झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन तोडने के कांग्रेस के फैसले को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया और भाजपा से कहा कि वह इस ‘‘भ्रम’’ में ना रहे कि झारखंड में वह महाराष्ट्र और हरियाणा जैसा प्रदर्शन दोहरा सकेगा. झामुमो के साथ गठबंधन तोडने की कांग्रेस की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, पार्टी का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सत्तारुढ गठबंधन में 14 महीने साथ रहने के बाद, कुछ महत्वकांक्षी नेता आगामी चुनाव में भाजपा को ‘बाईपास’ दे रहे हैं.’’
सोरेन ने दावा किया, ‘‘लेकिन झामुमो भाजपा को सत्ता में नहीं आने देगी. हम खुद सभी 81 सीटों पर चुनाव लडेंगे और चुनाव के बाद बहुमत की सरकार बनाएंगे.’’ महाराष्ट्र और हरियाणा जैसा प्रदर्शन राज्य में दोहराने के भाजपा के दावों को ‘‘भ्रम’’ बताते हुए सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा ने राज्य को ‘‘लूटा’’ है और करीब नौ साल की सत्ता में राजनीतिक अस्थिरता के लिए भी वही जिम्मेदार है.
कांग्रेस पर राज्य में तीन बार राष्ट्रपति शासन लगाने का दोष मढते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने पिछले 14 महीने में जो किया है, वैसा किसी दूसरी सरकार ने नहीं किया. हमने प्रदर्शन का ग्राफ उंचा कर दिया है और अगले पांच साल में विकास दिखने लगेगा.’’
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