भाजपा नेताओं के ठियोग- हाटकोटी-रोहड़ू सडक़ की हालत सुधारने को लेकर किए जा रहे आंदोलन को एक राजनैतिक स्टंट करार दिया
शिमला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। राज्य विपणन बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुभाष मंगलेट ने भाजपा नेताओं के ठियोग- हाटकोटी-रोहड़ू सडक़ की हालत सुधारने को लेकर किए जा रहे आंदोलन को एक राजनैतिक स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मार्ग के निर्माण को लेकर लोगों को झूठ बोलकर गुमराह करने का प्रयास कर रही है। वास्तव में पूर्व धूमल सरकार ने अपने कार्यकाल में इस मार्ग की घोर उपेक्षा की और इसके निर्माण व सुधार की ओर कोई सार्थक व ठोस कदम नहीं उठाये। डा. मंगलेट ने भाजपा पर क्षेत्रवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने हमेशा ही हिमाचल को ऊपर-नीचे के क्षेत्रों में बांटा और विकास के मामलों में भेदभाव किया। उन्होंने कहा कि यही वजह रही कि रोहड़ू-हाटकोटी मार्ग जोकि वर्षा 2007 में तत्कालीन वीरभद्र सरकार ने इसके सुधार के लिए करोड़ों का बजट उपलब्ध करवाया था जिससे इस क्षेत्र के लोगों एवं बागवानों को लाभ मिल सके, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा ने इस क्षेत्र के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया और हाटकोटी-रोहड़ू मार्ग की अनदेखी की गई। अपने कार्यकाल के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कभी भी इस क्षेत्र की ओर कोई ध्यान नहीं दिया, इसलिए इन्हें इस मार्ग की उपेक्षा की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह सरकार के सत्ता में आते ही प्रदेश में सभी क्षेत्रों के समान विकास को प्राथमिकता देते हुए हाटकोटी-रोहड़ू मार्ग के निर्माण को भी तरजीह दी गई और इस कार्य को आरम्भ करने के लिए पुन: निविदाएं आमंत्रित की हैं, और कार्य प्रगति पर है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शिमला के ऊपरी क्षेत्र का यह मार्ग लोगों के लिए बहुत उपयोगी और महत्वपूर्ण है, जिसका निर्माण कार्य करवाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता आज इस मार्ग को लेकर जो मगरमछी आंसू वहा रहे हैं, अगर सत्ता में रहते कुछ सार्थक प्रयास किया होता तो भाजपा की प्रदेष में यह हालत न होती। विकास के मामले में धूमल सरकार का दोहरा चेहरा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा को इससे कोई लाभ होने वाला नहीं है, क्योंकि प्रदेशवासी उनकी कथनी और करनी को अच्छी तरह पहचानते है।
राज्यपाल ने किया टी-20 टूर्नामेंट का शुभारम्भ
शिमला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह ने आज राज्यपाल-गप्, मुख्यमंत्री-गप्, बोर्ड चेयरमेन-गप् तथा प्रेस-गप् के बीच बिशप कॉटन स्कूल, शिमला में खेले जाने वाले टी-20 क्रिकेट टूर्नामेन्ट का शुभारम्भ किया। टूर्नामेन्ट का आयोजन हिमाचल प्रदेश खेल, संस्कृति एवं पर्यावरण एसोसियेशन ने किया है। श्रीमती उर्मिला सिंह ने एसोसियेशन को प्रतियोगिता के आयोजन के लिये बधाई दी तथा आशा जताई कि इस तरह के मुकाबले न केवल खिलाडिय़ों और दर्शकों का मनोरंजन करते हैं, बल्कि शांति और एकता का संदेश देने में कारगर सिद्ध होते हैं। उन्होंने इस प्रतियोगिता के माध्यम से एड्स जैसे रोग के बारे में जागरूकता फैलाने के प्रयासों की भी सराहना की तथा कहा कि यह प्रयास स्वस्थ समाज के निर्माण में योगदान देंगे। राज्यपाल ने मैच का टॅास करवाया। उद्योग मंत्री एवं मुख्यमंत्री- गप् के कप्तान श्री मुकेश अग्निहोत्री ने टॉस जीता। हि.प्र. युवा कांग्रेस तथा हि.प्र. खेल, संस्कृति एवं पर्यावरण एसोसियेशन के अध्यक्ष श्री विक्रमादित्य सिंह ने इस अवसर पर राज्यपाल को स्मृति चिन्ह, शॉल और क्रिकेट किट भेंट की। उन्होंने टूर्नामेन्ट का ब्यौरा देते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता शांति और एकता के साथ-साथ एड्स के प्रति जागरूकता का संदेश देने के लिए आयोजित की गई है। राज्यपाल- गप् का नेतृत्व नॉन प्लेईंग कैप्टन श्रीमती उर्मिला सिंह तथा प्लेईंग कैप्टन प्रधान सचिव, राजस्व श्री तरूण श्रीधर ने किया। मुख्यमंत्री- गप् के कैप्टन उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री हैं। बोर्ड चेयरमैन- गप् और प्रेस- गप् टीमों का नेतृत्व क्रमश: हि.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुभाष मंगलेट और वरिष्ठ पत्रकार श्री विजय पुरी ने किया। कैबिनेट मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव, विधायक, विभिन्न बोर्डों के अध्यक्ष, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा पत्रकार अपनी-अपनी टीमों के लिए मैच खेल रहे हैं। मुख्य सचिव श्री पी.मित्रा, राज्य सरकार के अधिकारी तथा पत्रकार इस अवसर पर उपस्थित थे।
नए संगठनात्मक जिलों का प्रस्ताव पार्टी हाईकमान को भेज दिया, कांगड़ा को 4 तो मंडी को 3 भागों में बांटने का प्रस्ताव
शिमला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नए संगठनात्मक जिलों का प्रस्ताव पार्टी हाईकमान को भेज दिया है। इसके तहत कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने राज्य के सबसे बड़े जिला कांगड़ा को 4 और मंडी को 3 भागों में बांटने की वकालत की है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से चर्चा करने के बाद ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह प्रस्ताव पार्टी हाईकमान को भेजा है, ऐसे में वहां से हरी झंडी मिलने के बाद इसे प्रभावी किया जाएगा। हालांकि कुछ पार्टी नेता ठाकुर सुखविंदर सिंह के उक्त प्रस्ताव का अंदरखाते विरोध भी कर चुके हैं लेकिन कुछ नेताओं का यह भी कहना है कि यदि हाईकमान इस पर अपनी सहमति जताता है तो फिर उन्हें भी इस पर कोई एतराज नहीं होगा, ऐसे में देखना होगा कि आगामी दिनों में कांग्रेस हाईकमान इस बारे क्या निर्णय लेती है। गौर हो कि उक्त प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व राजस्व एवं स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर सहित अन्यों पार्टी नेताओं से भी चर्चा कर चुके हैं। प्रदेश में सबसे बड़े जिला में कांगड़ा शुमार है। यहां पर विधानसभा की सबसे अधिक 15 सीटें हैं। वर्तमान में कांग्रेस का पूरे जिला का एक अध्यक्ष है, ऐसे में इतने बड़े जिला के अंतर्गत प्रभावी तरीके से पार्टी की गतिविधियां सुचारू रूप से चलाने में दिक्कतें आती हैं। इसी तरह कांगड़ा जिला के बाद मंडी जिला में सबसे अधिक 10 विधानसभा क्षेत्र हंै। यहां भी पार्टी को कांगड़ा की तरह संगठनात्मक गतिविधियों को धरातल तक पहुंचाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में पार्टी इन दोनों बड़े जिलों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती है और संगठनात्मक स्तर पर जिलों को मजबूती प्रदान करना चाहती है। इन सब पहलुओं को ध्यान में रख पार्टी उक्त कदम उठाने जा रही है।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेश चौहान का कहना है कि पार्टी अध्यक्ष ने संगठन को सशक्त व मजबूत करने के लिए बड़े जिलों को संगठनात्मक तौर से छोटे करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इससे संबंधित प्रस्ताव पार्टी हाईकमान को भेजा गया है। बताते हैं कि पार्टी के सभी नेताओं की सहमति से ही उक्त निर्णय को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
शिमला की तर्ज पर संगठनात्मक विभाजन
जिला शिमला में कांग्रेस की 2 कमेटियां शहरी व ग्रामीण हैं। इन दोनों के अलग-अलग अध्यक्ष हैं। इसी तर्ज पर उक्त दोनों जिलों को भी अलग-अलग बांटने की योजना है ताकि पार्टी की गतिविधियां सुचारू रूप से चल सकें।
सत्ता में भी कांगड़ा-मंडी का वर्चस्व
सत्ता में भी कांगड़ा और मंडी जिलों को सबसे अधिक स्थान मिला है। वर्तमान सरकार में कांगड़ा और मंडी जिला से 3-3 कैबिनेट मंत्री हैं। इनमें कांगड़ा से जीएस बाली, सुजान सिंह पठानिया व सुधीर शर्मा शामिल हैं। इसी तरह मंडी जिला से कौल सिंह ठाकुर, अनिल शर्मा और प्रकाश चौधरी मंत्रिमंडल में शामिल हैं। इसके साथ ही कांगड़ा और मंडी जिला में मुख्य संसदीय सचिव अलग से बनाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने किया नि:शुल्क 102 एम्बुलेंस सेवा का शुभारम्भ
शिमला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान से जननी-शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत नि:शुल्क 102 एम्बुलेंस सेवा को हरी झण्डी दिखाकर ‘जननी एक्सप्रेस-102’ का शुभारम्भ किया। इसके साथ ही प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य क्षेत्र में उपलब्धियों में एक नया अध्याय जुड़ गया है।डोडरा-क्वार और अन्य दूरदराज क्षेत्रों सहित प्रदेश में गर्भवती और धात्री महिलाओं तथा एक वर्ष की आयु तक के बीमार बच्चों को घर से अस्पताल तथा वापिस घर तक नि:शुल्क यातायात सुविधा उपलब्ध करने के लिए प्रथम चरण में 45 एम्बुलेंस सेवाओं को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत जिला तथा क्षेत्रीय अस्पतालों सहित मुख्य प्रसव स्वास्थ्य केन्द्रों में 125 एम्बुलेंस उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत 42 के मुकाबले राज्य में 36 है और इसी तरह राष्ट्रीय प्रजनन दर 2.4 के मुकाबले प्रदेश में 1.7 है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 108 एम्बुलेंस सेवा की सफलता के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल की है, जिसकी स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ करने में अह्म भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि 102 एम्बुलेंस सेवा नवजात शिशु और माता को अस्पताल से नि:शुल्क घर पहुंचाने में लाभकारी सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि नि:शुल्क सेवा संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करेगी और प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में और कमी लाने में सहायक होगी। वीरभद्र सिंह ने कहा कि हाल ही के सर्वेक्षण के अनुसार प्रदेश के स्वास्थ्य मानक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानकों से कहीं बेहतर है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत प्रदेश सरकार ने केन्द्र से 261 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त करने में कामयाब रही है। उन्होंने आशा जताई कि केन्द्र सरकार राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र को और सुदृढ़ बनाने में सहायता देगी, क्योंकि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा राज्य का प्रतिनिधित्व करते हैं।प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब लोगों के लिए आवश्यक 352 दवाइयों के लिए 30 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, शिमला में 6 करोड़ रुपये की लागत से केन्द्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित की जा रही है। इसके अलावा, नर्सिंग कॉलेज पर 5 करोड़ रुपये, आईजीएमसी में ओपीडी ब्लॉक के निर्माण पर 56 करोड़ रुपये, कैथ लैब की कार्डियक यूनिट के सुदृढ़ीकरण पर करोड़ रुपये तथा आईजीएमसी में ट्रॉमा सेंटर और गुर्दा इकाई प्रत्येक के लिए 3.5 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। श्री वीरभद्र सिंह ने पूर्व केन्द्रीय सरकार और विशेषकर तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री श्री गुलाम नवी आज़ाद का 190 करोड़ रुपये के बजट प्रावधान के साथ प्रदेश के लिए एक ही वित्त वर्ष में तीन मेडिकल कॉलेज स्वीकृत करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री श्री कौल सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि 102 जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदेश में 6.15 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नि:शुल्क 102 एम्बुलेंस ड्रॉप बैक सेवा से 108 एम्बुलेंस सेवा, जो इसी प्रकार की सेवा प्रदान कर रही है, का दबाव कम होगा। उन्होंने कहा कि राजेन्द्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज, टांडा तथा कमला नेहरू अस्पताल, शिमला प्रत्येक में 20 करोड़ रुपये व्यय कर 100 बिस्तरों वाले मातृ शिशु अस्पतालों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य अधोसंरचना की सुदृढ़ीकरण के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया और कहा कि प्रदेश में 71 विशेषज्ञ चिकित्सक और 457 चिकित्सकों के अलावा 700 पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 108 एम्बुलेंस सेवा पर हर महीने एक लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं और 102 एम्बुलेंस सेवा पर प्रतिमाह 41 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सेवाएं टॉल फ्री नम्बर 102 के माध्यम से उपलब्ध होंगी। इससे पूर्व, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री हंस राज शर्मा ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। वन मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी, दूध उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्री चेत राम, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत चौधरी, विशेष सचिव स्वास्थ्य सेवाएं सुश्री नंदिता गुप्ता, स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. आर.के. शर्मा, शिमला के उपायुक्त श्री दिनेश मल्होत्रा, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
नड्डा की ताजपोशी ने बदले हिमाचल भाजपा के समीकरण
शिमला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल में 1998 से 2003 तक व 2007 से 2012 तक पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की ओर से सताए गए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और मोदी के करीबी जगत प्रकाश नडडा को केंद्रीय सरकार में केबिनेट मंत्री बनाकर हिमाचल भाजपा में हावी परिवाद को खत्म करने का श्रीगणेश कर दिया है।ऐसा बीजेपी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं का मानना है।हालांकि अभी कोई नतीजा निकालना बहुत जल्दी होगी। सूत्रों के मुताबिक नडडा के ताकतवर होने का सीधा मतलब हिमाचल भाजपा में बड़ा बदलाव माना जा रहा है। धूमल विरोधियों की माने तो हिमाचल भाजपा पर धूमल, उनके बेटों और रिश्तेदारों का कब्जा हो गया था। चाहे फिर रविंद्र सिंह रवि हो या गुलाब सिंह ठाकुर। अब तो हमीरपुर से भाजपा के पूर्व दिग्गज जगदेव चंद के पुत्र नरेंद्र ठाकुर को भी रिश्तेदारी की डोर में बांध दिया गया है।कई लोग हिलोपा में चले गए । बताते है कि धूमल ने पार्टी में विरोधियों को हराने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी । चाहे वो शांता हो या कोई और।पार्टी नेताओं की माने तो ये सब जानकारी मोदी को है।हालांकि मोदी की भी कई मामलों में धूमल को शह रही है। लेकिन लोकसभा चुनावों में पार्टी पर धूमल का ये परिवार वाद का वर्चस्व तबाह हो गया और मोदी की हवा में में हिमाचल से चारों सांसद जीत गए 1998 से2003 और 2007 से 2012 तक के भाजपा सरकार के कार्याकाल में नडडा को धूमल ने बहुत सताया था और वह रोते हुए हिमाचल की राजनीति से बाहर हुए थे । नडडा ने अपने संबंधों के दम पर राष्ट्रीय राजनीति में अपना कद बढ़ाया। नडडा के पास स्वास्थ्य विभाग था और धूमल ने विनीत चौधरी को स्वास्थ्य सचिव लगाया था।विनीत चौधरी के मार्फत धूमल ने नडडा को दबोच कर रखा था । इसी कार्याकाल में विनीत चौधरी में नडडा को बताया था किआईएएस अफसर क्या होता है।2007 से 2012 के कार्याकाल में नडडा को वन महकमे का मंत्री बनाया गय और अवय शुक्ला प्रधान सचिव वन रहे। इस दौरान भी नडडा को जमीन पर तारे दिखाए जाते रहे। बाद उन्हें मजबूर होकर संगठन में जाना पड़ा।धूमल और उनके बेटों की राजनीतिक कैरियर में रोड़ा बने नडडा को प्रदेश की राजनीति से बेदखल करने के लिए कई गुल खिलाए गए।लेकिन नडडा के मंत्री बनने के बाद प्रदेश भाजपा में जिन्हें धूमल के बेहद करीबी माना जाता था वह नडडा के मंत्री बनने के बाद रात को ही पलटी मार गए और नडडा के पाले में जा पहुंचे।भाजपा के करीबी सूत्र बताते है कि बिंदल तो पहले ही नडडा को आइने में उतार चुक थे और अब वो सारे भाजपाइयों से कहते फिर रहे है कि सोलन में उनके खिलाफ चल रहे मामले अगर धूमल चाहते तो धूमल सरकार में खत्म हो गए होते । लेकिन धूमल ने अपने दांव चले और मामलों में खेल खेल दिया।वह धूमल के पाले से छिटक चुके है। इसके अलावा नूरपुर से धूमल के बेहद करीबी नेता राकेश पठानिया भी नडडा से गले मिल आए है।ये भ्ी पलटी मार चुके है।एक भाजपा के नेता की माने तो एचपीसीए मामले में फंसे एचपीसीए के प्रवक्ता संजय शर्मा भी नडडा से मिल कर एचपीसीए कांड की पूरी कथा सुना आए है।संजय शर्मा पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा के भाई है। शिमला से भाजपा विधायक सुरेश भारदवाज भी नडडा के दरबार में जा आए है।हिलोपा के महारथी महेश्वर सिंह भी नडडा को वधाई दे आए है। उधर,नडडा के मंत्री बनने से धूमल खेमे में मायूसी छाई हुई और सबकी नजर धूमल,रविंद्र सिंह रवि व उनके रिश्तेदारों पर लगी है कि वो क्या दांव खेलते है।बताते है कि शांता ने भी अपने पते खोल दिए है।शांता का राजनीतिक केरियर आखिरी दौर में है लेकिन वो धूमल को सबक जरूर दिखाना चाहते है।ऐसे में धूमल चारों ओर से घेर दिए गए है।सबसे बड़ी मजे की बात है कि जे पी नडडा और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बीच आपस में गाढ़ी यारी है।दोनों के रिश्ते जगजाहिर है। वीरभद्र सिंह जब कभी भाजपा की ओर से संकट में घिरे उन्होंने नडडा का बेजा इस्तेमाल कर अपनी नैया पार लगाई है और नडडा को भी वीरभद्र सिंह मदद करते रहे है।अब धूमल और उनके बेटों के खिलाफ वीरभद्र सिंह ने कई मामले अदालत में पहुंचा दिए है ।ऐसे में इन मामलों में इन सबको सजा हो और ये पिता पुत्र दोनों चुनाव लडऩे की पात्रता खो दे इस तरह की गेम वीरभद्र सिंह व नडडा दोनों के लिए सूट करती है।राजनीति के माहिरों की माने तों दोनों खिलाड़ी मंजे हुए तो हैं ही।गेम भी साफ है और वक्त व किस्मत भी साथ है। इसके अलावा सचिवालय में जो आईएएस अफसर वीरभद्र सिंह की नाक के नीचे धूमल की माला जपते रहते थे उनकी सिटी पिटी गुम हो गई है।
चार दिवसीय लवी मेला सम्पन्न, प्रदेश सरकार राज्य की समृद्ध संस्कृति के सरंक्षण के लिए प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री
शिमला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि मेले और त्यौहार हिमाचल प्रदेश के लोगों के जीवन के अभिन्न अंग हैं। प्रदेश में अनेक मेले और त्यौहार आयोजित किए जाते हैं, जो हमारी समृद्ध परम्पराओं, रीति-रिवाजों और संस्कृति के परिचायक हैं। मुख्यमंत्री आज शिमला जिले के रामपुर में अन्तर्राष्ट्रीय लवी मेले के समापन समारोह के अवसर पर बोल रहे थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि लवी मेला ऐतिहासिक होने के साथ तिब्बत के साथ व्यापार के लिए जाना जाता है और प्रदेश का सबसे पुराना मेला है। उन्होंने कहा कि रामपुर, तिब्बत और भारत के बीच पुराना व्यापारिक मार्ग था। लवी मेले को तिब्बत चीन तथा अन्य देशों के मध्य व्यापारिक मेले के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार समृद्ध संस्कृति के सरंक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकारों के प्रयासों से रामपुर क्षेत्र में पिछले दशकों के दौरान तेजी से विकास हुआ है। सतलुज एवं अन्य नदियों पर अनेक परियोजनाएं स्थापित की गईं हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल ऊर्जा उत्पादक राज्य है और सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश में पैदा की जाने वाली बिजली का उपयोग राज्य में ही किया जाएगा और बिजली दूसरे राज्यों को नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पैदा की जाने वाली बिजली को प्रदेश के लोगों तथा बड़े औद्योगिक घरानों को दिया जाएगा, जिससे वे प्रदेश में आएं और निवेश करें।