संयुक्त राश्ट्र दिवस 24 अक्टूबर को
छतरपुर/21 अक्टूबर/प्रदेष में विगत वर्शाें की भांति इस वर्श भी संयुक्त राश्ट्र दिवस समारोह 24 अक्टूबर को मनाया जाायेगा। इस दिन राजधानी के उन सभी सरकारी भवनों में जिन पर राश्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराया जाता है उन पर राश्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ संयुक्त राश्ट्र संघ का ध्वज भी फहराया जायेगा। संयुक्त राश्ट्र संघ का ध्वज राजभवन, विधानसभा भवन एवं उच्च न्यायालय के भवनों पर नहीं फहराया जायेगा। सामान्य प्रषासन विभाग द्वारा जिला मुख्यालयों पर जहां संयुक्त राश्ट्र संघ का ध्वज उपलब्ध हो, राश्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ संयुक्त राश्ट्र संघ का ध्वज महत्वपूर्ण सरकारी भवनांे पर फहराये जाने के निर्देष दिये गये हैं। जब संयुक्त राश्ट्र संघ का झंडा राश्ट्रीय झंडे के साथ फहराया जाता हैं तो वह राश्ट्रीय झंडे के किसी भी ओर लगाया जा सकता है। सामान्यतः राश्ट्रीय झंडे को इस प्रकार फहराया जाता है कि वह अपने सामने वाली दिषा के हिसाब से अपने एकदम दाई ओर होता है, अर्थात झंडा फहराने के समय झंडे की ओर मुख किये हुये व्यक्ति के एकदम बाई ओर हो।
फोटो निर्वाचक नामावली के संबंध में दावे-आपत्तियां आमंत्रित
छतरपुर/21 अक्टूबर/भारत निर्वाचन आयोग के निर्देषानुसार अर्हता 1 जनवरी 2015 को 18 वर्श की आयु पूर्ण करने वाले एवं छूटे हुये पात्र मतदाताओं ने नाम फोटो निर्वाचक नामावली में षामिल किये जाने हेतु 15 अक्टूबर से 10 नवम्बर 2014 तक निर्वाचक नामावली के संबंध में दावे-आपत्तियां अभिहित स्थलों पर प्राप्त की जाना है। 1 जनवरी 2015 को 18 वर्श की आयु पूर्ण करने वाले सभी लोग निर्धारित प्रारूप 6 में आवेदन कर अपना नाम निर्वाचक नामावली में षामिल करा सकते हैं। पात्र मतदाताओं से अपील की गयी है कि मतदाता सूची में अपनी प्रविश्टी की जांच करें तथा नाम न होने पर निर्धारित प्रारूप 6 में आवेदन संबंधित मतदान केन्द्र में उपस्थित बीएलओ के समक्ष जमा करायें। अप्रवासी भरतीय अपना नाम निर्वाचक नामावली में षामिल कराने के लिये फार्म 6 ए का उपयोग कर सकते हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की वेबसाइट ूूूण्बमवउंकीलंचतंकमेीण्दपबण्पद पर भी प्रारूप वोटर लिस्ट 2015 देख सकते हैं। साथ ही अपने नाम तथा ईपिक कार्ड के आधार पर वोटर लिस्ट में सर्च सुविधा के माध्यम से अपनी प्रविश्टी दर्ज होने संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ई-रजिस्ट्रेषन की सुविधा भी वेबसाइट पर उपलब्ध है। ऐसे मतदाता जिनके नाम पूर्व से ही निर्वाचक नामावली में तथा उनका मतदान केन्द्र, विधानसभा, जिला इत्यादि बदल गया है वे भी नवीन स्थान पर नाम जुड़वाने की कार्यवाही कर सकते हैं, पुराने स्थान से नाम हटाने हेतु फार्म 7 भरना होगा। प्रविश्टी में संषोधन के लिये फार्म 8 एवं एक ही विधानसभा क्षेत्र में स्थानांतरण हेतु फार्म 8 क भरा जावे। मतदाता सूची को त्रुटिरहित अद्यतन कराने में सर्वजन का सहयोग अपेक्षित है।
डीएड परीक्षा हेतु आॅनलाइन फार्म 30 अक्टूबर तक भरे जायेंगे
छतरपुर/21 अक्टूबर/माध्यमिक षिक्षा मण्डल भोपाल द्वारा संचालित डीएड प्रथम एवं द्वितीय वर्श नियमित या पत्राचार एवं विषेश बीटीसी के पूरक परीक्षार्थी जो वर्श 2014 में द्वितीय अवसर की परीक्षा में अनुत्तीर्ण अथवा अनुपस्थित रहे हैं वह पूर्व के अनुक्रमांक के आधार पर 30 अक्टूबर तक आॅनलाइन परीक्षा आवेदन भर सकते हैं।
मेला में तैनात बल की ली गयी बैठक
छतरपुर/21 अक्टूबर/ मेला जल विहार की व्यवस्थओं के संबंध में पुलिस बल की बैठक आयोजित की गई। पुलिस अधीक्षक श्री नीरज पाण्डेय द्वारा मेला को अलग-अलग सेक्टरों जैसे महिला सेक्टर, झूला सेक्टर, खानपान सेक्टर, मेला आउटर में बांटकर उनके प्रभारियों को मेले में आने वाले नागरिकों को परेषानी न हो इस प्रकार व्यवस्था बनाने के निर्देष दिये गये। इसी प्रकार जनता में यातायात के प्रति जागरूकता लाने के लिये यातायात पुलिस का अलग से स्टाॅल लगाकर बैनर, पंपलेट, बच्चों की कविताएं, जागरूक नागरिक, सुरक्षित नागरिक की पुस्तकें वितरित करने तथा माइक से जनता को सजग रहने व मेला देखते समय सावधानियां बरतने के निर्देष यातायात प्रभारी केपी सिंह परिहार को दिये गये, जिसमें अभिभावक मेला जाते समय छोटे बच्चों की जेब में घर का मोबाइल नम्बर लिखकर अवष्य डालें। वाहन चोरी से बचने के लिये वाहनों को निर्धारित पार्किंग में ही खड़ा करें। महिला सेक्टर में पुरूश प्रवेष न करें तथा अफवाहों पर ध्यान न दें। मेले में जानवर को प्रवेष न करने दें। मेले की दुकानों में घरेलू गैस सिलेण्डर का उपयोग न करें। इसके अलावा मेला के दौरान ड्यूटी के संबंध में विस्तृत निर्देष दिये गये। मेला मीटिंग के दौरान नगर पुलिस अधीक्षक श्री डीएल परिहार, कोतवाली टीआई व अन्य पुलिस बल मौजूद थे।
मेला जल विहार में लगा यातायात को स्टाल
छतरपुर/21 अक्टूबर/पुलिस अधीक्षक श्री ललित षाक्यवार के निर्देषानुसार एवं सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती रष्मि पाण्डेय के नेतृत्व में यातायात प्रभारी श्री केपी परिहार द्वारा षहर के नागरिकों में यातायात जागरूकता यातायात चैकी की स्थापना की जाकर बिजावर नाका एवं छत्रसाल चैक पर बैरीकेट लगाये गये हैं, जिससे दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों को मेला में जाने से पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है। वाहनों की सुरक्षा हेतु नगर पालिका छतरपुर के सहयोग से छत्रसाल चैक पर पार्किंग की व्यवस्था की गयी है, जिससे मेले में वाहन चोरी न हो सके। मेले में यातायात चैकी में यातायात की महिला आरक्षकों की मदद से माइक के द्वारा तथा लोगों को यातायात के प्रति जागरूक किया जा रहा है साथ ही बैनर, पोस्टर, पंपलेट एवं स्टीकर आदि का वितरण किया जा रहा है। षहर के लोगों में यातायात के प्रति जागरूकता एवं संवेदनषीलता पैदा हो तथा वाहन दुर्घटनाओं के प्रति लोग सजग रहें।
हेलमेल लगाने वालों को गुलाब का फूल देकर किया सम्मानित
छतरपुर/21 अक्टूबर/पुलिस अधीक्षक श्री ललित षाक्यवार के निर्देषानुसार यातायात प्रभारी श्री केपी सिंह परिहार द्वारा षहर के लोगों में हेलमेट लगाने के प्रति जागरूकता लाने तथा उन्हें हेलमेट लगाने के लिये उत्साहित करने के उद्देष्य से षहर में हेलमेट लगाकर चलने वाले नागरिकों को स्थानीय गांधी चैक पर यातायात आरक्षक यादवेन्द्र की मदद से महिला आरक्षक पूजा कैथवास व रजनी विष्वकर्मा द्वारा गुलाब का फूल भेंट कर सम्मानित किया गया। यातायात प्रभारी श्री परिहार द्वारा बताया गया कि षहर में नागरिकों को हेलमेट लगाने के प्रति उत्साहित करने तथा अन्य लोगों में जागरूकता लाने के लिये लगाकर अभियान चलाकर नागरिकों को हेलमेट लगाने के प्रति प्रोत्साहित किया जायेगा।
तीन परियोजना अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी
छतरपुर/21 अक्टूबर/कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर ने सांझा चूल्हा कार्यक्रम के अंतर्गत लापरवाही बरतने पर तीन परियोजना अधिकारियों श्री अमित सिंह बम्हरौलिया ईषानगर-2, श्रीमती रेखा अहिरवार ईषानगर-1 एवं श्रीमती विवेकी चैरसिया बारीगढ़ को कारण बताओ नोटिस जारी किये हैं। कलेक्टर डाॅ. अख्तर ने बताया कि सांझा चूल्हा कार्यक्रम अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्व सहायता समूहों द्वारा प्रदाय किये गये पोशण आहार के देयक प्रति माह की 10 तारीख तक भुगतान की अनुषंसा सहित प्रस्तुत करने के निर्देष जारी किये गये थे। माह अगस्त एवं सितम्बर 2014 के देयक भुगतान हेतु आज तक प्रस्तुत नहीं किये गये। जिससे स्पश्ट है कि उक्त अधिकारियों के द्वारा वरिश्ठ कार्यालय द्वारी जारी निर्देषों की अवहेलना की जा रही है। साथ ही भुगतान के अभाव में आंगनबाड़ी केन्द्रों में पूरक आहार की व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। उक्त कृत्य मध्यप्रदेष सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का स्पश्ट उल्लंघन है। अतः क्यों न मध्यप्रदेष सिविल सेवा आचरण नियम 1966 के तहत अनुषासनात्मक कार्यवाही की जाये। इस संबंध में उक्त अधिकारियों से स्पश्टीकरण तीन दिवस में देयकों सहित प्रस्तुत करने के लिये निर्देष दिये गये हैं।
आंगनबाड़ी चलो अभियान और बाल स्वच्छता कार्यक्रम 1 से 19 नवम्बर तक
छतरपुर/21 अक्टूबर/बच्चे हमारा आने वाला कल हैं। आने वाले समय में देष निर्माण भी बच्चे ही करेंगे। इसलिये जरूरी है कि बचपन स्वस्थ्य एवं सुपोशित होना चाहिये। भारतीय परिवेष में विभिन्न अंधविष्वास, कुरीतियां, गलत स्वास्थ्य पोशण धारणायं, आदतें इस दिषा में सबसे बड़ी बाधायें हैं। इन्हीं के चलते वर्तमान में चलाये जा रहे कार्यक्रम, योजनायें अपना प्रभावषाली परिणाम नहीं दे पाती हैं। इसके अलावा समाज, जनसमुदाय इन विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी भूमिका निर्धारित नहीं करता है और न ही सहभागिता करता है। यदि समेकित बाल विकास सेवा जैसे कार्यक्रमों में जनसमुदाय, जनप्रतिनिधि, हितग्राही भी सकारात्मक दृश्टिकोण से सहयोग करें, तो त्वरित परिणाम निकलेंगे और हमारी आने वाली पीढ़ी स्वस्थ्य एवं सुपोशित होगी। समेकित बाल विकास सेवा कार्यक्रम निरंतर विस्तार पा रहा है, लेकिन अभी भी पात्र हितग्राहियों एवं लाभार्थियों की संख्या में काफी अंतर है। इन पात्र हितग्राहियों समेकित बाल विकास सेवा योजना के लाभ लेने के लिये प्रेरित किया जाना आवष्यक है। समुदाय को आईसीडीएस के लाभ आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों के स्वास्थ्य पोशण पर निगरानी, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं षिक्षा तथा बच्चों का भविश्य निर्माण, कुपोशित बच्चों, किषोरी बालिकाओं, गर्भवती, षिषुवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों से मदद, व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक स्वच्छता आदि की प्रभावी जानकारी दी जानी चाहिये। इन सेवाओं का लाभ लेने के लिये बच्चों-महिलाओं को प्रेरित किया जाना चाहिये। जितनी अधिक जागृति माता-पिता में होगी बच्चे का स्वास्थ्य उतना ही अच्छा रखा जा सकेगा। उक्त परिवेक्ष्य में आंगनबाड़ी सेवाओं उपयोगिता समुदाय में स्थापित करने के लिये एवं समुदाय में आईसीडीएस की मांग बढ़ाने के लिये 1 से 19 नवम्बर तक विषेश राज्यव्यापी आंगनबाड़ी चलो सुपोशण अभियान के तहत चलाई जा रही गतिविधियों के साथ तय की गयी है। आंगनबाड़ी चलो अभियान एवं बाल स्वच्छता कार्यक्रम की कार्ययोजना अभियान के प्रमुख उद्धेष्य हैं- आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेवाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार, केन्द्रों पर षत प्रतिषत पात्र बच्चांे, गर्भवती, धात्री एवं किषोरियों का रजिस्ट्रेषन, केन्द्रों पर हितग्राहियों की षत प्रतिषत उपस्थिति, सेवा प्रदाय में समुदाय, पोशण मित्र, सहयोगिनी की भागीदारी, आंगनबाड़ी केन्द्रों को आकर्शक बनाना, समुदाय में आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेवाओं की मांग बढ़ाना, आंगनबाड़ी केन्द्रों से दी जा रही सेवाओं से गुणात्मक सुधार लाना, व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाना एवं स्वच्छता संबंधी सकारात्मक व्यवहारों को बढ़ाना है। आंगनबाड़ी चलो अभियान के तहत सहायक संचालक नोडल अधिकारी श्री राजेन्द्र त्रिपाठी को नियुक्त किया गया है।
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