जनता दल (युनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल के गंठबंधन के बाद जेडीयू के कुछ नेता अब दोनों दलों के विलय की बात करने लगे हैं। हालांकि जेडीयू के कुछ नेता विलय को सही नहीं मानते। बिहार के परिवहन मंत्री रमई राम ने कहा कि महागठबंधन की बजाए जेडीयू और राजेडी में विलय हो जाना चाहिए। दोनों पार्टियों में एक ही विचारधारा के लोग हैं। उन्होंने कहा कि जेडीयू और आरजेडी में विलय हो जाने से मजबूती आएगी, जिससे बीजेपी को आसानी से हराया जा सकता है। उन्होंने साफ तौर पर ये भी स्वीकार किया कि गठबंधन में धोखाधड़ी हो सकती है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि इस मसले पर अभी तक कोई अधिकारिक चर्चा नहीं हुई है।
दूसरी ओर इस मामले पर जब बिहार के एक अन्य मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र सिंह से पूछा गया तो उन्होंने इसे मीडिया की उपज बताया। उन्होंने कहा कि दोनों दल अलग-अलग काम कर रहे हैं और बिहार विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन की बात हो रही है। कई दलों के नेताओं से बात चल रही है। इसमें राजेडी और जेडीयू के विलय जैसी तो कोई बात नहीं है।
गौरतलब है कि पिछले साल जेडीयू और बीजेपी में गठबंधन टूट गया था। इसके बाद इस वर्ष बिहार के 10 विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव में जेडीयू और राजेडी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा गया था। इस क्रम में जेडीयू के नीतीश कुमार और राजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद भी मंच साझा करते हुए नजर आए थे।
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