मुख्यमंत्री ने कृषि तथा सम्बद्ध क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास के लिए पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री जवाहर लाल नेहरू को श्रेय देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश ने तीव्र प्रगति की है और राज्य के लोगों ने उन्हें छठी बार सेवा करने का अवसर दिया है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि लोगों का कल्याण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि राज्य का समान एवं संतुलित विकास सुनिश्चित बनाया जा रहा है, क्योंकि वे लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने में विश्वास नहीं रखते।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पीटीए अध्यापकों के कल्याण के लिए प्रयासरत है और उनके साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लड़कियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य में 15 कॉलेज खोले हैं और वे भी ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हैं। ऐसा देखा गया है कि दूरदराज के क्षेत्रों में खोले गए शिक्षण संस्थानों और कॉलेजों में लड़कियों की संख्या लडक़ों से अधिक है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे शिक्षा में महारत हासिल करें क्योंकि शिक्षा जीवन का बहुत बड़ा खजाना है। वीरभद्र सिंह ने रामपुर के चाती पुल का प्राथमिकता के आधार पर निर्माण करने का आश्वासन दिया। उन्होंने स्नातकोत्तर सीमा कॉलेज रोहड़ू को 11000 रुपये देने की भी घोषणा कीमुख्यमंत्री ने लवी मेले के समापन की घोषणा भी की। वीरभद्र सिंह ने इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम की अध्यक्षता की और लवी मेला आयोजन समिति द्वारा निकाली गई स्मारिका का विमोचन भी किया। उन्होंने मेले के दैरान लगाई गई प्रदर्शनियों के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए।इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।मुख्य संसदीय सचिव श्री नंद लाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने रामपुर क्षेत्र के लिए करोड़ों की परियोजनाओं का लोकार्पण करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।शिमला के उपायुक्त श्री दिनेश मल्होत्रा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और मेले के दौरान आयोजित गतिविधियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।बहुद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री श्री सुजान सिंह पठानिया, पूर्व सांसद श्रीमती प्रतिभा सिंह, शिमला ग्रामीण जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष श्री के.एस. खाची, प्रधान सचिव ऊर्जा एवं हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के अध्यक्ष श्री एस.के.बी.एस. नेगी, हि.प्र.एसआईडीसी के उपाध्यक्ष श्री अतुल शर्मा, अध्यक्ष एपीएमसी कुल्लू एवं लाहौल स्पीति श्री उपेन्द्र मिश्रा, जिला परिषद अध्यक्ष श्री चन्द्रेश्वर प्रसाद, कैलाश फेडरेशन के अध्यक्ष श्री बृज लाल, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत प्रबन्ध निदेशक श्री पी.सी. नेगी, रामपुर खण्ड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष श्री सतीश वर्मा, प्रधान महिला कांग्रेस श्रीमती चन्द्रप्रभा नेगी, पुलिस अधीक्षक श्री डी.डब्ल्यू नेगी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्य संसदीय सचिव ने अग्निकांड पर शोक व्यक्त किया
शिमला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्य संसदीय सचिव कृषि श्री रोहित ठाकुर ने शिमला जिला के कोटखाई तहसील के कड़ैल गांव में अग्निकांड से श्री सत्यप्रकाश के मकान के क्षतिग्रस्त होने पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। उन्होंने प्रशासन को नुकसान का जायजा लेने तथा राहत मैनुअल के अनुसार शीघ्र राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
34वां भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला आरम्भ
