भारतीय युवा अनूप जैन ने प्रतिष्ठित ग्लोबल सिटिजन अवॉर्ड जीत लिया है। सामुदायिक सफाई के क्षेत्र में काम करने वाले अनूप को अवॉर्ड के साथ एक लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 60 लाख रुपए) दिए जाएंगे। आयोजकों के मुताबिक यह वही क्षेत्र है, जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सुधार चाहते हैं।
अनूप जैन को 2011 में बिहार के ग्रामीण इलाकों में सामुदायिक सफाई के क्षेत्र में काम करने के लिए 2014 का वेसलिट्ज ग्लोबल सिटीजन अवॉर्ड दिया गया है। अवॉर्ड की घोषणा उसी सेंट्रल पार्क में की गई, जहां एक सप्ताह पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारों लोगों को संबोधित किया था। आयोजकों के मुताबिक अनूप का काम मानवीय शक्ति का इस्तेमाल कर 2019 तक देश के हर स्कूल में शौचालय बनाने के उस अभियान से जुड़ा है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिबद्धता बताया है।
अनूप इस अवॉर्ड के लिए अंतिम चार प्रतिभागियों में से एक थे। उन्हें दुनियाभर से मिले वोटों के आधार पर विजेता चुना गया। मेलबर्न स्थित वेसलिट्ज फाउंडेशन के चेयरमैन और संस्थापक एलेक्स वेसलिट्ज ने कहा कि इस अवॉर्ड से अनूप जैन जैसे कई युवाओं को जरूरतमंदों की मदद करने की प्रेरणा मिल सकती है। उनकी कंपनी इनाम में मिली धनराशि का इस्तेमाल देश के ग्रामीण इलाकों में शौचालय के निर्माण में करेगी। अंतिम चार में एक और भारतीय स्वप्निल चतुर्वेदी भी शामिल थे। स्वप्निल ने समग्र सैनिटेशन की स्थापना की थी।
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