समस्त कार्यालय पेंशन नियमों का कडाई से पालन करें-कलेक्टर
पन्ना 07 अक्टूबर 14/जिले के समस्त कार्यालय प्रमुख व आहरण संवितरण अधिकारियों को कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने निर्देशित किया है कि पेंशन नियमों का कडाई से पालन किया जाए। मध्य प्रदेश सिविल सेवा पेंशन नियम 1976 के अनुसार शासकीय सेवक के सेवानिवृत्त के दिनांक के 24 माह पूर्व पेंशन प्रकरण की तैयारी प्रारंभ कर देनी चाहिए। सेवानिवृत्त की 6 माह पूर्व पेंशन प्रकरण स्वीकृतकर्ता अधिकारी के कार्यालय को भेजा जाना सुनिश्चित किया जाए। यदि किसी शासकीय सेवक के पेंशन/ग्रेच्युटी प्रकरण निपटारे में विलम्ब संभावित हो तो कार्यालय प्रमुख द्वारा सेवानिवृत्त कर्मचारी का अनन्तिम पेंशन गे्रच्युटी का भुगतान करना चाहिए। शासकीय सेवा में रहते हुए मृत्यु होने की दशा में कार्यालय प्रमुख द्वारा परिवार को पेंशन एवं ग्रेच्युटी का अनन्तिम भुगतान किया जा सकता है। शासकीय सेवक के निवृत्त दिनांक के 15 दिन पूर्व पेंशन एवं ग्रेच्युटी भुगतान आदेश की सूचना दी जानी चाहिए। शासन द्वारा की गई व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि शासकीय सेवक को सेवा निवृत्त के उपरांत उसके स्वत्वों का भुगतान समय पर हो सके तथा किसी कठिनाई का सामना न करना पडे। प्रेंशन प्रकरणों के निराकरण संबंधी मामलों की सतत समीक्षा वित्त विभाग तथा संबंधित विभाग द्वारा समय समय पर की जाती है। इस बात को दृष्टिगत रखते हुए सभी जिला प्रमुख पेंशन नियमों का कडाई से पालन करें।
एकीकृत जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन के तहत 11.91 लाख रूपये स्वीकृत
पन्ना 07 अक्टूबर 14/कलेक्टर आर.के. मिश्रा द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अधीन प्राप्त अधिकारों का उपयोग करते हुए एकीकृत जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्रम के तहत 5 स्थानों पर मेड बंधान एवं खेत तालाब के लिए 11 लाख 91 हजार रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। यह कार्य वाटर शेड समिति द्वारा सम्पन्न कराए जाएंगे। स्वीकृत किए गए कार्यो में ग्राम पंचायत रक्सेहा में एक लाख 51 हजार रूपये से मेड बंधान का कार्य तथा 4 लाख 52 हजार रूपये से खेत तालाब बनाए जाएंगे। ग्राम पंचायत रक्सेहा के ग्राम बिल्हा में 96 हजार रूपये से मेड बंधान तथा 2 लाख 26 हजार रूपये से खेत तालाब के कार्य होंगे। ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर के ग्राम हरदुआ में 96 हजार रूपये से मेड बंधान कराया जाएगा। इसी प्रकार ग्राम पंचायत तिलगवां में एक लाख 70 हजार रूपये से मेड बंधान कराया जाएगा। इन कार्यो पर जिला पंचायत वाटर शेड विकास मद में उपलब्ध राशि से व्यय करेगी। कार्यो में ठेकेदारी पूर्णता प्रतिबंधित है। सम्पूर्ण कार्य विभागीय तौर पर मस्टर रोल संधारित कराकर कराए जाएंगे। प्रस्तावित कार्याे को प्रारंभ करने से पहले टीम लीडर को यह प्रमाणित करना होगा कि यह कार्य अन्य किसी मद से पूर्व में नही कराया गया है। यदि कराया गया है तो कार्य का माप अंकित कर कराए जाएंगे। कार्यो की गुणवत्ता का तकनीकी दृष्टि से उच्च स्तर का होना चाहिए। क्रियान्वयन एजेन्सी सक्षम अधिकारी से स्वीकृति प्राप्त कर राशि का व्यय कर सकेगी। किसी तरह के वाद विवाद में कलेक्टर पन्ना का निर्णय अंतिम एवं मान्य होगा। निर्माण कार्य चयनित भूमि पर ही कराए जाए। निर्माण कार्य मानचित्र एवं प्रक्कलन के अनुसार कराए जाएंगे। किसी भी दशा में परिवर्तन मान्य नही होगा। व्यय राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र एवं कार्य की पूर्णता का प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से जिला पंचायत कार्यालय में जमा कराना अनिवार्य होगा।
सभी विकासखण्डों में भ्रमण कर रहे हैं किसान क्रांति रथ
पन्ना 07 अक्टूबर 14/खेती को लाभ का धन्धा बनाने के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के संकल्प को पूरा करने के लिए जिलेभर में 25 सितंबर से कृषि महोत्सव आरभ हो गया है। इसका समापन 20 अक्टूबर को होगा। इस संबंध में उप संचालक कृषि आर.एस. सोंलकी ने बताया कि कृषि महोत्सव के तहत पन्ना, पवई, गुनौर, अजयगढ, शाहनगर विकासखण्ड के गांव में कृषि क्रांति रथ भ्रमण करके उन्नत खेती की अलख जगाएगा। कृषि रथ में कृषि वैज्ञानिक तथा पशुपालन, उद्यानिकी एवं मछली पालन विभागों के अधिकारी तैनात रहेंगे। रथ निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार सभी विकासखण्डों का भ्रमण कर रहे हैं। उप संचालक ने बताया कि पन्ना विकासखण्ड में रथ 11 अक्टूबर को बख्तरी, रनवाहा, देवरी, गौरा तथा बराछ, 12 अक्टूबर को मनकी, जरधोवा तथा इटवाकला, 13 अक्टूबर को कोहनी, गहदरा, कटहरीबिलहटा एवं तारा का भ्रमण करेगा। रथ 14 अक्टूबर को बरबसपुरा, मकरंदगंज सिमरिया, बांधीकला एवं झरकुआ, 15 अक्टूबर को जनवार, सकरिया, बडागांव, 16 अक्टूबर को कुडार, दहलानचैकी, कृष्णकल्याणपुर का भ्रमण करेगा। रथ 17 अक्टूबर को मनौर, बडौर तथा हिनौता, 18 अक्टूबर को बगोहा, ललार, मडला, 19 अक्टूबर को गहरा एनएमडीसी, मोहनपुरवा एवं यात्रा के अंतिम दिन 20 अक्टूबर को रानीबाग तथा कुंजवन का भ्रमण करेगा। विकासखण्ड अजयगढ में रथ कृषि क्रांति रथ 11 अक्टूबर को भखुरी, देवलपुर, 12 अक्टूबर को नरदहा, 13 अक्टूबर को धरमपुर, नारायणपुर, मडरका, 14 अक्टूबर को नयागांव, बहिरवारा एवं 15 अक्टूबर को सिद्धपुर, हरदी तथा नवस्ता का भ्रमण करेगा। रथ 16 अक्टूबर को छतैनी, कल्याणपुर तथ भसूडा, 17 अक्टूबर को भेरहा, बरियारपुर कुर्मियान, 18 अक्टूबर को सिंहपुर, 19 अक्टूबर को तरौनी तथा प्रतापपुर एवं यात्रा के अंतिम दिन 20 अक्टूबर को विश्रामगंज का भ्रमण करेगा। विकासखण्ड पवई में रथ 11 अक्टूबर को पडवार, सिंहवारा तथा पडरिया, 12 अक्टूबर को मोहन्द्रा, कोठी तथा कढना, 13 अक्टूबर को गोल्ही, बिरासन तथा उमरी, 14 अक्टूबर को चिखला, बोदा तथा पुरेना का भ्रमण करेगा। रथ 15 अक्टूबर को देवरा, तिघरा, महोड एवं करिया, 16 अक्टूबर को पलोही, अतरहाई तथा कुंवरपुर एवं 17 अक्टूबर को पटनाकला, सिमराखुर्द, सिमराकला तथा हथकुडी का भ्रमण करेगा। रथ 18 अक्टूबर को कुम्हारी, पटोरी तथा खम्हरिया, 19 अक्टूबर को इमलिया, बिल्हा एवं बडखेरा का भ्रमण करके 20 अक्टूबर को समापन दिवस पवई का भ्रमण करेगा। विकासखण्ड गुनौर में रथ 11 अक्टूबर को खलपुरा, इमलिया भूरेखां, बिहरासर, 12 अक्टूबर को पुरेना, पटनाकला तथा झुमटा, 13 अक्टूबर को पाली, बरहाकला एवं हिनौतीबेली तथा 14 अक्टूबर को चिकलहाई, खपटहा एवं घटारी का भ्रमण करेगा। रथ 15 अक्टूबर को हिनौती, अमानगंज तथा पिपरवाह, 16 अक्टूबर को बलगहा, जेतुपुरा तथा सिरी एवं 17 अक्टूबर को बरोहा, रामपुर, द्वारी तथा विक्रमपुर का भ्रमण करेगा। रथ 18 अक्टूबर को जसवंतपुरा, गडोखर, सिंधौरा तथा जिजगाय, 19 अक्टूबर को कमताना, बिल्हा, मढियाकला एवं पगरा तथा 20 अक्टूबर को मझगवां सरकार, बम्होरी एवं झरकुआं का भ्रमण करेगा। विकासखण्ड शाहनगर में रथ 11 अक्टूबर को हरदुआरावजू, मधौपुरा तथा डोहली, 12 अक्टूबर को पटना, सिमरियाकला तथा बडागांव, 13 अक्टूबर को बघवारकला, फतेहपुर, बिरमपुरा एवं बिलपुरा तथा 14 अक्टूबर को नादन, हरदुआपटेल एवं हरदुआ खम्हरिया का भ्रमण करेगा। रथ 15 अक्टूबर को उचां, रैयासांटा तथा चन्द्रावल, 16 अक्टूबर को सिमरीकला, बिजवार एवं महराजगंज, 17 अक्टूबर को मडवा, मनकी तथा बोरी को भ्रमण करेगा। रथ 18 अक्टूबर को ककरा, चंदवा, मोहरा तथा बम्होरी, 19 अक्टूबर को भडपुरा, महदुआ एवं सटवा का भ्रमण करके 20 अक्टूबर को शाहनगर का भ्रमण करेगा।
जीवन की सुरक्षा के लिए वन्यप्राणियों का संरक्षण आवश्यक-विधायक
- जन समर्थन से ही होगा पर्यावरण का संरक्षण-श्री मूर्ति
पन्ना 07 अक्टूबर 14/पन्ना टाईगर रिजर्व तथा वन विभाग द्वारा आयोजित वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह का समारोहपूर्वक समापन किया गया। इसमें विभिन्न विद्यालयों की 152 विद्यार्थियों ने भाग लिया। समारोह में विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। समारोह में वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के संबंध में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान तथा वन मंत्री श्री गोरीशंकर शेजवार के संदेश का वाचन किया गया। इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि विधायक गुनौर श्री महेन्द्र सिंह बागरी ने कहा कि मानव जीवन की सुरक्षा के लिए वन्य प्राणियों का संरक्षण आवश्यक है। प्राकृति में असंतुलन होने के कारण बाढ तथा सूखे की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पर्यावरण सुरक्षित नही रहा तो हमारा जीवन भी सुरक्षित नही रहेगा। देश में प्राचीनकाल से प्राकृति की पूजा की परम्परा है। देवी देवताओं के साथ भी वन्य प्राणियों तथा वृक्षों को जोडा गया है। उन्होंने टाईगर रिजर्व से जुडे वन क्षेत्रों में वनोपज संग्रहण को बढावा देने का सुझाव दिया। समारोह में पूर्व सांसद लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि पर्यावरण का संतुलन आवश्यक है। टाईगर रिजर्व द्वारा नेचर कैम्प में बच्चों के साथ आम नागरिकों की भी भागीदारी की जाए। समारोह में क्षेत्र संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व आर. श्रीनिवास मूर्ति ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए स्वच्छता आवश्यक है। पन्ना की 35 किलो मीटर लम्बी किलकिला नदी की सफाई का संकल्प सभी विद्यार्थी लें। यदि प्रत्येक स्कूल 200 मीटर में भी सफाई करें तो 6 महीने में नदी पूरी तरह से स्वच्छ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वन्यप्राणियों तथा पर्यावरण का संरक्षण आम जनता के सहयोग से ही संभव है। इसी सहयोग और समर्थन के बल पर बाघ विहीन पन्ना में आज 35 से अधिक बाघ है। यह बाघ ललितपुर से लेकर सिंगरौली तक विचरण कर रहे हैं। उन्होंने पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए प्लास्टिक का उपयोग सीमित करने तथा बिजली और पानी की बचत करने का सुझाव दिया। समारोह में प्राचार्य छत्रसाल महाविद्यालय श्री टी.आर. नायक ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान न देने के कारण प्राकृति में असंतुलन हो गया है। जिसके कारण सुनामी, सूखा और बाढ का प्रकोप हो रहा है। ग्लोबल वार्मिंग सबके सामने बडी चुनौती है। वनों तथा वन्य जीवों के संरक्षण से ही इस चुनौती का सामना हो सकेगा। श्री हनुमत सिंह ने पन्ना नेशनल पार्क की उपयोगिता तथा महत्व पर प्रकाश डाला। उप संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व ने वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। समारोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में हर सिंह प्रथम, शिवांश सोनी दूसरा तथा पूजा पाण्डेय को तीसरा स्थान मिला। जूनियर वर्ग में मानसी जैन प्रथम, माही तिवारी दूसरा तथा केशव चैधरी को तीसरा स्थान मिला। निबंध प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में शिवानी द्विवेदी प्रथम, रिया वर्मा दूसरा तथा सृष्टि गुप्ता को तीसरा स्थान मिला। इसी में जूनियर वर्ग में कुलदीप शाक्य प्रथम, वर्णिका खरे दूसरा तथा तनमय अग्रवाल को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। सीनियर वर्ग में निकहत गुल प्रथम, मंजरी मिस्र्ती दूसरा तथा अर्पणा गर्ग को तीसरा स्थान मिला। प्रश्न मंच प्रतियोगिता में मोहित गुप्ता एवं विपिन तिवारी को प्रथम, विकास गुप्ता एवं तनमय अग्रवाल को दूसरा तथा सस्वत खरे, प्रद्युम्न चतुर्वेदी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इन सभी विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि ने स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र प्रदान किए। इन सभी बच्चों को पन्ना टाईगर रिजर्व का निःशुल्क भ्रमण कराया जाएगा। समारोह में वन मण्डलाधिकारी एस.के. गुप्ता, वन मण्डलाधिकारी आर.सी. विश्वकर्मा, अधिकारी, विद्यार्थी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। समारोह का संचालन सुश्री मीना मिश्रा ने किया।
तीर्थ यात्री आज प्रातः 5.30 बजे रवाना होंगे रामेश्वरम्
पन्ना 07 अक्टूबर 14/मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 114 तीर्थ यात्रियों को रामेश्वरम् की यात्रा का अवसर दिया गया है। चुने हुए तीर्थयात्री 8 अक्टूबर को प्रातः 5.30 बजे टाउनहाल पन्ना से विशेष वाहनों से सतना के लिए प्रस्थान करेंगे। सतना से सभी तीर्थयात्री विशेष तीर्थ दर्शन ट्रेन से प्रातः 9.30 बजे रामेश्वरम्् के लिए प्रस्थान करेंगे। प्रभारी अधिकारी धर्मार्थ रत्नेश दीक्षित ने सभी चुने हुए तीर्थ यात्रियों से निर्धारित समय पर पन्ना टाउनहाल पहुंचने का अनुरोध किया है।
पेयजल स्त्रोतों की सफाई का चलाया गया अभियान
पन्ना 07 अक्टूबर 14/स्वच्छता माह के तहत लोक स्वास्थ अभियांत्रिकी विभाग द्वारा पेयजल स्त्रोतों की साफ सफाई का अभियान चलाया गया। अभियान के तहत एक से 7 अक्टूबर तक हैण्डपम्पों की साफ सफाई का अभियान चलाया गया। इस संबंध में कार्यपालन यंत्री पीएचई के.पी. वर्मा ने बताया कि जिले में पेयजल का मुख्य स्त्रोत हैण्डपम्प है। अभियान के तहत बिगडे हैण्डपम्पों के सुधार के साथ उनके प्लेटफार्म तथा सोकपीट की साफ सफाई कराई गई। लोगों को हैण्डपम्प संधारण के संबंध में जागरूक किया गया। कृषि क्रांति रथ यात्रा के दौरान सभी ग्राम पंचायतों में पेयजल परीक्षण किए गए। हैण्डपम्पों से पानी के नमूने लेकर उनकी जिला स्तरीय प्रयोगशाला में जांच की जा रही है। उन्होंने आमजनता से हैण्डपम्प के आसपास पानी जमा न होने देने तथा केवल उपयोग के लिए आवश्यक पानी ही हैण्डपम्प से लेने की अपील की है।
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