वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) को अपनी ऑडिट रिपोर्ट के जरिए सनसनी फैलाने से बचना चाहिए। वित्त मंत्री ने कहा, ऑडिट रिपोर्ट के जरिए कैग को सनसनी फैलाने या हेडलाइंस बनाने से बचना चाहिए। जेटली के इस बयान के बाद उनकी आलोचना शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर उन्हें संवैधानिक संस्था के खिलाफ टिप्पणी करने से बचने की सलाह भी दी गई है।
जेटली का बयान इस लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि यूपीए सरकार के दौरान कैग की कई रिपोर्ट पर खासा हंगामा होता रहा है। भाजपा तब विपक्ष में थी और कैग की कई रिपोर्ट पर उसने संसद में कामकाज में रुकावट डाली थी। हालांकि, तब यूपीए सरकार का रूख था कि ये सिर्फ सुर्खियां हैं, सचचाई नहीं। 2 जी घोटाले में कैग ने कहा था कि एक लाख 76 हजार करोड़ का नुकसान हुआ। यह आंकड़ा काफी बड़ा था। विपक्षी दल भाजपा ने इसे खूब जोर शोर से उठाया था।
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