वाल्मीकि जयन्ती की दी शुभकामनाएं
देहरादून, 7 अक्टूवर (निस)। उत्तराखंड के राज्यपाल डा0 अज़ीज़ कुरैशी व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वाल्मीकि जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा है कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण जैसे महा-काव्य की रचना करके इस सम्पूर्ण समाज को त्याग, समरसता, सदभाव तथा मानवता जैसे नैतिक मूल्यों की ऐसी शिक्षा दी है जो हमें समाज के उपेक्षित तथा वंचित वर्ग की सेवा व सहायता के लिए लगातार प्रेरणा देता है। आज के दिन हम सबको महर्षि वाल्मीकि के इस उदार दृष्टिकोण को अपने व्यवहार में अपनाने का संकल्प लेना होगा यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धा व सम्मान की अभिव्यक्ति होगी। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वाल्मीकि जयंती के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना कर मानव कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मिकी द्वारा रचित रामायण सही मायने में मानव एकता का प्रतीक है, जिसमें आपसी प्रेम-सद्भाव व मानवता का सन्देश दिया गया है। रामायण से मानव को आदर्श जीवन जीने की सच्ची प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि द्वारा बताये गये मार्ग का अनुसरण करना ही उन्हे सच्ची श्रद्धांजली होगी।
वहीं वाल्मीकी जयन्ती के अवसर पर प्रदेश की वित्तमंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश ने शुभकामनायें दी है। उन्होने कहा कि वाल्मीकी का दर्शन एवं सिद्धान्त आज के दौर मेें भी सामयिक है। उन्होने अधर्म का रास्ता छोडकर धर्म रास्ता अपनाया और संस्कृत भाषा रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथ की रचना की। इससे सिद्ध होता है कि हम धर्म के रास्ते पर चलकर सृजनात्मक कार्य कर सकते है। वाल्मीकी जयन्ती के मौके पर श्रममंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल, अध्यक्ष आपदा प्रबन्धन प्रयाग भट्ट ने भी अपनी शुभकामनाएं दी है।
तेज रफ्तार टेंपो ट्रेवलर ने ली ड्राईवर समेत तीन की जान
देहरादून, 7 अक्टूवर (निस)। नैनीताल से रामनगर जा रही दिल्ली के पर्यटकों से भरी मिनी बस (टेंपो ट्रेवलर) सोमवार शाम कालाढूंगी के पास करीब 300 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में बस ड्राइवर समेत चार पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 16 घायल हो गए। सभी पर्यटक दिल्ली स्थित पटपड़गंज इंद्रप्रस्थ एक्सटेंशन, मौर्या अपार्टमेंट के हैं। दुर्घटना पर राज्यपाल सहित मुख्यमंत्री ने दुःख व्यक्त किया। पुलिस, प्रशासन ने स्थानीय लोगों की मदद से मिनी बस में फंसे सभी घायलों को निकालकर हल्द्वानी के निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया है। हादसे की शिकार बनी दोनों युवतियों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं, शिनाख्त न होने के चलते चालक के शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया है। दो अन्य मृतकों की पहचान सलोनी माथुर (22) पुत्री अजय माथुर और पूजा (26) पुत्री विवेक के रूप में की गई। घायलों को 108 की मदद से हल्द्वानी के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। आठ घायलों को सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया। बाकी को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने बस दुर्घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रशासन ने घायलों के तात्कालिक उपचार के लिए पांच-पांच हजार रुपए की आर्थिक मदद देने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने बताया कि दुर्घटना में मारे गए लोगों के आश्रितों को सड़क परिवहन निधि के तहत 50-50 हजार रुपए मुआवजा दिया जाएगा। दुर्घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कालाढूंगी के एएसडीएम पंकज उपाध्याय को सौंपी गई है। मंगलवार को एआरटीओ गुरदेव सिंह एवं तकनीकी अधिकारी घटनास्थल का मुआयना किया । घायल आकर्ष गुप्ता ने बताया कि उसने ड्राइवर से चार-पांच बार बस को तेज रफ्तार से चलाने पर मना किया, लेकिन वह नहीं माना। उसने बस की रफ्तार और तेज कर दी। दुर्घटना के दौरान उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया था। लगा कि अब जान नहीं बचेगी।
1. आकर्ष पुत्र अतुल गुप्ता- उम्र-26
2. अभिषेक पुत्र विजय- उम्र-21
3. आदित्य पुत्र प्रेम खेड़ा- उम्र-20
4. सुरेश तोमर पुत्र गजेंद्र तोमर- उम्र-18
5. आकाश पुत्र अतुल गुप्ता- उम्र-25
6. सौरभ गोयल पुत्र जेके गोयल- उम्र-26
7. दिव्या गर्ग पुत्री आरके गर्ग- उम्र-20
8. प्रखर अग्रवाल पुत्र आरके अग्रवाल- उम्र-20
9. विवेक - उम्र-19
10. साहिल खंडेवाल- उम्र-16
11. शिवानी- उम्र-20
12. अनिरुद्ध- उम्र-13
13. शिवांगी -उम्र-20
14- उद्भव- उम्र-26
15- पल्लव- उम्र-20
16. विशेष-उम्र 24
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