पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हिंसा के बाद वहां जाने की कोशिश कर रहे बीजेपी के मुख्तार अब्बास नकवी को कुछ और नेताओं के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। जिले के हिंसा प्रभावित मकरा गांव में निषेधाज्ञा लगा दी गई थी।
बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर बर्बर ताकतों के जरिए विपक्ष पर रोक लगाने की कोशिश और मकरा की घटना को दबाने का आरोप लगाया। इस गांव में सोमावार को राजनीतिक झड़प में तीन लोगों की मौत हो गयी थी।
पुलिस ने बताया कि बीजेपी नेताओं को तब गिरफ्तार किया गया जब वे सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर गांव में घुसने की कोशिश कर रहे थे। नकवी के साथ बीजेपी के राज्य अध्यक्ष राहुल सिन्हा , पार्टी के सांसद कीर्ति आजाद और उदित राज को भी गिरफ्तार किया गया। ये सभी नकवी की अगुवाई वाली उस तीन सदस्यों वाली टीम का हिस्सा हैं जिसे स्थिति का जायजा लेने के लिए पार्टी की तरफ से इस गांव में भेजा गया था।
नकवी और दूसरे बीजेपी नेताओं की पुलिस के साथ उस समय कहा सुनी हो गयी जब भाजपा नेता गांव में प्रवेश करने की मंजूरी मांग रहे थे । पुलिस ने इन्हें रोक दिया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जब पुलिस बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस से उनकी हाथापाई हो गयी। जब उन्होंने गांव में प्रवेश करने की कोशिश की तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। नकवी ने दावा किया कि पुलिसकर्मी जब उन्हें गाड़ी की ओर ले जा रहे थे तो उन्हें चोट आयी।
नकवी और दूसरे बीजेपी नेताओं की पुलिस के साथ उस समय कहा सुनी हो गयी जब भाजपा नेता गांव में प्रवेश करने की मंजूरी मांग रहे थे । पुलिस ने इन्हें रोक दिया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जब पुलिस बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस से उनकी हाथापाई हो गयी। जब उन्होंने गांव में प्रवेश करने की कोशिश की तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। नकवी ने दावा किया कि पुलिसकर्मी जब उन्हें गाड़ी की ओर ले जा रहे थे तो उन्हें चोट आयी।
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