देश व राज्य की तरक्की, अमन-चैन के लिए दुआ मांगी
- ईद-उल-जुहा पर राज्यपाल को बधाई देने राजभवन पहुॅचे मुख्यमंत्री व कई अन्य
देहरादून, 6 अक्टूवर (निस)। ईद-उल-जुहा के अवसर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित अनेकमहत्वपूर्ण लोगों ने राजभवन पहॅुच कर राज्यपाल डा. अज़ीज़ कुरैशी को बधाई एवं शुभकामनायें दीे। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की माताजी श्रीमती बिल्कीस फातिमा से विशेष रूप से मुलाकात कर उन्हें ईद की मुबारकबाद दी। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह पर्व पैगम्बर साहब की कुर्बानी की याद दिलाता है, जो हमें नेकी की राह पर चलकर प्यार, मोहब्बत,शंाति से रहने तथा दूसरों की भलाई हेतु त्याग के लिए पे्ररित करता है। हम सब को अपने देश, इंसानियत और मानवता के लिए काम करने का संकल्प लेना चाहिए। राज्यपाल ने ईद-उल-जुहा के अवसर पर ईदगाह जाकर नमाज अदा की और देश व राज्य की तरक्की, अमन-चैन के लिए दुआ मांगी। राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन पहुँचे अतिविशिष्ट अतिथियों में प्रदेश के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुभाष कुमार, राज्यपाल के विधि परामर्शी आर.सी.खुल्वे, औद्यानिकी एवं वानिकी वि.वि. के कुलपति डा. मैथ्यू प्रसाद, हेमवती नंदन बहुगुणा मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एम.सी.पंत, विशेष कार्याधिकारी एवं सचिव राज्यपाल अरूण ढौडियाल, प्रभारी सचिव राज्यपाल डा. निधि पाण्डेय, राज्य मानवाधिकार आयोग की सदस्य श्रीमती हेमलता ढ़ौंडियाल, विधायक गणेश जोशी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, उद्योगपति एवं समाजसेवी डा. एस.फारूख, ईसाई समुदाय से फादर डा. दयाल एम.लाल आदि प्रमुख रहे।
प्रदेश का विकास भगवान भरोसे: अजय भट््ट
देहरादून, 6 अक्टूवर (निस)। नेता प्रतिपक्ष ने कहा मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र धारचूला में ठीक उपचुनाव से पूर्व हैलीकाप्टर सेवा उपलब्ध करायी गयी थी जो अब बंद कर दी गयी है। इससे स्पष्ट होता है कि ये हैलीकाप्टर सेवा मात्र चुनावी सेवा थी क्योंकि आज वहाॅ की जनता भी इसका विरोध कर रही है कि आखिर किन कारणों से इस सेवा को बंद कर दिया गया है। भट्ट ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के उपचुनाव के लिए धारचूला की जनता को बरगलाने के लिए वहाॅ पर हैलीकाप्टर सेवा प्रारम्भ कर दी गयी बाद में इसके रेट बढ़ा दिये गये और अब इसे बंद कर दिया गया है इससे स्पष्ट होता है कि उपचुनाव में सरकार ने जनता के साथ जो छल किया आज वह जाहिर हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में भारी अन्तर है। उन्होंने कहा कि सरकार ने धारचूला की जनता से भी स्वार्थ सिद्ध होने पर उनके अधिकारों का हनन करना प्रारम्भ कर दिया है। भट्ट ने कहा कि सरकार आये दिन अपने परिवार के झगड़ों को निपटाने में ही व्यस्त है और प्रदेश का विकास भगवान भरोसे चल रहा है। उन्होंने कहा कि मीनिस्ट्रिीयल कर्मचारियों की हड़ताल को 01 महीना पूर्ण होने को है किन्तु अभी तक सरकार ने उनकी सुध नहीं ली है, सरकार को चाहिए था कि शीघ्र कर्मचारियों से वार्ता कर उनकी जायज मांगों को मानती और हड़ताल समाप्त करवाती किन्तु सरकार अपनों की ही सुख-सुविधाओं की चिंता में इस कदर व्यस्त है कि उसे प्रदेश के कर्मचारियों और प्रदेश की जनता से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। उन्होने कहा कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण प्रदेश के चारों ओर अराजकता का माहौल उत्पन्न हो गया है। प्रदेश की जनता को अपने आये दिन के काम-काज निपटाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है किन्तु सरकार की ओर से कोई उनकी सुध लेना वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को प्रदेश की थोड़ी भी चिन्ता होती तो जरूर हड़ताली कर्मचारियों से वार्ता कर उनकी मांगों पर कार्यवाही करती। उन्होंने कहा कि प्रदेश पूरी तरह से हड़ताली प्रदेश हो गया है। श्री भट्ट ने कहा कि जब कोई सत्ता पक्ष का विधायक सरकार की नाकामियों को उजागर करता है तो उसे तमाम प्रकार की सुख-सुविधायें चंद घण्टों में उपलब्ध कराकर उनकी आवाज को दबा दिया जाता है किन्तु उसके विपरीत विगत 20 दिनों से मीनिस्ट्रियल कर्मचारी हड़ताल पर हैं उनकी आवाज अभी तक सरकार को नहीं सुनाई दे पा रही है। सरकार को चाहिए कि शीघ्र कर्मचारियों से वार्ता करे और उनकी जायज मांगों पर तत्काल कार्यवाही कर शीघ्र हड़ताल समाप्त करवाये जिससे प्रदेश की जनता को अनावश्यक परेशान न होना पड़े।
विश्व संस्कृति को भारतीय संस्कृति से जुड़ने का आवाहन, 20 देशांे के प्रतिनिधियों ने ली योग महोत्सव से विदाई
देहरादून, 6 अक्टूबर (राजेन्द्र जोशी) । विश्व संस्कृति को भारतीय संस्कृति से जुड़ने के आवाहन के साथ भारत और भारतीय संस्कृति के आदर्शों को यादों में सँजोकर 20 देशों के प्रतिनिधियों ने सोमवार को योग महोत्सव से विदाई ली। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में संपन्न हुए योग, संस्कृति और अध्यात्म को लेकर चैथे अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में 200 से अधिक विदेशी आगन्तुकों ने भाग लिया। वहीं इस अवसर पर पुर्तगाल से आये जगतगुरु स्वामी सूर्यानन्द ने अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के समापन अवसर पर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या को योग फाउंडेशन ऑफ पुर्तगाल की सबसे बड़ी उपाधि महागुरु से नवाजा। इस अवसर पर उन्होंने डॉ० पण्ड्या को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किये। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने योग महोत्सव की यात्रा पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने विश्व संस्कृति भारतीय संस्कृति से जुड़ने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि अन्य संस्कृति व्यक्ति को भौतिक जगत में ऊँचा उठाती है, किन्तु अपने भीतर झाँकने की आत्मसाधना और आत्मिक शान्ति पाने का अवसर भारतीय संस्कृति ही प्रदान करती है। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में संपन्न हुए योग, संस्कृति और अध्यात्म को लेकर चैथे अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में 200 से अधिक विदेशी आगन्तुकों ने भाग लिया। इस दौरान भारतीय संस्कृति, संस्कारों और परम्पराओं को लेकर इन्होंने देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के दिव्यता भरे वातावरण में छह दिन रहकर विश्व विद्यालय के विभिन्न क्रियाकलापों से रूबरू हुए जिसमें योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यज्ञथैरेपी, पंचकर्म चिकित्सा के साथ साथ गंगा की निर्मल धारा में बैठकर ध्यान का आनन्द उठाया। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने विदाई ले रहे विदेशी मेहमानों को पुनः आने का निमंत्रण दिया और कहा कि यह आपका विवि, आपका घर है। आप जब चाहें आयें और सांस्कृतिक आदान प्रदान का अवसर बनाएँ। विदाई अवसर पर देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने इस कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि यहाँ आप लोगों को अपने अन्दर झाँकने का मौका देना है। यहाँ के वातावरण में एक अलग तरह की सकारात्मकता है। उन्होंने कहा कि यहां आड़म्बर नहीं है बल्कि अपनत्व का भाव लिए प्रत्येक स्वयंसेवक भारतीय संस्कृति को जन जन की संस्कृृति और विश्व संस्कृृति बनाने में जुटा है। इस अवसर पर शालिनी सिंह ने जन मानस के परिवर्तन में मीडिया की भूमिका पर विचार व्यक्त किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि विश्व में अब आध्यात्मिक पत्रकारिता की भी आवश्यकता है। शालिनी सिंह ने देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के आत्मीयता से भरा वातावरण की भूरि भूरि प्रशंसा की। अन्तर्राष्ट्रीय योग सप्ताह के निदेशक स्वामी विशुद्धानन्द ने योग, कला और अध्यात्म को त्रिवेणी महासंगम बताया। उन्होंने संस्कृति के उत्थान में इन तीनों की भूमिका महत्त्वपूर्ण बतायी। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर अमेरिका के पैट्रिक मैक्यूलम, प्रो. वाल्दिस पिराग्स, स्वामिनी गायत्री, भारत के पूर्व राजदूत सी.एम. भण्डारी, स्वामी विशुद्धानन्द जी, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति शरद पारधी, कुलसचिव संदीप कुमार सहित अन्य महानुभावों ने मंच साझा किया। इस अवसर पर योग के प्रायोगिक प्रयोग एवं मंत्र शक्ति का ज्ञान विज्ञान नामक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के दो पुस्तकों का विमोचन रसियन भाषा में हुआ। पाँच दिवसीय योग महोत्सव में प्रति दिन आध्यात्मिक सेशन और वैज्ञानिक सेशन में विश्वभर से आये अनेक विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए जिसमें प्रमुख रूप से अमेरिका के डॉ. रिवेरा, जर्मनी के कैस्टन ओरेमेन, पुर्तगाल के जगतगुरु स्वामी अमृता सूर्यानन्द आदि विभिन्न विषयों पर विचार व्यक्त किए।
केदारयात्री के लिये मोबाईल एप्प तैयार, मौसम, सड़क व यात्रा संबंधी अन्य जानकारियां हांेगी मोबाइल पर
देहरादून, 6 अक्टूबर,(निस)। केदारनाथ यात्रा पर आने वाले यात्रियों को अब मौसम, सड़क व यात्रा संबंधी अन्य जानकारियां उनके मोबाइल पर ही मिल सकेंगी। राज्य सरकार ने प्रदेश में वर्ष 2013 में आयी आपदा से सबक लेते हुए ऐसी आपदा से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाये है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये थे कि वे अपने-अपने क्षेत्रों का जीाआईएस व डिजीटल मैप तैयार कराये। इससे जनपद स्तर पर संवेदनशील स्थानों की जानकारी मिल सकेगी। साथ ही किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने में भी मदद मिलेगी। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग डा. राघव लांगर ने बताया कि जनपद रूद्रप्रयाग का जीआईएस व डिजीटल मैप एप्लीकेशन तैयार कर लिया गया है। इसमें कई जानकारियों का समावेश किया गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार(आज) को जिलाधिकारी कार्यालय रूद्रप्रयाग में जीआईएस व डिजीटल मैप एप्लीकेशन व श्री केदार रेस्कयू डेमो और ठनसा ैडै का लौंचिंग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन एप्लीकेशन के माध्यम से विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियां यात्रियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मिल सकेगी। जीआईएस व डिजीटल मैप एप्लीकेशन में सड़कों, पैदल मार्ग, वैकल्पिक मार्ग, नदियों एवं गाड़-गदेरों, सरकारी कार्यालयों, सरकारी अवस्थापना सुविधाओं एवं संसाधनों, राजस्व चैकियों व महत्वपूर्ण दूरभाष नंबर शामिल किये गये है। इसी प्रकार से श्री केदार रेस्कयु डेमो एंड्रायड एप्लीकेशन भी तैयार किया गया है, जिसका उपयोग कोई भी यात्री, पर्यटक एवं स्थानीय लोग अपने मोबाईल पर कर सकता है। इस एप्लीकेशन की मदद से विभिन्न लैडमार्क, यात्रा मार्ग के आस-पास के स्थानों के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकता है।
राज्य बनने के बाद महिला कामगारों के श्रम की खुलेआम हुई लूटः दीपंकर भट्टाचार्य
देहरादून, 6 अक्टूबर, (निस)। उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद यहां के मजदूरों-मेहनतकशों के हालात और बद्त्तर हुए हैं। महिला सशक्तिकरण का ढ़ोल पीटने वाली सरकारों ने महिला कामगारों के श्रम की खुलेआम लूट को बढ़ावा दिया है। सिडकुल में श्रम कानूनों का पालन मजाक बनकर रह गया है। वास्तव में उत्तराखण्ड की युवा और महिला श्रम शक्ति को पूंजीपतियों के मुनाफा कमाने के लिये इस्तेमाल करने की खुली छूट दे दी गयी है। भाकपा माले की उत्तराखण्ड राज्य कमेटी को सम्बोधित करते हुए ‘माले‘ महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने यह बात बिन्दुखत्ता में कही। उन्होंने कहा कि,‘‘मोदी सरकार श्रम सुधारों के नाम पर श्रमिकों के अधिकारों पर डाका डालना चाहती है और प्रदेश सरकार भी उसी काम को कर रही है। इसके खिलाफ मजबूत क्रंातिकारी मजदूर आंदोलन वक्त की जरूरत है।‘‘ दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि,‘‘ उत्तराखण्ड में विकास के नाम पर विनाश की जो परियोजनाएं चल रही हैं उसने ही आपदाओं को आमंत्रित किया है। आपदा के बाद उत्तराखण्ड सरकार द्वारा आपदा राशि में जो गोलमाल किया गया है वह राज्य बनने के बाद का सबसे बड़ा घोटाला ‘‘ आपदा-घोटाला‘‘ के रूप में सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि,‘‘ वन खत्तों-गूर्जरों के मामले में सरकार उन्हें चारा -फसल न बोने देने का फैसला कर , उनके जीविका के मूलभूत अधिकार को ही खंडित कर रही है। उन्हें तत्काल चारा-फसल बोने का अधिकार मिले और उनका पुर्नवास करने की योजना बनायी जाये।‘‘ माले महासचिव दीपंकर ने कहा,‘‘ व्यापक वाम एकता आज के वक्त की जरूरत है और पार्टी इस दिशा में प्रयासरत है।‘‘ 5-6 अक्टूबर को नये राज्य कार्यालय दीपक बोस भवन बिन्दुखत्ता में चली राज्य कमेटी की बैठक में उत्तराखण्ड में पार्टी के विस्तार और मजबूती की कार्ययोजना बनाई गयी। पार्टी संगठन के विस्तार हेतु 18 दिसम्बर तक सघन अभियान चलाया जायेगा जिसमें पार्टी को ब्रांच और बूथ लेवल तक मजबूत किया जायेगा। बैठक को राज्य सचिव कामरेड राजेन्द्र प्रथोली, राजा बहुगुणा , पुरूषोत्तम शर्मा, केके बोरा, इन्द्रेश मैखुरी, आनन्द सिंह नेगी, बहादुर सिंह जंगी, सुरेन्द्र बृजवाल व कैलाश पाण्डेय ने भी सम्बोधित किया।
सीमित संसाधनों के बावजूद किसान समस्याओं को दूर करने का होगा प्रयासः हरीश रावत
देहरादून 06 अक्टूबर, (निस)। महात्मा महेंद्र सिंह टिकैत उन महापुरूषों में से थे जिन्होंने अपने संघर्ष के माध्यम से लोगों के दिलों पर राज किया। सादगी व सीधेपन की मूर्ति बाबा टिकैत सरकारों को ललकारते थे तो उनकी एक आवाज पर लाखों किसान चले आते थे। स्व. महेंद्र सिंह टिकैत के 79 वें जन्मदिवस पर देहरादून के परेड़ ग्राउन्ड में भारतीय किसान यूनियन द्वारा आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में वे अनेक बड़े नेताओं से मिले जिनके पास पार्टी या कोई दूसरा प्लेटफार्म था। परंतु स्व0 टिकैत ने जहां अपना हुक्का लगाा दिया वही उनका प्लेटफार्म बन गया। मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर में हुए दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि इन दंगों से सबसे ज्यादा महात्मा टिकैत की आत्मा दुखी हुई होगी। किसानों का एक ही धर्म व जाति होती है वह है ‘‘खेती-किसानी’’। सीएम ने कहा कि उŸाराखण्ड सरकार के आर्थिक संसाधन बहुत सीमित हैं फिर भी किसानों की दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकारी व सहकारी चीनी मिलों पर किसानों के बकाया का 90 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। 10 प्रतिशत का शीघ्र भुगतान करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। प्रदेश में स्थित 3 प्राईवेट चीनी मिलों का 168 करोड़ रूपए बकाया है। हमने इन चीनी मिलों के प्रबंधन को कह दिया है कि 68 करोड़ रूपए की व्यवस्था कर लें तो 100 करोड़ रूपए की व्यवस्था राज्य सरकार कर देगी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की घोषणा भी की। वर्ग एक से चार तक के पट्टेधारकों को नियमित करने पर काम किया जा रहा है। हरिद्वार में स्व0 महेंद्र सिंह टिकैत का स्मृति स्थल विकसित किया जाएगा। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसान पेंशन योजना प्रारम्भ की है। यूपीए सरकार के समय कृषि विकास दर एक प्रतिशत से चार प्रतिशत पर लाई गई थी। चीनी मिलों को साफ्ट लाॅन की व्यवस्था की गई थी। परंतु वर्तमान केंद्रीय सरकार के समय कृषि नीति की अनिश्चितता है। गेहूं, धान, दलहन, तिलहन के समर्थन कीमत में बहुत ही मामूली वृद्धि की गई है। चीनी व गन्ना के संबंध में भी केंद्रीय स्तर पर अनिश्चितता का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ सकता है। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष किशारे उपाध्याय, किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकेत, प्रवक्ता राकेश टिकैत, महामण्डलेश्वर कैलाशानंद स्वामी, राजेश चैहान, सुखदेव सिंह, युद्धवीर सिंह, ओमपाल राठी, सुशील राठी, शूरवीर सिंह सजवाण सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश
देहरादून 06 अक्टूबर, (निस)। यूजेवीएनएल ग्रामसभाओं के साथ पार्टनरशिप में 2 मेगावाट तक के हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए कार्ययोजना तैयार करे। गैस अथाॅरिटी आॅफ इण्डिया लिमिटेड के साथ भी गैस आधारित परियोजना स्थापित करने की सम्भावनाओं को भी देखा जाए। इसके लिए बिजली की ट्रांसमिशन लागत को कम करना होगा। सोमवार को बीजापुर मे अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि बिजली नीति इस प्रकार की व्यावहारिक हो जो कि उद्योगों के अनुकूल हो प्रदेश हित में भी हो। खानपुर में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए पावर सब स्टेशन स्थापित किया जाए। अधिकारियों द्वारा यह बताये जाने पर कि हिमाचल प्रदेश 231 मेगावाट बिजली सरेंडर करना चाहता है, मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे उत्तराखण्ड सरकार द्वारा लिया जा सकता है। सीएम ने लखवाड़, किसाउ के कामों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि राज्य में स्थित पावर प्रोजेक्टों में खटीमा जैसी घटना ना हो। छोटे हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की नीति पूरी पारदर्शिता के साथ तय कर दी जाए ताकि भविष्य में कोई विवाद ना हो।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें