- दमन के लिये लाठी बरसाना निंदनीय
सीधी। टांेकों-रांेको-ठांेकों क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने जे.पी. पापर प्लांट निगरी के विस्थापितों द्वारा अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक जनतांत्रिक तरीके से किये जा रहे आन्दोलन के आन्दोलन कारियों पर पुलिस द्वारा बेरहमी पूर्वक किये गये लाठी चार्ज की घोर निदा की है। श्री तिवारी ने कहा है कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्राकृतिक संसाधनों (जल, जंगल, जमीन) को लूटने के लिये उद्योगपतियों को खुली छूट दे रखी है। जारी लूट का विरोध एवं वैधानिक हकों की बात करने वालों पर प्र्रदेश सरकार की सह पर लाठी एवं गोली बरसायी जाती है, फर्जी मुकदमा कायम कर जेल भेजा जाता है। प्र्रदेश सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन का अनैतिक एवं असंवैधानिक दुरूपयोग इसलिये किया जाता है कि प्रदेश में स्थापित हो रहे उद्योगों में भाजपा के बडे नेताओं की साझेदारी होती है तथा छुट भैयों को टुकड़ा प्र्राप्त होता है।
प्र्रदेश एवं प्रदेश वासियों को लूटने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह देशी एवं विदेशी पूंजीपतियों के लिए लाल कारपेट विछाने का कार्य कर रहे है। श्री तिवारी ने कहा है कि जे.पी. एसोसियेट द्वारा विध्य क्षेत्र में जहाॅ-जहाॅ उद्योग स्थापित किया गया है उसके द्वारा विस्थापन निति, पर्यावरण नीति, भू-अर्जन के प्रावधान का तो पालन नहीं ही किया गया है, उसके द्वारा प्रशासन से सांठ-गांठ करके नियम कायदों को भी रौदने एवं जनता पर लाठी एवं गोली चलवाने का कृत्य किया गया है। जे.पी. एसोसियेट से टुकडे प्राप्त कर जन प्रतिनिधि जनता के साथ विश्वासघात करते हैं तथा प्रशासन जे.पी. के टुकडे से लाभान्वित होकर जनता पर लाठी एवं गोली बरसा कर दमन करता है, जिसका ताजा उदाहरण निगरी पावर प्लांट के विस्थापितों पर लाठी बरसाना है। निगरी के विस्थपित जन अपनी सम्पत्ति की लूट तथा अपने अधिकारों की बात करते है तो उन पर लाठी बरसायी जाती है, वहीं जे.पी. पावर बेंचर्स निगरी द्वारा बिना अनुमति के गोपद नदी में बांध बना लिया गया है, बालू की अवैध निकासी की जा रही है, सैडकों एकड़ वन भूमि में स्थाई दीवाल की बाउण्ड्री बनाकर अवैध कब्जा कर लिया गया है, बांध के डूब में सिंगरौली तथा सीधी जिले के कई ग्रामों की भूमियां डूब में आ गई है, डूब मे आने वाली जमीनों का न तो भू-अर्जन किया गया, न तो किसानों को मुआवजा ही दिया गया। जे
.पी. एसोसिएट द्वारा की व्यापक अनियमितता पर कानूनी कार्यवाही हेतु जन आन्दोलन किया गया फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। ऐसे में तो यही कहा जा सकता है कि ’’मुख्यमंत्री शिवराज सिंह मेहरवान तो जे.पी. एसोसिएट पहलवान, नौकरसाही सैतान’’।
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