सरकार ने 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगों के 3,325 पीड़ितों के परिजनों को पांच पांच लाख रुपए का अतिरिक्त मुआवजा देने का फैसला किया है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को दिया जाने वाला मुआवजा अब तक सरकार और अन्य एजेंसियों से समय समय पर मिली राशि के अलावा होगा। दंगा पीड़ित 3,325 लोगों में से 2,733 लोग सिर्फ दिल्ली में मारे गए थे, जबकि शेष पीड़ित उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से थे।
नरेंद्र मोदी सरकार को पिछले तीन महीने में विभिन्न सिख संगठनों से कई ज्ञापन मिले थे और सरकार ने इंदिरा गांधी की 30वीं पुण्यतिथि से एक दिन पहले यह फैसला किया। अधिकारी ने बताया कि नए मुआवजे से सरकारी खजाने पर 166 करोड़ रूपए का भार आएगा तथा इस राशि का भुगतान जल्द से जल्द किया जाएगा। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि अगले कुछ सप्ताहों में राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्तूबर 1984 को उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दिए जाने के बाद सिख विरोधी दंगे हुए थे।
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