भाजपा नेता देंवेद्र फड़नवीस शुक्रवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा और देश की चर्चित हस्तियां शामिल होंगी, पर शिवसेना का कोई भी नेता मौजूद नहीं रहेगा। शिवसेना ने इस समारोह को बहिष्कार करने का फैसला किया है।
शिवसेना ने यह कदम भाजपा के उस फैसले के बाद उठाया, जिसके तहत भाजपा ने कहा है कि नई सरकार में शिवसेना के किसी भी नेता को मंत्री नहीं बनाया जाएगा। एक दिन पहले शिवसेना ने भाजपा को ये संदेश भिजवाया था कि वह नई सरकार में शामिल होने को तैयार है, बशर्ते सरकार में उसके विधायकों को भी मंत्री पद मिले। करीब 10 मंत्रियों के भी शपथ की उम्मीद है। इसमें एकनाथ खड़से, सुधीर मुगंतीवार, विनोद तावड़े और पंकजा मुंडे के नाम संभावित है।
वानखेड़े स्टेडियम को शाही अंदाज से सजाया जा रहा है। मशहूर स्टेज डिजाइनर नितिन देसाई शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक का स्मरण दिलाने वाला स्टेज तैयार करा रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह को यादगार बनाने के लिए मायानगरी आए पर्यटकों को भी न्योता दिया गया है। वहीं भाजपा महासचिव राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि इसकी संभावना नहीं लगती कि शिवसेना के किसी मंत्री को शपथ दिलाई जाएगी। महाराष्ट्र में एक संभावित गठबंधन के लिए शिवसेना के साथ वार्ता सौहार्दपूर्ण महौल में जारी है, लेकिन इस संबंध में अभी कोई परिणाम नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि भाजपा उम्मीद करती है कि इस संबंध में निर्णय जल्द हो जाएगा।
भाजपा 288 सदस्यीय विधानसभा में 122 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी, लेकिन उसके एक विधायक गोविंद राठौड़ का निधन हो गया। शिवसेना जब तक सरकार में शामिल नहीं हो जाती है, यह तकनीकी तौर पर एक अल्पमत की सरकार है, लेकिन 41 विधायकों वाले राकांपा की ओर से घोषित समर्थन भाजपा सरकार के लिए एक बचाव का काम करेगा। - See
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