नीमच (मध्यप्रदेश) की खबर (08 अक्टूबर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 8 अक्तूबर 2014

नीमच (मध्यप्रदेश) की खबर (08 अक्टूबर)

बरसात अमृत बांटी खीर

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। षारदीय षरद पूर्णिमा के पावन उपलक्ष्य में नगर के विभिन्न मंदिरों में पूर्णिमा की धवल षीतल चांदनी की रोषनी से दूध, साबूदाना, चांवल आदि की खीर का निर्माण कर श्रद्धालु भक्तों ने 7 अक्टूबर को देर रात्रि 12 बजे प्रसाद का वितरण किया। इससे पूर्व खीर को चन्द्रमा की अमृत रोषनी में बनाया गया। नीमचसिटी स्थित विष्वकर्मा जांगिड ब्राम्हण समाज मंदिर, सांवरियाजी मंदिर नीमचसिटी, बिचला गोपाल मंदिर, जांगिड ब्राम्हण समाज मंदिर जवाहर नगर, दक्षिणमुखी विराट हनुमान मंदिर ग्वालटोली, इंदिरा नगर मांगलिक भवन, खण्डेलवाल वैष्य समाज द्वारा नूतन विद्यालय, मुरलीधर मंदिर, चैतन्य बालाजी हनुमान मंदिर बघाना में अग्रवाल समाज द्वारा अमृत खीर प्रसादी का वितरण कर षरद पूर्णिमा पर्व उल्लास के साथ मनाया तो मंदिरों में आरती के साथ भजन कीर्तन भी किए गए।

गुप्तेष्वर महादेव में मनाया पूर्णिमा पर्व

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। षारदीय षरद पूर्णिमा के पावन पर्व के उपलक्ष्य में 7 अक्टूबर रात्रि को 12 बजे चन्द्रमा की पूजा अर्चना के बाद चूडी गली स्थित गुप्तेष्वर महादेव मंदिर में दूध, साबुदाना से निर्मित खीर के अमृत प्रसाद को चन्द्रमा की षीतल रोषनी में निर्मित खीर श्रद्धालुओं को वितरण किया गया। खीर प्रसाद निर्माण एवं वितरण व्यवस्था में षेखर सेन, आषीष षर्मा, भीम सेन, मोनू, दीपक चैधरी, गोटू भंडारी आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा। 

अफीम नीतियों में सुधार को लेकर रामचन्द्र नागदा ने केन्द्रीय वित्तमंत्री को लिखा पत्र

