भारत में इबोला का पहला मरीज पाया गया। वह व्यक्ति लाइबेरिया में इबोला से ग्रसित हुआ था। लेकिन, वह वहीं इलाज करवाकर 10 नवंबर को भारत लौटा था। यहां उसका इलाज शुरू हो चुका है और उसे बाकी मरीजों से अलग रखा गया है।
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक 10 नवंबर को जब 26 साल का यह व्यक्ति लाइबेरिया से भारत आया था, तब उसका इलाज हो चुका था। एयरपोर्ट पर जब उसका टेस्ट हुआ तो इबोला के कोई लक्षण उसमें नहीं दिखे। लेकिन उसके सीमन टेस्ट की रिपोर्ट अब आई है और उसमें उसे इबोला से संक्रमित पाया गया है। रिपोर्ट का पता चलते ही अधिकारियों ने उसे बाकी लोगों से अलग कर दिया है।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'हालात काबू में हैं और परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। फिर भी, सभी बातों का ख्याल रखा जा रहा है।' जब तक उसके सारे टेस्ट नेगेटिव नहीं आ जाते, उसे दिल्ली एयरपोर्ट हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अस्पताल में ही रखा जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें