एशियाई खेलों में कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार करने वाली भारत की महिला मुक्केबाज लैशराम सरिता देवी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए एआईबीए ने उसे अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है। एक विवादास्पद फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए सरिता ने इंचियोन एशियाई खेलों में पदक वितरण समारोह के दौरान पदक गले में पहनने से इनकार कर दिया था।
एआईबीए ने एक बयान में कहा, एआईबीए ने सरिता के कोचों (गुरबख्श सिंह संधू, ब्लास इग्लेसियास फर्नांडिस और सागर मल दयाल) के अलावा इंचियोन एशियाड में भारत के दल प्रमुख रहे आदिले जे सुमरिवाला को भी अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है। उन्हें किसी भी स्तर की प्रतिस्पर्धा, बैठक और आयोजन में आगामी सूचना तक भाग लेने नहीं दिया जाएगा। यह मामला एआईबीए के अनुशासन आयोग को समीक्षा के लिए भेज दिया गया है। इसके मायने हैं कि सरिता, तमाम कोच और सुमरिवाला कोरिया में होने वाली एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में शिरकत नहीं कर सकेंगे। सरिता ने पदक अपने हाथ में लेने के बाद दक्षिण कोरिया की रजत पदक विजेता जि ना पार्क को सौंप दिया था। पार्क ने रैफरी के खराब फैसले के कारण सरिता को हराया था।
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