूंगा, जिससे गठबंधन टूटे। 25 साल पुराना गठबंधन है, विकल्प देखेंगे। बार-बार ऐसा होता है, लेकिन हम साथ हैं। बीजेपी से हमारी बातचीत जारी है। महाराष्ट्र में चुनाव का ऐलान हो चुका है, लेकिन शिवसेना-बीजेपी के बीच न तो सीट बंटवारे पर कोई फैसला हो पाया है और न ही सीएम पद के दावेदार पर। दरअसल, शिवसेना की तरफ से सीएम पद के दावेदार के तौर पर उद्धव का नाम आगे किया गया है।
शिवसेना 288 में से कम से कम 150 सीटें लड़ना चाहती है, लेकिन बीजेपी इस पर कतई राजी नहीं है। मुद्दा मुख्मंत्री के दावेदार का भी है, जिस पर उद्दव ठाकरे हक जता रहे हैं। ऐसे में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर शिवसेना और बीजेपी गठबंधन में तनाव बरकरार है। महाराष्ट्र बीजेपी प्रवक्ता ने तो यहां तक कह दिया कि दोनों दलों में बातचीत बंद है।
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