अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन कैरी ने भारत को असीम उर्जा और शक्ति से भरपूर देश बताया है. कैरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हालिया यात्रा एक ऐसा क्षण था जब भारतीयों और अमेरिकियों को सही मायने में यह अहसास हुआ कि दोनों 'स्वाभाविक साझेदार' एक साथ मिलकर कितना कुछ हासिल कर सकते हैं. अमेरिकी विदेश विभाग के मुख्यालय में यहां पहले दीपावली उत्सव में कल कैरी ने कहा, 'पूरी दुनिया के मुकाबले यहां मौजूदा लोगों को यह बहुत अच्छी तरह पता है कि भारत निश्चित रुप से असीम उर्जा और शक्ति संपन्न देश है.'
दीये जलाने के बाद कैरी ने कहा, भारत दक्षिण एशिया का सबसे बडा राष्ट्र है और पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान, हमें भारत और अमेरिका के बीच अपने पहले से ही घनिष्ठ संबंधों को और आगे ले जाने का एक अविस्मरणीय अवसर मिला और आप में से बहुत से लोग उस वक्त यहां मौजूद रहे होंगे जब उप राष्ट्रपति जो बाइडेन और मैंने एकदम यहीं, इसी मंच पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया था. शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि मोदी की यात्रा वह क्षण था जब भारतीय और अमेरिकियों को सही मायने में यह अहसास हुआ होगा कि दोनों देश एक साथ मिलकर क्या कुछ हासिल करने में सक्षम हैं.
कैरी ने कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड सकते हैं, दोनों देशों में युवाओं के लिए अवसर पैदा कर सकते हैं, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला कर सकते हैं तथा विज्ञान और तकनीक की सीमाओं को तोडकर असीम प्रगति हासिल कर सकते हैं. कैरी ने कहा, उस क्षण को जितनी खूबसूरती के साथ प्रधानमंत्री और उप राष्ट्रपति ने अपने शब्दों में बयान किया था, हम उसी क्षण से संबंधों को आगे बढाने को प्रतिबद्ध हैं ताकि विश्व के दो सबसे प्राचीन और विशाल लोकतंत्र सही अर्थो में हमारे संबंधों के अद्भुत और असीम रिश्तों को महसूस कर सकें.
दोनों देशों के नेतृत्व द्वारा पिछले एक दशक में किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कैरी ने कहा कि दोनों ने यह साबित करने के लिए कडी मेहनत की कि भारत और अमेरिका 'स्वाभाविक साझेदार' हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका दो ऐसे आशावादी राष्ट्र हैं जो इतिहास में मौजूद निर्धारक ताकतों में यकीन नहीं करते बल्कि उनमें अपना इतिहास खुद बनाने की ताकत है. विदेश विभाग के ऐतिहासिक बेंजामिन फ्रैंकलिन कक्ष में पहली बार आयोजित दीपावली उत्सव में करीब 300 मेहमानों ने भाग लिया जिनमें भारतीय अमेरिकी समुदाय के प्रमुख लोग और दक्षिण एशियाई देशों के दूत मौजूद थे.
अमेरिका में भारत के राजदूत एस जयशंकर ने भी इस समारोह में हिस्सा लिया. कैरी ने इस दौरान मोदी और ओबामा के बीच पिछले महीने की मुलाकात और दोनों के एक साथ नस्लवाद विरोधी आंदोलन के अगुवा मार्टिन लूथर किंग के स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित किए जाने का भी जिक्र किया.
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