भारत के सफल मंगल अभियान का मजाक उड़ाने वाले एक कार्टून को प्रकाशित करने के कई दिनों बाद द न्यूयार्क टाइम्स ने सोमवार को इसके लिए यह कहते हुए माफी मांग ली कि वह भारत पर संदेह व्यक्त करने का प्रयास नहीं कर रहा था बल्कि उसका मकसद यह उजागर करना था कि अंतरिक्ष कार्यक्रम अब केवल संपन्न पश्चिमी देशों का विशिष्ट क्षेत्र नहीं रह गया है। एनवाईटी के संपादकीय पृष्ठ के संपादक एंड्रयू रोसेनथाल ने फेसबुक पोस्ट पर कहा, ‘‘बड़ी संख्या में पाठकों ने अंतरराष्ट्रीय न्यूयार्क टाइम्स में एक हालिया संपादकीय कार्टून के बारे में शिकायत की थी जो अंतरिक्ष अभियान में भारत के प्रवेश के बारे में था। कार्टूनिस्ट हेंग किम सांग की मंशा यह उजागर करना था कि अंतरिक्ष अभियान अब संपन्न पश्चिमी देशों का विशिष्ट क्षेत्र नहीं रह गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस कार्टून में चित्रों के चयन से आहत पाठकों से माफी मांगते हैं। हेंग ने किसी भी तरह से भारत, उसकी सरकार या उसके नागरिकों पर संदेह करने का प्रयास नहीं किया है। हम इस बात की सराहना करते हैं कि पाठकों ने अपनी प्रतिक्रिया को साझा किया है जिसका हम स्वागत करते हैं।’’ समाचार पत्र में 28 सितंबर को प्रकाशित कार्टून में दिखाया गया है कि छोटी धोती एवं ‘‘इंडिया’’ शब्द लिखी एक शर्ट पहने एक भारतीय पुरुष एक सांड के साथ उस कमरे के दरवाजे को खटखटा रहा है जिस पर लिखा है ‘‘एलीट स्पेस क्लब
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