शिमला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। भारत का अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला आज नई दिल्ली में हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ आरम्भ हुआ। भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने मेले का शुभारम्भ किया। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने समारोह की अध्यक्षता की। यह व्यापार मेला हर वर्ष नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवम्बर तक आयोजित किया जाता है। हिमाचल प्रदेश के आवासीय आयुक्त श्री ए.पी. सिंह ने हिमाचल पेवेलियन का उद्घाटन किया, जिसमें विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा 25 विक्रय स्टॉल और प्रदेश के उद्यमियों द्वारा 20 डिस्पले विंडोज तथा 15 बिक्री काउंटर स्थापित किए गए हैं। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में सक्रिय भागीदारी के लिए स्वयं सहायता समूहों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पेवेलियन में प्रदर्शित किए गए हिमाचली उत्पाद वास्तव में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अद्भुत हिमाचल का परिचय करवाते हैं। उन्होंने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय मेले में मुख्य रूप से जुड़े भारतीय व्यापार प्रोत्साहन संगठन ने इस साल ‘महिला उद्यमी’ थीम को उजागर किया है। हिमाचल पेवेलियन सही मायनों में थीम की उपयुक्तता को दर्शाता है क्योंकि मेले में भाग ले रहे अधिकांश स्वयं सहायता समूहों का प्रबंध स्वयं महिलाओं ने किया है। उद्योग विभाग के उप निदेशक श्री आर.आर.पटियाल, जो हिमाचल पेवेलियन के प्रभारी भी हैं, ने मेले की गतिविधियों विवरण देते हुए बताया कि इस अवसर पर 22 नवम्बर को हिमाचल दिवस मनाया जाएगा जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
दलाईलामा के कारण विख्यात है धर्मशाला विश्व पर्यटन मानचित्र पर- मनकोटिया
- - 10 व 11 दिसम्बर को जुटेंगे विदेशी कलाकार
- -दलाईलामा शांति नोबेल पुरस्कार की 25वीं बर्षगांठ पर आयोजित होगा अंतर्राष्ट्रीय हिमालयन फैस्टीवल
- - 3 करोड़ रुपए व्यय किए जायेंगे मसरूर मंदिर पर
धर्मशाला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। महामहिम दलाईलामा के प्रति आस्था के कारण धर्मशाला विश्व पर्यटन मानचित्र पर विख्यात है। कांगड़ा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि गौरवशाली समृद्ध परम्पराओं तथा दलाईलामा के प्रति असीम श्रद्धा और आस्था के कारण हर वर्ष लाखों पर्यटक व श्रद्धालु धर्मशाला का रूख करते हैं। यह उद्गार उपाध्यक्ष, पर्यटन निगम, मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने आज पर्यटन विभाग, हिमाचल सरकार, केंद्रीय तिब्बतियन प्रशासन और भारत-तिब्बत मैत्री संघ के संयुक्त तत्वावधान से आयोजित किए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय हिमालयन फैस्टीवल की तैयारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में पर्यटन का विशेष महत्व है। पर्यटन के विकास व यहां के पर्यटन स्थलों के लिए प्रचार एवं प्रसार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महामहिम दलाईलामा के शांति नोबेल पुरस्कार की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर धर्मशाला के मैक्लोडग़ंज स्थित टिप्पा में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय हिमालयन उत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस उत्सव में भूटान, मंगोलिया, जापान, साऊथ कोरिया, रशीयन फैडरेशन के विदेशी सांस्कृतिक दलों के प्रदर्शन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं जबकि राज्य के कांगड़ा, चम्बा, लाहौल-स्पिति, कुल्लू, किन्नौर, शिमला, सिरमौर इत्यादि जिलों के लोक सांस्कृतिक दल इस उत्सव में अपनी प्रस्तुतियां देंगे। मनकोटिया ने बताया कि केंद्रीय तिब्बतियन प्रशासन द्वारा टिप्पा के सौजन्य से तिब्बतियन संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इंडियन कौंसिल फार कल्चर रिलेशनज़, नई दिल्ली को भी इस उत्सव में सांस्कृतिक दल भिजवाने के लिए सम्पर्क किया जा रहा है। जबकि सेना का बैंड भी इस उत्सव में मनमोहक स्वर लहरियां बिखेरेगा। उत्सव परिसर में टिप्पा के हस्तकरघा, हस्तशिल्प के अतिरिक्त पर्यटन विभाग, उद्यान, एचपीएमसी, आयुर्वेद के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के प्रदर्शनियों के लगभग 15 स्टॉल लगाए जायेंगे, जो पर्यटकों को हिमाचल की लोक सांस्कृतिक विरासत से रू-ब-रू करवायेंगे। मनकोटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिवसीय इस अंतर्राष्ट्रीय हिमालयन उत्सव का शुभारंभ 10 दिसम्बर, 2014 को महामहिम दलाईलामा द्वारा किया जाएगा। मनकोटिया ने बताया कि इस उत्सव को व्यापक प्रचार देने के लिए सुन्दर रंगीन फलैक्स, फोल्डरों के अतिरिक्त समाचार-पत्रों तथा टीवी चैनलों को माध्यम बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के महत्वपूर्ण पुरातन धरोहर मसरूर मंदिर को पर्यटन की दृष्टि से उभारने के लिए 3 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 11 दिसम्बर, 2014 को प्रात: 11 बजे टिप्पा हॉल, मैक्लोडग़ंज में आयोजित सैमीनार में विशेषज्ञ प्रो0 एनके सिंह द्वारा पुरातन धरोहर मसरूर मंदिर से संबंधित प्रेजेंटेशन प्रस्तुत जायेगा। मनकोटिया ने इस अवसर पर कहा कि मैक्लोडग़ंज तथा भागसू में