देश की तृतीय प्रधानमन्त्री श्रीमती इंदिरा गाँधी की आज पुण्य तिथि है. देश ने दिवंगत प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को उनकी 30वीं पुण्यतिथि कभी भूला नहीं जा सकता। इंदिरा प्रियदर्शिनी का जन्म 19 नवंबर, 1917 को इलाहाबाद के एक राजनितिक परिवार में हुआ। इंदिरा गाँधी देश की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री हैं। इंदिरा गांधी को राजनीति विरासत में मिली थी वे सियासी उतार-चढ़ाव को बखूबी समझती थीं।
पिता जवाहरलाल नेहरु के निधन के बाद लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनीं। शास्त्री जी के निधन के बाद 1966 में वह देश की प्रधानमंत्री बनीं। इंदिरा गांधी 1966 से 1977 तक लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनीं परन्तु राजनीतिक छवि को आपातकाल की वजह से गहरा धक्का लगा। 1977 में देश की जनता ने उन्हें नकार दिया, पर 1980 में फिर से सत्ता में उनकी वापसी हुई। 1980 खालिस्तानी आतंकवाद के रूप में बड़ी चुनौती लेकर आया। ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर उन्हें कई तरह की राजनीतिक समस्याओं का सामना करना पड़ा। 31 अक्तूबर, 1984 को उनकी सुरक्षा में तैनात दो सुरक्षाकर्मियों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने उन्हें गोली मार दी। दिल्ली के एम्स ले जाते समय उनका निधन हो गया।
अपने फौलादी व्यक्तित्व और सकारात्मक दृष्टिकोण की वजह से इंदिरा गाँधी की गिनती विश्व की सबसे ताकतवर महिलाओं में की जाती है। भारतीय राजनीति में उनके निर्णयों को मिसाल के तौर पर देखा जाता है। फौलादी व्यक्तित्व वाली इंदिरा गांधी को शत शत नमन।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें