इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अपने मुखिया अबू-बकर-अल-बगदादी की ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की है। इराक में जिहादी नेताओं पर हवाई हमलों के बाद यह अफवाहें थीं कि बगदादी या तो हमले में घायल हो गया या मारा गया। यह रिकॉर्डिंग 17 मिनट की है, जिसमें बगदादी बताए जा रहे व्यक्ति ने ऐलान किया कि अमेरिकी सैनिकों की इराक की सरजमीन पर भीड़ लगाने से ओबामा को कुछ हासिल नहीं होगा। बगदादी ने कहा कि इराक में जगह-जगह जिहाद के ज्वालामुखी फूटते रहेंगे। बगदादी ने कहा कि आईएस गठबंधन सेना के हवाई हमलों के बावजूद अपना प्रभाव बढ़ाता रहेगा और विरोधियों के साथ जमीन पर लड़ाई लड़ता रहेगा। जमीनी लड़ाई में यहूदी मर-मिट जाएंगे।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि बगदादी की यह स्पीच कब रेकॉर्ड की गई, लेकिन इस भाषण में सोमवार को हुई एक घटना का जिक्र है, जब मिस्र के आतंकी संगठन अंसार-बेत-अल-मकदिस ने इराक में आईएस के प्रति अपनी आस्था जताई थी। बगदादी ने अपने जहर से बुझे भाषण में मध्य पूर्व के मुसलमानों से यहूदी, विनाशकारी ताकतों, उनके गुलाम और चमचों के खिलाफ खड़े होने को कहा। बगदादी का कहना है कि हमने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को डर, कमजोरी, अस्थिरता और नाकामयाबी के बीच लड़खड़ाते देखा है।
बगदादी ने कहा कि एक ओर ओबामा है, जो अपने गलत सलाहकारों के दबाव में इराक में 1500 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती का आदेश दे रहे हैं। बगदादी ने कहा कि हकीकत यह है कि अमेरिका और गठबंधन देशों के हवाई हमले और आतंकी ठिकानों पर दिन-रात की गई गोलीबारी के बाद भी आईएस का कुछ नहीं उखड़ा है। न आईएस के आगे बढ़ने में कमी आई है, और न ही उसका हौसला टूटा है। बगदादी ने कहा कि मिस्र के आतंकी संगठन के अलावा यमन, लीबिया और अल्जीरिया के आतंकी गुटों ने भी आईएस के प्रति अपनी आस्था जताई है। हम उनके प्रति आभार जताते हैं।
बगदादी ने सुन्नी अरब राज्यों के आईएस के खिलाफ अभियान में शामिल होने की मीडिया रिपोर्टों का मखौल उड़ाया। उन्होंने कहा कि अभियान में सुन्नी अरब राज्यों की भागीदारी सिर्फ मीडिया के दिमाग की उपज है। बगदादी ने कहा कि इस्राइल को चोरी-छिपे अमेरिका ने अपने अभियान में शामिल किया। इस्राइल में मुसलमानों के डर से अभियान में अपनी भागीदारी की खुलेआम घोषणा करने की ताकत नहीं है। बगदादी ने कहा कि आईएस के सिपाहियों, जिहादियों की खेती करो ताकि हर जगह जिहाद के ज्वालामुखी फूटें।
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