neemuch news
नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। वर्ष 2013-14 में ओलावृष्टि व प्राकृतिक प्रकोप से अफीम फसल में हुए नुकसान से सम्बंधित किसानों को अफीम औसत में छूट देने एवं अफीम नीतियों में पुर्नविचार एवं सुधार की मांग को लेकर अफीम सलाहकार समिति केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो नीमच के सदस्य सहकारी बैंक के पूर्व निदेषक एवं किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष पं. रामचन्द्र नागदा ने केन्द्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिखा। पत्र में श्री नागदा ने श्री नागदा ने उल्लेख करते हुए बताया कि फसल नष्ट होने के लायसेंस निरस्त किये गये है। उक्त प्राकृतिक प्रकोप से अफीम की फसल ही नहीं अन्य फसलें भी नष्ट हुई जिसका सर्वे मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री श्री चैहान के निर्देषानुसार वरिष्ठ अधिकारियों ने किया। नुकसान के आंकलन के आधार पर अफीम कृषकों को छोडकर अन्य फसलों का मुआवजा करीब 20 कराड रूपये नीमच जिले के किसानों को दिया जा चुका है। साथ ही मुख्यमंत्री श्री चैहान के सुझाव पर एक केन्द्रीय दल ने भी आकर नुकसानी का सर्वे किया। इन तथ्यों को देखते हुए अफीम काष्त के निरस्त किये गये लायसेंस दिये जावें व अन्य कारणों से रोके गए लायसेंस भी जारी करने की मांग की गई। वित्तमंत्री को प्रेषित पत्र में उल्लेख कर बताया कि फसल वर्ष 1992-93 की अफीम नीति की कंडिका 2 (4)(5) में क्षतिग्रस्त अफीम के सम्बंध में व्यापक रूप से क्षतिग्रस्त गांव को नारकोटिक्स आयुक्त द्वारा घोषित किये जाने पर जीरो औसत देने वाले किसानों को अफीम के लायसेंस जारी किये गये थे। आंषिक रूप से क्षतिग्रस्त गांव को नारकोटिक्स उपायुक्त द्वारा घोषित किये जाने पर 30 किग्राम प्रति हैक्टेयर की औसत अफीम देने वाले किसानों को लायसेंस जारी जाते थे। क्षतिग्रस्त अफीम फसल का लाभ किसानों को फसल वर्ष 1995-96 तक नारकोटिक्स विभाग देता रहा। फसल वर्ष 1996-97 की अफीम नीति में व्यापक रूप से क्षतिग्रस्त एवं आंषिक रूप से क्षतिग्रस्त की कंडिका का उल्लेख नहीं है तब से आज तक अफीम कृषकों को इसका लाभ नहीं मिला। इसलिए श्री नागदा ने वित्तमंत्री को सुझाव में लिखा कि नारकोटिक्स उपायुक्त द्वारा गांवों को जहां अफीम की फसल में नुकसान हुआ उन्हें आंषिक रूप से क्षतिग्रस्त घोषित करते हुए कृषकों को 30 किलोग्राम औसत पर फसल वर्ष 2014-15 में किसानों को अफीम के लायसेंस देने की मांग की। उन्होंने बताया कि अफीम नीति फसल वर्ष 1994-95 की कंडिका 9 के अंतर्गत अफीम के नये लायसेंस 11260 कृषकों को जारी किये गये थे। अफीम नीति फसल वर्ष 1997-98 कंडिका 6 के अंतर्गत अफीम के नये लायसेंस 2700 कृषकों को जारी किये गये थे। श्री नागदा ने सुझाव बताया कि इस वर्ष भी नये कृषकों को 10-10 आरी के नये लायसेंस होने चाहिए। उन्होंने भारत का नईदिल्ली के गजट में घोषित अफीम नीति 1998-99 की कंडिका 4 नये लायसेंस क पुराने अफीम किसानों को फसल वर्ष 1990-91 से 1996-97 के दौरान जिन किसानों ने 30 किलोग्राम प्रति हैक्टर देने वाले अफीम के कृषकों लायसेंस जारी करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि भारत का राजपत्र नईदिल्ली में जारी अफीम नीति 2003-04 में भी अफीम कृषकों को जिन्होंने फसल वर्ष 1999-2000 से 2002-2003 तक तक न्यूनतम औसत उपज में ढील (छूट) 1 किलोग्राम हैक्टर दी गई थी जिसमें हजारों अफीम कृषकों को लायसेंस जारी कर लाभ पहुंचाया था। भारत सरकार द्वारा जारी भारत के राजपत्र 15 अक्टूबर 2004 में घोषित अफीम नीति फसल 2004-05 की कंडिका 3 (4) के अनुसार 55 डिग्री गाढता से कम देने वाले कृषकों को लायसेंस निरस्त किये गये हैं। अफीम नीति में निर्धारित औसत उत्पादन से अधिक औसत देने पर भी पात्र कृषकों के लायसेंस गाढता के कारण काटे गये। ऐसे कृषकों के अफीम लायसेंस फसल वर्ष 2004-04 से आज तक गाढता का उक्त नियम खत्म करते हुए पुनः दिये जावें। वर्तमान में पात्र किसानों की संख्या 5 अथवा इससे कम हो तो उस गांव में अफीम की खेती की अनुमति फसल वर्ष 2005-06 से नहीं दी जा रही है जो कि भारत के राजपत्र 17 अक्टूबर 2005 की कंडिका 7 (5) के अनुसार लागू है इसे समाप्त किया जावे। 5 पात्र कृषकों से भी कम कृषक हो तो उसी गांव में अफीम की खेती करने की अनुमति देने की मांग की। अफीम फसल का बीमा अनिवार्य रूप से करने, अफीम की रासायनिक परीक्षा अफीम तौल केन्द्र पर ही फायनल करने, अफीम कृषकों ने हमेषा अच्छी औसत दी जो एवं अफीम की फसल क्षतिग्रस्त होने पर वर्तमान में यदि निर्धारित औसत पूरी नहीं हो रही हो तो उपनारकोटिक्स आयुक्त को 500 ग्राम तक लायसेंस देने का अधिकार दिया जावे एवं 1 किलोगा्रम तक का अधिकार नारकोटिक्स आयुक्त को दिया जावे। अफीम कृषकों के हित में तथा राष्ट्रीय हित में अनुकरणीय कार्य होगा।

भजन संध्या भोर तक जमी

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। षरद पूर्णिमा के उपलक्ष्य में माॅं षेरावाली की भजन संध्या 7 अक्टूबर मंगलवार रात्रि नया बाजार स्थित बजरंग चैक पर आयोजित की गई। जिसमें भीलवाडा की बाल भजन गायिका सुश्री दीपा दधिचि एवं भजन गायक भेरू मस्ताना ने मातेष्वरी के एक से बढकर एक इतने कर्णप्रिय मधुर भजनों की प्रस्तुतियां दीं कि श्रद्धालु भोर 4 बजे तक भजनों की सरिता में डूबकियां लगाते रहे। सेवन स्टार म्युजिकल गु्रुप के द्वारा प्रस्तुत भजन संध्या का श्रीगणेष भजन गायक एवं एंकर दीपक अरोरा ने मातेष्वरी की आराधना से किया। गायिका दीपा दधिचि ने कीर्तन की है रात माता आज थाने आनो है यो कोल निभानो है......, काहे तेरी अंखियों में पानी मैं कृष्ण दीवानी मीरा हो मीरा प्रेम दिवानी......., दे दे थोडा प्यार तेरा क्या घटा जायेगा..... वाह रे वाह हनुमानजी तन मन में रोम रोम में रहते श्रीरामजी...... तेरे संग जीना ओ दीवाना..... भेरू मस्ताना ने कृष्णा है...... म्हारे जोगणिया ने मनाओ इकबार थे आओ म्हारी आरती में भगवान......, चित्तौडगढ से पधारी म्हारी कालका मां संग में पधारो भेरूजी......, ढोल नगाडा बजा करे भेरूजी का भोपा मजा करे..... आदि भजन प्रस्तुत किए तो श्रद्धालु झूम उठे। भजनों की मस्ती में रमेष तलरेजा, राजु पंजाबी, गोपाल धाकड एवं श्रीमती धाकड, भूपेन्द्र नरेला, विनोद लालवानी सहित सैंकडों श्रद्धालु भक्त नृत्य की सरिता में डुबकियां लगाने लगे। महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। 

राठौर जिला प्रभारी नियुक्त, युवा मोर्चा एक बूथ दस यूथ

neemuch news
नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेषाध्यक्ष अमरदीप मौर्य की सहमति से भाजयुमो जिलाध्यक्ष विष्वदेव षर्मा बबलू ने आगामी नगरीय निकाय चुनावों की दृष्टि से जिले की नगरपालिका सहित सभी नगर पंचायत स्तर पर एक बूथ दस यूथ के माध्यम से बूथ स्तर पर युवा मोर्चा के दस दस युवाओं की टीम के कार्य विस्तार की दृष्टि से प्रदेष कार्यसमिति के सदस्य कैलाष राठौर कुकडेष्वर को जिला प्रभारी नियुक्ति की घोषणा की। साथ ही जिले की नगरपालिका सहित समस्त नगर पंचायत पर एक बूथ दस यूथ के प्रभारी सह प्रभारी षीघ्र नियुक्ति करने की जवाबदारी राठौर को दी। उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रमुख योगेष जैन ने दी।
ओर से योगेष जैन, मो. 9584507322

अजमीढ जयंती खेल प्रतियोगिता में दिखाया अपनी प्रतिभा का जादू

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। श्री मेढ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज समिति नीमच के तत्वावधान में अजमीढ जयंती महोत्सव की श्रृंखला में मंगलवार 7 अक्टूबर को समाज की प्रतिभाओं ने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में एक से बढकर एक प्रतिभा का उत्साह के साथ प्रदर्षन किया। व्यंजन प्रतियोगिता संयोजक ममता, अनुपमा, कन्हैया बहादुर ने बताया कि महिला वर्ग के ब्रेड से मीठे व्यंजन बनाओ प्रतियोगिता में सारिका ब्रजेष सोनी प्रथम, रचना कैलाष सोनी द्वितीय, रीना राजेष सोनी एवं उमा नवीन सोनी तृतीय, नमकीन प्रतिस्पर्धा में अन्नपूर्णा अमरचंद सोनी प्रथम, भावना कैलाष द्वितीय, हिट द स्टम्प के संयोजक लोकेष, नवीन मंत्री ने बताया कि प्रतियोगिता में हर्ष मुकेष प्रथम, यष रवि सोनी द्वितीय, षैली ब्रजेष सोनी तृतीय, स्लो स्कूटी रेस के संयोजक नवीन (मंत्री), बहादुर कला सोनीने बताया कि महिला वर्ग में ज्योति चन्द्रषेखर प्रथम, वन्दना सुमित सोनी द्वितीय, मीना धर्मेन्द्र सोनी तृतीय, चेयर रेस प्रतियोगिता संयोजक प्रवीण हिमांषु ने बताया कि बच्चों की प्रतियोगिता में खुषी नितेष प्रथम, दीपिका अषोक सोनी द्वितीय, सौरभ राजेन्द्र सोनी तृतीय, महिला वर्ग के संयोजक तरूण दिनेष ने बताया कि नीतू दीपक सोनी प्रथम, सुषीला अजय सोनी द्वितीय, रीना राजेष सोनी तृतीय, चेयर रेस पुरूषवर्ग के संयोजक नवीन (झब्बू) ने बताया कि पुरूष वर्ग में कफ्र्यु रवि सोनी प्रथम, मनीष अषोक सोनी द्वितीय, तरूण अषोक सोनी तृतीय विजेता बने। सभी विजेताओं द्वारा पुरस्कार समाज के पदाधिकारियों द्वारा सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया गया।

अजमीढ जयंती पर षोभायात्रा एवं प्रतिभा सम्मान समारोह आज

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। श्री मेढ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज समिति नीमच के तत्वावधान में अजमीढ जयंती पर्व पर आज गुरूवार 9 अक्टूबर सायं 4 बजे स्वर्णकार मांगलिक भवन से चल समारोह एवं षोभायात्रा महाआरती पूजन एवं श्रद्धा के साथ प्रारंभ होगी। षोभायात्रा महाआरती पूजन एवं श्रद्धा के साथ प्रारंभ होगी। षोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली जावेगी। षोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली जावेगी। षोभायात्रा में आकर्षक झांकियां, बेवाण विद्युत एवं फुलों से श्रृंगारित कर निकाली जावेगी। षोभायात्रा में बैण्ड बाजों, डीजे, ढोल ढमाकों के साथ भव्य आतिषबाजी भी की जायेगी। चल समारोह में सहभागी समाज बंधुओं को भाग्यषाली कूपन का वितरण होगा। जिसका ड्रा षोभायात्रा समापन पर खोलकर विजेता को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर रात्रि 8 बजे समाज के वरिष्ठ महिला एवं पुरूष व कक्षा पहली से स्नातकोत्तर तक के प्रतिभावान छात्र छात्राओं का सम्मान किया जायेगा। मेढ क्षत्रिय महिला मण्डल की अध्यक्ष सुमन सोनी, सचिव बिन्दु सोनी, अन्नपूर्णा सोनी, सारिका, ममता, रीना सोनी ने बताया कि षोभायात्रा में बडी संख्या में स्वर्णकार समाज की महिलाएं लाल केसरिया साडी के परिधान में लोकगीतों की लावणियां गाती चलेंगी। श्री मेढ क्षत्रिय नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष गोपी वर्मा, सचिव पीयूष सोनी, षक्तिसिंह सोनी, विमल सोनी पिन्टू, कफ्र्युराज अमित वर्मा ने बताया कि 9 अक्टूबर को युवाओं द्वारा भव्य वाहन रैली निकालकर जयंती महोत्सव का षंखनाद किया जायेगा। सभी स्वर्णकार बंधु दोप. 2 बजे बाद अपना व्यवसाय बंद रखेंगे। मेढ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष धनसिंह वर्मा, सचिव मुकेष वर्मा टूटी, मनोज स्वर्णकार, भगत वर्मा, जितेन्द्र सोनी, दुर्गेष सोनी ने बताया कि षोभायात्रा में सभी समाज बंधु पुरूष ष्वेत परिधानों में अनिवार्य रूप से सहभागी बनेंगे। षोभायात्रा में समाज की मातृषक्ति, भैया, बहन, युवा-युवतियां भाग लेंगी जिसमें से भाग्यषाली विजेता को ड्रा निकालकर पुरस्कृत किया जावेगा। षोभायात्रा स्वर्णकार समाज के आराध्यदेव अजमीढ महाराज की छवि विराजित कर फूलों से श्रृंगारित की जायेगी। श्रद्धालु लोग भगवान अजमीढजी अमर रहे.... आज अजमीढ जयंती है सारे संसार में मनती है..... जब तक सूरज चांद रहेगा अजमीढजी तेरा नाम रहेगा.... आदि जयकारे लगेंगे। युवा भक्ति संगीत पर नृत्य भी करेंगे। 

महिलाओं ने दिखाया गरबा महोत्सव में अपनी प्रतिभा का जलवा

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। श्री मेढ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज समिति के तत्वावधान में श्री अजमीढजी जयंती महाराज जयंती के उपलक्ष्य में स्वर्णकार मांगलिक भवन मंगलवार 7 अक्टूबर को रात्रि 9 बजे गरबा महोत्सव आयोजन में महिलाओं, युवाओं, युवक युवतियों बच्चों सभी समूह में युगल तथा एकल वर्ग में अपनी नृत्य प्रतिभा का प्रदर्षन प्रस्तुत किया जिसे सभी ने खूब सराहा। गरबा संयोजक पीयूष, गोपी, सुमन, अन्नपूर्णा ने बताया कि बेस्ट ग्रुप में दिव्या, ऐष्वर्या, प्रियम पिता राजकुमार, श्रुति जितेन्द्र सोनी का समूह प्रथम, बेस्ट ड्रेस पुरूष वर्ग में यष रवि सोनी प्रथम, बेस्ट ड्रेस महिला वर्ग में नीलू गोपाल सोनी प्रथम, बेस्ट कपल में अमिषा रविषंकर व किरण कफ्र्युराज सोनी, बेस्ट डांस पुरूष वर्ग में सौरभ मनोज, बेस्ट डांस महिला वर्ग में वंदना सुमित सोनी आदि वर्ग की विभिन्न प्रतियोगिताओं में समाज के स्त्री पुरूषों ने उत्साह दिखाया। निर्णायक मोनिका नरेडी एवं श्री भण्डारी थे, उन्होंने अपनी ओर से 8 प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान कर प्रतिभाओें की हौंसला अफजाइ की, जिसे सभी ने खूब सराहा। इस अवसर पर पंखिडा तू उडी ने जाजे म्हारी मां काली ने जाई ने कीजे.... गरबा रमवा ने आजो मां..... अम्बे मां दर्षन दो न ते म्हारी पावली पाछी दो...... आदि भजनों पर समाज की युवतियों और महिलाओं बच्चों ने झूमकर गरबा नृत्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर बच्चों ने आतिषबाजी आवाजयुक्त डांडियों से गरबा प्रस्तुत किया तो दर्षक आष्चर्य में पड गए। प्रत्येक ग्रुप चार सदस्यों का बनाया गया था।

धनगर समाज का प्रतिनिधिमण्डल आदिम जाति कल्याण विभाग संयोजक से मिला

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। धनगर गायरी समाज के विमुक्त घुमक्कड कल्याण की षासकीय योजना का लाभ सम्पूर्ण धनगर जाति वर्ग नहीं मिलने के मामले में समाजजनों ने विभाग का मत जाना। विभाग के मतानुसार भले ही धनगर गायरी एक ही जाति है और वह अन्य पिछडा वर्ग की केन्द्र एवं राज्य सूची में भी एक ही जाति वर्ग मान्य एवं उल्लेखित है, परन्तु विमुक्त घुमक्कड के लिए भी अन्य पिछडा वर्ग की तरह एक ही जाति वर्ग होने का स्पष्ट निर्देष नहीं होने की स्थिति में विभाग सम्पूर्ण धनगर गायरी वर्ग को देने में असमर्थ हैं। धनगर समाज ने अपने धनगर गायरी एक ही जाति होने के दस्तावेज एवं साक्ष्य प्रस्तुत किए। धनगर समाज द्वारा प्रभारी मंत्री को दिये ज्ञापन की कार्यवाही के परिप्रेक्ष्य में जिला संयोजक ने बताया कि हम इस वस्तुस्थिति से वरिष्ठालय को अवगत करवाएंगे। धनगर विमुक्त घुमक्कड जनजाति प्रतिनिधिमण्डल के विमुक्त घुमक्कड एवं अर्द्ध घुमक्कड जनजाति संगठन प्रदेष समन्वयक कचरूलाल चन्द्रावत धनगर समाज नीमच जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल धनगर, बैरागी समाज प्रतिनिधि महावीरदास बैरागी, धनगर युवा महासभा पूर्व जिलाध्यक्ष रमेष धनगर दसानी, धनगर युवा महासभा जिला उपाध्यक्ष घनष्याम धनगर जीरन, पत्रकार ख्यालीराम चैहान आदि उपस्थित थे। प्रतिनिधिमण्डल ने विमुक्त घुमक्कड एवं अर्द्ध घुमक्कड जनजाति कल्याण की योजना के प्रति षासन प्रषासन की घोर उपेक्षा पर रोष व्यक्त किया। षासन द्वारा 1963 से लेकर आज तक कई जातियों के नाम भी त्रुटिपूर्ण कर दिये जैसे भाट, रेवारी, गाडरी, गडरिया, गोंसाई, 51 वर्ष तक त्रुटिपूर्ण रही जातियां मांग करने पर अब दुरूस्त हुईं। इसी प्रकार 20 करोड रूपये इन जातियों के कल्याण के लिये वित्तीय वर्ष 2013-14 में आवंटन किया जो योजनाओं के क्रियान्वयन के अभाव में लेप्स हो गया।

काषीराम की पुण्यतिथिी मनाई जाएगी

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। काषीराम की 8 वीं पुण्यतिथि यादव मोहल्ला नीमचसिटी मेकं स्थित अम्बेडकर हाॅल मांगलिक भवन में 9 अक्टूबर गुरूवार सायं 7 बजे श्रद्धासुमन अर्पित करके उनके जीवन पर प्रकाष डालेंगे। इस समारोह के मुख्य अतिथि माधवसिंह सिसौदिया, विषिष्ट अतिथि रतनलाल निर्वाण, लोकसभा प्रभारी मंदसौर नीमच तथा अध्यक्षता करेंगे जिलाध्यक्ष राधेष्याम कमांडर, पुण्यतिथि कार्यक्रम लक्ष्मीनारायण यादव, सविता यादव, रामलाल यादव, दिनेष यादव, बंटी यादव, उमेष यादव, टिंकू यादव, नीमच जिले के सभी वर्ग समाज के लोगों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की जावेगी।

कुपोषित बच्चों के स्नेह षिविर का षुभारंभ

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। बच्चों के स्वस्थ, दीर्घायु जीवन के लिए आयोजित 13 दिवसीय स्नेह षिविर का षुभारंभ  7 अक्टूबर मंगलवार दोप. 12 बजे वार्ड क्र. 15 के आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक 26 पर किया गया। जिसमें वरिष्ठ समाजसेवी हेमंत गोयल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष वंदना खण्डेलवाल, जायसवाल महिला मण्डल की जिलाध्यक्ष श्रीमती छाया जायसवाल, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विष्वदेव षर्मा, उपाध्यक्ष चन्द्रप्रकाष मोमू लालवानी, फिरोज गोल्डन, इकबाल गोल्डन, अकरम, श्रीमती गंगा रावत, एन.एम.नर्स षकुन्तला कौषिक, षाहिदा खान, दुर्गा षर्मा, आषा नागदा, राधा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। गंगा रावत ने बताया कि स्नेह षिविर में प्रतिदिन माता एवं बच्चों को प्रातः 10 से सायं 5 बजे तक उपस्थित रहना होगा। यहां महिलाओं को बच्चों को साफ सफाई, टीकाकरण, भोजन सारिणी, स्वल्पाहार दलिया, उपमा, खुराक, वजन, आदि के महत्व से सम्बंधित विषेष जानकारी का प्रषिक्षण भी प्रदान किया जायेगा।

अनीति मानव विनाष का मार्ग - साध्वी अनुभवदृष्टा

नीमच 8 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। आनंद की खोज अपनी आत्मा में करे, वही सम्यक दृष्टि होती है। मानव के बाल सफेद होने पर वह अपनी आत्मा को भी षुद्ध करे। विनाषकाल में मानव की बुद्धि भी साथ छोड देती है। राजद्रोह, कपट, ईष्र्या, अनीति के कारण दुर्योधन, कंस, धृतराष्ट्र, रावण, सभी का विनाष हुआ है। नीति के कारण राम, कृष्ण ने विजय अर्जित की। उक्त विचार महावीर जिनालय विकास नगर में आयोजित धर्मसभा में साध्वी अनुभवदृष्टा श्रीजी म.सा. ने व्यक्त किए। साध्वी श्रीजी म.सा. ने कहा कि राजा की पुत्री के निधन पर षोक में वह स्वागत नहीं करते हैं। सांप का काटा पहले 6 माह तक भी कभी कभी जीवित रह जाता है। सिद्ध चक्र के मंत्रों से मृत व्यक्ति भी जीवित हो जाता था। भय से जो स्वयं अपनी रक्षा करे तो परमात्मा भी उसे सहायता करते हैं। मां के लिए बेटा सदैव बेटा ही रहता है, चाहे वह कितना ही बडा राजा बन जाए। बेटी के कदमों से घर में सम्पन्नता आती है, कष्ट मिट जाते हैं। जैन षास्त्रों की अवहेलना नहीं करना चाहिए। षास्त्रों के उपदेषों पर चलें तो जीवन और आत्मा का कल्याण हो सकता है। क्रोध में राजा संयम नहीं खोए। कर्म सदैव प्रधान होते हैं। अपने कर्मों का फल मिलता ही है। सत्य की सदैव जय होती है। असत्य सदैव पराजित होता है। घाणी के बैल से भाग्य नहीं खुलता है। सिद्धचक्र को भक्ति आराधना करने से सब कुछ सुख समृद्धि मिलती है। 

कोई टिप्पणी नहीं: