बिहार : वह मुंह भी नहीं खोल सकती !!!! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 18 नवंबर 2014

बिहार : वह मुंह भी नहीं खोल सकती !!!!

  • आॅपरेशन असफल होने पर एक दांत को तोड़कर खिड़की बना डाला

live aaryaavart dot com
पटना। अभी भी वह मुंह भी नहीं खोल सकती हैं। उसके दांतों के बीच में दोस्ती होने से ऊपर और नीचे के दांत अलग होते ही नहीं है। अभिभावक कहते हैं कि बुखार होने के बाद कान में दर्द होने के बाद धीरे-धीरे जबड़ा बंद होने लगा। चिकित्सकों ने आॅपरेशन भी किए। आॅपरेशन असफल होने पर एक दांत को तोड़कर खिड़की बना डाला। भोजन को पेस्ट बनाकर इस छिद्रनुमा खिड़की से भोजन ग्रहण करती हैं। उसे पेस्ट बने भोजन को दांतों पर लगड़ना पड़ता है। तब जाकर धीरे-धीरे पेस्ट पेट में पहुंचता है।

यह हाल है राजधानी के बगल में पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत के मगध काॅलोनी में रहने वाली 20 साल की सोनम कुमारी की। गरीब परिवार की बेटी सोनम कुमारी अनुग्रह नारायण सिन्हा काॅलेज में पढ़ने जाती हैं। वह अभी बी.एस.सी.के द्वितीय वर्ष में हैं। जुझारू सोनम सुबह में काॅलेज जाती हैं। काॅलेज से आने के बाद दोपहर में जाकर औघोगिक परिसर पाटलिपुत्र में स्थित हीरा बनाने वाले विभाग में प्रशिक्षण ग्रहण करती हैं। वह कहती हैं कि पिताजी अल्पवेतनभोगी हैं। मां गृहिणी हैं। छोटे-छोटे भाई-बहन हैं। घर की माली हालत खराब है। जितना हो सका। अभिभावकों ने बंद जबड़े का आॅपरेशन करवाकर खुलवाने का प्रयास किए। अभी भी चिकित्सक कहते हैं कि दो-तीन चरण में आॅपरेशन करना पड़ेगा। आगे कहती हैं कि नयी दिल्ली में स्थित एम्स में आॅपरेशन होता है। हाल में शिवम कुमार का आॅपरेशन कर बंद जबड़े को खोल दिया गया है। अभी भी बारी आने की इंतजारी में 150 से अधिक रोगी बेड पर पड़े हुए हैं। 

इतना कहने के बाद सोनम कुमारी भावुक हो जाती हैं। उनका कहना है कि मेरे घर के सामने ही पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत के माननीय सरपंच राजू शाह रहते हैं। दुर्भाग्य से सरपंच होने के बाद भी मुझ गरीब पर न्याय नहीं कर रह हैं। और न ही पड़ोसी प्रेम ही दिखा रहे हैं। अगर सामाजिक कार्य करने के लिए मैदान में उतरे हैं तब माननीय सरपंच महोदय को गरीबों के साथ न्याय और सहायता करनी ही चाहिए।बेहाल सोनम कुमारी के कहती हैं कि कभी भी सरपंच महोदय ने कुशलक्षेम भी जानना नहीं चाहा। इनको तो इस बाबत पश्चिम मैनपुरा ग्राम पंचायत के मुखिया निलेश यादव को जानकारी दे देनी चाहिए थी।ऐसा करने से मुखिया जी पैरवी करवाकर आॅपरेशन करवाने की व्यवस्था कर देते।

इस संदर्भ में सामाजिक कार्यकर्ता धनंजय कुमार यादव का कहना है कि इस दिशा में मुखिया निलेश यादव से वार्ता करेंगे। उनसे कहेंगे कि पश्चिम मैनपुरा ग्राम पंचायत को गोद लेने वाले राज्य सभा के सांसद आर.के.सिन्हा साहब से मिलकर सोनम कुमारी का आॅपरेशन करवाने की व्यवस्था ‘एम्स’ में करवा दंे।




आलोक कुमार
बिहार 

कोई टिप्पणी नहीं: