राजगढ जिले को नंबर वन जिला बनाने पूरी उर्जा से कार्य करें- प्रभारी मंत्री
- जिला योजना समिति की बैठक सम्पन्न
राजगढ दिनांक 20 अक्टूबर,2014 प्रदेष की उद्योग एवं रोजगार, वाणिज्य, सार्वजनिक उपक्रम,खेल एवं युवा कल्याण,धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री एवं राजगढ जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमति यषोधरा राजे सिंधिया ने जिले के समस्त विभागों के अधिकारियों से कहा है कि वे पूरी उर्जा और क्षमता से कार्य करें । राजगढ जिला नंबर वन बने ऐसी मानसिकता रखें । योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए जवाबदारी भी सुनिष्चित रहे । जिले के प्रत्येक विकासीय एवं निर्माण कार्यो की जानकारी जनप्रतिनिधियों को दी जाए और उनका आवष्यक सहयोग लिया जाए । प्रभारी मंत्री श्रीमति सिंधिया जिला योजना समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी । इस अवसर पर सांसद श्री रोडमल नागर, विधायक सर्वश्री अमरसिंह यादव,कुंवर कोठार,हजारीलाल दांगी,गिरीष भण्डारी एवं नारायणसिंह पंवार,पूर्व विधायक श्री रघुनंदन ष्षर्मा,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति सुमित्रा भिलाला,कलेक्टर श्री आनन्द कुमार ष्षर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री सुषांत सक्सेना, डीएफओ श्री नाहर ंिसह सहित जिला योजना समिति के सदस्य एवं विभिन्न विभागों के कार्यालय प्रमुख मौजूद थे । प्रभारी मंत्री श्रीमति सिंधिया ने जल संसाधन विभाग राजगढ एवं नरसिंहगढ वृत की वृहद सिंचाई परियोजना मोहनपुरा एवं कुण्डालिया की समीक्षा के दौरान कहा कि प्रदेष के मुख्यमंत्री द्वारा कृषि को लाभ का बनाने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं । सिंचाई संसाधनों की उपलब्धता पर उनकी कडी नजर है । इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं हो । उन्होंने किसानों की अधिग्रहित भूमि के मुआवजे वितरण में विलंब की षिकायतों के प्रति नाराजगी भी व्यक्त की । पषुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि हितग्राहियों को उन्नत नस्ल की गाय प्रदाय की जाए । जिले में दुग्ध उत्पादन बढे ताकि आईसक्रीम और दुग्ध पाउडर उत्पादन संबंधित औद्योगिक ईकाईयां यहां स्थापित हो सके । उन्होंने कहा कि राजगढ जिले में दुग्ध उत्पादन और उससे जुडे उद्योगों की अच्छी संभावनाएं है । श्रीमति सिंधिया ने दुग्ध उत्पादन बढाने के लिए देषी नस्लो को बढावा देने की भी बात कही । इस अवसर पर उन्होंने जिले में 300 करोड की लागत से ब्यावरा क्षेत्र में स्थापित होने वाली सीमेन्ट फैक्ट्र्ी की जानकारी भी दी,जिसका समिति सदस्यों द्वारा तालियों के साथ प्रसन्नता व्यक्त की गई बैठक में प्रभारी मंत्री श्रीमति सिंधिया ने छापीहेडा-नलखेडा सडक मार्ग ष्षीघ्र पूरा करने,ब्यावरा में ट्र्ामा सेंटर खोले जाने स्वीकृति तथा लोक निर्माण विभाग,प्रधानमंत्री ग्राम सडक एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को मिसिंग लिंक के निर्माण के लिए समबद्ध योजना बनाने के निर्देष दिए । स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं सर्व सुलभ रहे । प्रदेष सरकार की स्वास्थ्य संबंधित योजनाएं संबंधित हितग्राहियों तक पहुंचे,हितग्राहियों की विष्वसनीयता कायम रहे,षासकीय चिकित्सा केन्द्रों द्वारा ही यथासंभव प्रसव कराएं जाएं । उन्होंने कहा कि जब तक आवष्यक नही हों प्रसव के प्रकरण अन्य चिकित्सालय रिफर नहीं किए जाएं । उन्होंने इस उद्देष्य से सतत निरीक्षण और प्र्यवेक्षण करने के निदे्रष दिए । बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सडक की निर्मित सडकों पर खतरनाक तरीके से झुलते विद्युत तारों की उचांई बढाने के निर्देष दिए । उन्होंने कहा कि इस उद्देष्य से कार्यपालन यंत्री पीएमजीएसवाय एवं एमपीईबी तालमेल बनाएं । इसके साथ ही उन्होंने एमपीईबी को दीपावली के पूर्व आंषिक रूप से विद्युत देयकों को जमा करने वाले ग्रामीण अचंलों के उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्षन जोडने,खराब ट्र्ांसफार्मर बदलने,लोक निर्माण, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सहित समस्त निर्माण विभागों को माह में एक बार जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करने तथा आवष्यक जानकारियां देने और सहयोग लेने के निर्देष भी प्रभारी मंत्री श्रीमति सिंधिया द्वारा दिए । इस अवसर पर जिले में एक नवंबर से 15 नवंबर 2014 तक आंगनवाडी केन्द्र चलो अभियान एवं इस दौरान संचालित की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी पाॅवर प्वादंट प्रेजेन्टेषन के माध्यम से प्रभारी मंत्री श्रीमति सिंधिया को दी गई । उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आंगनबाडियों और मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का निरीक्षण करने तथा स्वच्छ भारत और स्वच्छ मध्यप्रदेष अभियान के तहत सप्ताह में एक बार स्कूलों का निरीक्षण करने तथा हाथ धुलाई कराने का भी आग्रह किया ।
जिले के सर्वागींण विकास में सभी सहयोगी बने-उद्योग मंत्री श्रीमति सिंधिया
- 800 समूहों को 9 करोड से अधिक के ऋण वितरित, क्ृषि महोत्सव का समापन
राजगढ 20 अक्टूबर,2014 गरीब और पिछडे तबको के लोगों के आर्थिक विकास पर विषेष ध्यान दें । महिलाएं सषक्त हों। जिले के सर्वागींण विकास में सभी सहयोगी बने । यह बात आज यहां प्रदेष की उद्योग एवं रोजगार, वाणिज्य, सार्वजनिक उपक्रम,खेल एवं युवा कल्याण,धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मत्री एवं राजगढ जिले के प्रभारी मंत्री श्रीमति यषोधरा राजे सिंधिया ने कृषि महोत्सव के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही । इस अवसर पर बडी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरूष सहित क्षेत्रीय सांसद श्री रोडमल नागर,विधायक राजगढ श्री अमरसिंह यादव, खिलचीपुर विधायक श्री हजारीलाल दांगी,नरसिंहगढ विधायक श्री गिरीष भण्डारी,सारंगपुर विधायक श्री कुंवर कोठार एवं ब्यावरा विधायक श्री नारायणसिंह पंवार,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति सुमित्रा भिलाल,पूर्व विधायक श्री रघुनंदन ष्षर्मा,कलेक्टर श्री आनन्द कुमार ष्षर्मा,पुलिस अधीक्षक श्री सुषांत सक्सेना मौजूद थे । कार्यक्रम में राजगढ जिला प्रभारी मंत्री श्रीमति सिंधिया ने कहा कि प्रदेष के मुख्यमंत्री की येजनाओं में महिला सषक्तिकरण महत्वपूर्ण कडी है । महिलाएं यदि स्वावलंबी बनती है तो वह परिवार के आर्थिक विकास में सहारा तो बनेंगी ही है,साथ ही प्रदेष के विकास में महत्वपूर्ण सहयोगी भी बनेगी । उन्होंने कृषि को लाभप्रद बनाने कृषक महिला-पुरूषांें से उन्नत कृषि तकनीकी अपनाने, उन्नत बीजो का उपयोग करने तथा समृद्धीषाली बनने और पषुपालन भी करने का आव्हान किया । उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के क्षेत्र में प्रदेष में उद्योग स्थापित करने उद्यमी आ रहे हैं । उन्होंने आष्वासन दिया कि कच्ची सामग्री उपलब्ध होने पर जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेंत्र में उद्योग स्थापित कराए जाने के प्रयास होंगे । घर-घर लाभ और विकास की बात होगी । उन्होंने उपस्थित जनसुदाय से उन्नतषील होने,विकास के लिए उन्नत तरीके अपनाने,गुणवत्ता पूर्ण उत्पादन करने, विकसित और समृद्धषाली बनने का आव्हान किया । इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद श्री रोडमल नागर,जिले के समस्त विधायकगणों एवं पूर्व विधायक श्री रघुनंदन ष्षर्मा ने भी सम्बोधित किया तथा जिले में कृषि और औद्योगिक विकास की बात कही । कार्यक्रम के प्रारम्भ में कलेक्टर श्री ष्षर्मा द्वारा जिले में कृषि महोत्सव के दौरान क्रियान्वित गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी गई । उन्होंने बताया कि कृषि महोत्सव 25 सितम्बर से 20 अक्टूबर 2014 तक जिलेे के प्रत्येक विकासखण्ड के रूट चार्ट अनुसार जिले कें कुल 432 कल्स्टर ग्रामों का भ्रमण किया गया । जिसमें 112 अन्य सम्मलित ग्रामों सहित कुल 1544 ग्रामों के कुल 49266 किसानों से सीधा सम्पर्क कर विभिन्न विभागों द्वारा जानकारी एवं सुविधाएं उपलब्ध कराई गई । सम्पूर्ण अवधि में सूरजधारा अन्नपूर्णा एवं बीज ग्राम योजनान्तर्गत 5090 बीज किट वितरण किया गया । कृषि एवं उद्यानिकी से संबंधित फसलों की नवीन तकनीकी संबंधी 321826 पम्पलेट/साहित्य वितरण किये गये । प्रत्येक कल्स्टर गांवों से 10 मिट्टी नमूना लिये जाने का लक्ष्य रखा गया है । जिसके विरूद्ध 432 ग्रामों से 6481 नमून मिट्टे की जांच हेतु लिये गये है । उद्यानिकी से संबंधित 3779 पौध वितरण, 28501 उद्यानिकी बीज किट कृषको को वितरण किये गये । पषुपालन विभाग द्वारा 237 नवीन दुग्ध उत्पादक समिति 1290 प्षु चिकित्सा संबंधी दवाई किट,80 कृत्रिम गर्भाधान,19406 टीकारण,1265 वधियाकरण कराया गया । मत्स्य पालन विभाग द्वारा 3579140 मत्स्य बीज का संचयन कराया गया । सहकारिता विभाग द्वारा 12160 किसानों को किसन क्रेडिट काॅर्ड उपलब्ध कराया गया । वन विभाग द्वारा 1136 पौधे वितरण किये गये । राजस्व विभाग द्वारा 127129 खसरा-खतौनी का वितरण,634 लंबित नामांकन प्रकरणों का निराकरण,110 लंबित सीमांकन प्रकरणों का निराकरण एवं 5761 ऋण पुस्तिकाओं वितरण कराया गया । उर्जा विभाग द्वारा 69 नवीन पम्प हेतु अनुदान योजना के आवेदन तथा 1298 खेतों के स्थाई पम्प कनेक्षन उपलब्ध कराये गये । ग्रामीण पंचायत विकास विभाग द्वारा 1404 मेरा खेत मेरी माटी योजनान्तर्गत नवीन कार्यो का ष्षुभारम्भ और 840 कृषक संगोष्ठियां,806 निर्मार्णाधीन कार्यो का निरीक्षण किया गया ।ं जल संसाधन विभाग द्वारा 94 जल उपभोक्ता संस्थाओं की बैठक कराई गई है । स्कूल एवं षिक्षा विभाग द्वारा 419 सांस्कृतिक कार्यक्रम,1361 निबंध प्रतियोगिता,3955 वाद-विवाद प्रतियोगिता,3524 लेखन प्रतियोगिता आयोजित कराये गये । महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 548 विषेष पोषण दिवस का आयोजन कराया गया तथा कृषि क्रांति रथ को अन्य से स्वागत कार्यक्रम अन्तर्गत प्राप्त अनाज 7120 किलो स्थानीय आंगनवाडी केन्द्रों को प्रदाय किया गया । कृषि महोत्सव के दौरान 750 स्थल पर कृषि यंत्रों का प्रदर्षन एवं महत्व की जानकारी उपलब्ध कराई गई । उन्होंने जिले में डीपीआईपी परियोजना के द्वितीय चरण की उपलब्धियों की जानकारी देते हुये बताया कि परियोजना अवधि में गठित 2200 समूहों को 11 परिसंघों में संगठित कर उन्हें रजिस्ट्र्ार फर्म एवं सोसायटी एक्ट में पंजीकृत किया गया है । जिले में स्व-सहायता समूहों को प्रषिक्षण प्रदान करने हेतु राज्य स्तरीय समुदाय द्वारा संचालित प्रषिक्षण केन्द्र प्रारम्भ किया गया है । कार्यक्रम में 800 समूहों को 1417.30 लाख रूपये बैंको के माण्यम से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है,जिनसे 8000 महिलाओं को रोजगार प्राप्त होगा । कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री श्रीमति सिंधिया ने डीपीआई की 800 महिला स्वसहायता समूहो को नर्मदा झाबुआ बैंक द्वारा आजीविका मिषन के तहत स्वावलंबी बनाने 9 करोड 17 लाख रूपये के ऋण वितरित किए गए ! प्रभारी मंत्री द्वारा नर्मदा झाबुआ बैंक के प्रबंधक श्री राघवेन्द्र सिंह के सहयोग एवं सक्रिय भागीदारी के लिए प्रषंसा भी की गई। कृषि विभाग के पात्र हितग्राहियों को 75 कृषि यंत्र,20 बीज मिनिकिट्स तथा कृषि महोत्सव के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले अमले को प्रषस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भी वितरित किए । कृषि महोत्सव के समापन अवसर पर जिला रोजगार द्वारा रोजगार मेला भी आयोजित किया गया । रोजगार मेले में ष्षामिल हुई विभिन्न 12 कंपनियों द्वारा 328 बेरोगोर युवाओं का चयन मौके पर ही किया गया ।
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