31 अक्टूबर को इंदिरा की पुण्यतिथि नहीं, पटेल की जयंती मनाएगी सरकार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 29 अक्तूबर 2014

31 अक्टूबर को इंदिरा की पुण्यतिथि नहीं, पटेल की जयंती मनाएगी सरकार


 31 अक्टूबर को अब तक हर साल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के तौर पर मनाया जाता रहा है। लेकिन, अब केंद्र सरकार इस दिन देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाएगी। दूरदर्शन ने इसके लिए कार्यक्रमों की सीरीज की योजना बनाई है, जिसमें पटेल के गुजरात स्थित पैतृक गांव करमसाद में आयोजित समारोह का कवरेज भी शामिल है। इसके लिए दूरदर्शन की संपादकीय टीम करमसाद भेज दी गई है। लौह पुरुष कहे जानेवाले सरदार पटेल की जीवन पर आधे घंटे की एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई जाएगी।


दूरदर्शन की महानिदेशक अर्चना दत्त के अनुसार डॉक्यूमेंट्री में स्वतंत्रता संग्राम में पटेल के योगदान और आजादी के बाद उनके महती कार्यों पर रोशनी डाली जाएगी। इसके लिए फिल्म्स डिविजन के आर्काइव में रखे दुर्लभ फुटेज को खंगाला गया है, जबकि इतिहासकारों और शिक्षाविदों ने डॉक्यूमेंट्री की स्क्रिप्ट तैयार की है। स्क्रिप्ट में देश के इतिहास में पटेल के महत्व को रेखांकित किया गया है। डीडी ने प्राचर का एक विडियो भी तैयार किया है, जिसमें भारत के लिए पटेल की दूरदृष्टि की व्याख्या और राष्ट्रीय एकता दिवस के थीम को बताया गया है।

दत्त ने कहा, 'डॉक्यूमेंट्री और कार्यक्रम इन-हाउस तैयार किए जा रहे हैं। हम पटेल के गांव करमसाद में आयोजित होनेवाले समारोह के कवरेज के लिए डीडी न्यूज की टीम भेज दी है।' डीडी देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित होनेवाले एकता दौड़ ( रन फोर यूनिटी) को भी कवर करेगा। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि एकता दौड़ के जरिए लौह पुरुष के कुशल शासन और राष्ट्रीय एकता के संदेशों को फैलाया जाएगा। जावड़ेकर पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि सरदार पटेल के संदेशों से रूबरू करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को संबोधित करेंगे।

दरअसल, प्रतीकों की विरासत पर दावा ठोंकने का मोदी सरकार का यह ताजा प्रयास है। महीने की शुरुआत में मोदी ने महात्मा गांधी की जयंती पर स्वच्छ भारत अभियान लॉन्च किया था। जवाहरलाल नेहरू की जयंती 14 नवंबर को देशभर के स्कूलों तक इस अभियान का विस्तार किया जाएगा ताकि बच्चों में सफाई के प्रति जागरूकता पैदा की जा सके। 31 अक्टूबर के लिए डीडी की इस पहल का साथ कई अन्य जन माध्यम भी देंगे, जिन्हें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में विज्ञापन के तौर पर देखा जा सकेगा।

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