शौचालय सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए नए शौचालयों के निर्माण हेतु धन का प्रावधान करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस उत्सव की तैयारियों की आगामी समीक्षा बैठक 3 दिसम्बर को आयोजित की जाएगी। इस अवसर पर हिमालयन उत्सव के प्रचार, यातायात व्यवस्था, दूरसंचार एवं पेयजल व्यवस्था, पार्किंग, आवास, सडक़ों की मुरम्मत, स्थानीय व विदेशी मीडिया, स्मृति चिन्ह् इत्यादि 20 से भी अधिक मदों पर व्यापक रूप से चर्चा की गई। इस अवसर पर उपायुक्त, कांगड़ा सी0पॉलरासु, पुलिस अधीक्षक कपिल शर्मा, निदेशक पर्यटन विभाग मोहन चौहान, उप-निदेशक पर्यटन प्रभात चौधरी, केंद्रीय तिब्बतियन प्रशासन, भारत-तिब्बतियन मैत्री संघ के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त, होटल एसोसिएशन, टैक्सी यूनियन के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त सुभाष नैहरियां, सत्यदेव, अनिल महाजन, औंकार नैहरिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
जिला कांगड़ा में कार्यरत हैं 1013 सहकारी सभाएं-जगजीवन पाल
धर्मशाला, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। जिला कांगड़ा के राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के सौजन्य से 39.61 करोड़ रुपए की लागत से समन्वित सहकारी विकास परियोजना का शुभारंभ किया जा रहा है। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव जगजीवन पाल ने 61वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के समारोह गुग्गा सलोह में बतौर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करते हुए दी। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में कुल 1013 सहकारी सभाएं कार्यरत हैं जिसमें से 600 प्राथमिक कृषि सहकारी सभाएं तथा 413 अन्य प्रकार की सहाकरी सभाएं कार्यरत हैं।उन्होंने बताया कि सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं वृत पालमपुर जिसमें पांच विकास खंड बैजनाथ, पंचरूखी, भेडू महादेव, भवारना व लंबागांव शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस समय 300 सहकारी सभाएं पंजीकृत हैं जिसमें 192 प्राथमिक कृषि सहकारी सभाएं तथा 108 अन्य विभिन्न प्रकार की सहकारी सभाएं पंजीकृत हैं जिसके 121700 सदस्य हैं। सहकारी सभाओं में कुल भागधन जमा 1462.07 लाख, अमानतें जमा 20177.10 लाख, कार्यशील पूंजी 27103.58 लाख, उपभोक्ता वस्तुओं का वितरण 4861 लाख, खाद बीज आदि 23.84 लाख, कृषि व गैर कृषि ऋण वितरण 2369.23 लाख, कृषि व गैर कृषि ऋण की बसूली 2063.70 लाख, चाय विधायक एवं बिक्री 304900 किलोग्राम 436.96 लाख रुपए हैं। इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग की नाट्य इकाई द्वारा सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
कमलाह स्कूल में कर्नल पटियाल ने बांटे ईनाम, मनीशा ठाकुर को घोशित किया गया बैस्ट स्टूडेंट ऑफ द ईयर
हमीरपुर, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। राजकीय माध्यमिक पाठशाला कमलाह के वार्शिक समारोह एवं बाल दिवस समारोह में प्रदेश कांग्रेस एक्स सर्विसमैन सैल के अध्यक्ष कर्नल धर्मेंद्र पटियाल ने मुख्य अतिथि के रूप में षिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षकों व अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों के चरित्र निर्माण व उनकी ऑलराउंड डैवलेपमैंट पर जोर दें, ताकि ये बच्चे अच्छे नागरिक बनें तथा जीवन की हर चुनौती का बखूबी सामना करने में सक्षम हो सकें। बच्चों को पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता का संदेश देते हुए कर्नल पटियाल ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में यह समय की मांग है। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत व दृढ़ निश्चय से जीवन में हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। इससे पहले मुख्याध्यापक राकेश शर्मा ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी तथा विभिन्न गतिविधियों व उपलब्धियों की जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने मिडल और प्राइमरी विंग के मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया। पुरस्कार पाने वालों में आठवीं में प्रथम रही किरण व द्वितीय स्थान हासिल करने वाली दीक्षा शामिल रहीं। अन्य मेधावी विद्यार्थियों में सातवीं कक्षा में क्रमश: प्रथम व द्वितीय रहे पल्लवी व सुशील, छठी में मनीषा व परमजीत, पांचवीं में अभिनव व कर्ण, चौथी में पायल व ऋषभ, तीसरी में पल्लवी व पायल, दूसरी में आशीष व आकाश और पहली कक्षा में अनमोल व स्वाति को भी पुरस्कार दिए गए। मिडल विंग में मनीषा ने बेस्ट स्टूडेंट ऑफ द ईयर का खिताब प्राप्त किया, जबकि परमजीत को हॉनेस्टी अवार्ड दिया गया। नेहरू सदन को सर्वश्रेष्ठ सदन घोषित किया गया। प्राइमरी विंग में शत-प्रतिशत उपस्थिति का पुरस्कार अमनदीप व शिवानी को मिला। इस समारोह में मिडल तथा प्राइमरी विंग के शिक्षक, स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
एपीएमसी की बैठक सम्पन्न
हमीरपुर, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। कृषि उपज मण्डी समिति (एपीएमसी) की बैठक आज मण्डी समिति अध्यक्ष प्रेम कौशल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में समिति का अगस्त से सितम्बर, 2014 तक की आय-व्यय का अनुमोदन किया गया । यह जानकारी सचिव मण्डी समिति अनिल चौहान ने दी । बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रेम क ौशल ने कहा कि मण्डियों को सुदृढ़ किया जाएगा ताकि किसान एवं बागवानों को पूर्ण लाभ अर्जित हो सके । उन्होंने कहा कि उप-मण्डी समिति नादौन, हमीरपुर और जाहू में जो आढ़ती नियमानुसार काम नहीं कर रहे हैं उनको कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सब्जी मण्डियों और चैक पोस्टों में पारदर्शिता लाने के लिये सी.सी.टी.वी. कै मरे स्थापित किए जाएंगे।
आवश्यक वस्तुओं के भाव यथावत रहेंगेे - रोहन चंद ठाकुर
हमीरपुर, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। जिला दण्डाधिकारी, हमीरपुर, रोहन चन्द ठाकुर (भा0प्र0से0) ने पूर्व में जारी अधिसूचना की निरन्तरता में तथा हिमाचल प्रदेश जमाखोरी, मुनाफाखोरी निरोधक ओदश 1977 की धारा 3(।) ई के तहत आदेश जारी किये हैं कि जिला में पूर्व में जारी की गई अधिसूचना की अनुसूचि में दर्ज आवश्यक वस्तुओं के परचून भाव आगामी दो माह तक यथावत लागू रखने के आदेश जारी किये हैं।
यमंत्री वीरभद्र सिंह का 20मु का ऊना दौरा रद्द
ऊना, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। मू- कश्मीर के) ज यमंत्री श्री वीरभद्रविधानसभा चुनावों में प्रचार के लिए जाने के कारण मु सिंह का 20 नवंबर को ऊना का एक दिवसीय दौरा रद्द हो गया है। उन्होंने इस दिन पंजावर में आयोजित राज्य स्तरीय सहकारिता दिवस समारोह यातिथि शिरकत करनी थी लेकिन अब यह कार्यक्रम स्थगित हो गयामें बतौर मु है। यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां दी।
मध्यस्थता विवादों के समाधान का वैकल्पिक रूप-सीजेएम
- मध्यस्थता पर आयोजित शिविर में बोले सीजेएम रणजीत सिंह
ऊना, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। :जिला न्यायालय परिसर, ऊना में जिला विधिक प्राधिकरण द्वारा मध्यस्थता पर एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 100 से अधिक अधिवक्ताओं व स्थानीय लोगों ने भाग लिया। शिविर की अध्यक्षता मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, ऊना रणजीत सिंह ने की।
इस अवसर पर उपस्थित अधिवक्ताओं व स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए सीजेएम ने कहा कि मध्यस्थता विवादों के समाधान का एक वैकल्पिक रूप है। यह प्रभावी तौर पर दो या दो से अधिक पक्षों के बीच विवादों को हल करने का एक सुगम एवं खर्च रहित प्रणाली है। उन्होने बताया कि मध्यस्थता के तहत हल होने वाले विवादों से जहां दोनों पक्ष समझौते के द्वारा विवाद को हल करने से अपनी जीत महसूस करते हैं तो वहीं आपस के संबंधों में भी सुधार होता है। शिविर में वरिष्ठ अधिवक्ता बरिन्द्र धरमाणी, मनोहर लाल सहजपाल तथा जिला न्यायवादी नरेश घई ने मध्यस्थता बारे लोगों को विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि मध्यस्थता समझौता कानून के तहत पूरी तरह से लागू करने योगय है। उन्होने बताया इससे लोगों के समय व धन की बचत होती है तथा अनावश्यक परेशानी से भी छुटकारा मिलता है।
कुलदीप कुमार 16 नवम्बर को चौकी मनियार स्कूल के वार्षिक समारोह में करेंगें शिरकत
ऊना, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। राज्य वित आयोग के अध्यक्ष एवं विधायक चिंतपूर्णी कुलदीप कुमार 16 नवम्बर को प्रात: 11 बजे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, चौकी मनियार के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगें तथा स्कूल के अतिरिक्त कमरे का शिलान्यास भी करेंगें। यह जानकारी उनके निजी सचिव ने दी।
प्रेस दिवस पर संगोष्ठी आज
ऊना, 15 नवम्बर (विजयेन्दर शर्मा)। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग व प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वाधान में रविवार 16 नवंबर को प्रात: 11 बजे बचत भवन में संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है जिसकी अध्यक्षता मीडिया विशेषज्ञ एवं एग्रो पैकेजिंग के पूर्व उपाध्यक्ष ओंकार शर्मा करेंगे। पुलिस अधीक्षक अनुपम शर्मा बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इस संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा ने भारतीय प्रेस परिषद द्वारा सुझााए गए विषय वसार्वजनिक मामलों में पारदर्शिता: प्रेस की भूमिका Þ पर प्रपत्र प्रस्तुत करेंगे , जिस पर मीडिया कर्मी चर्चा करेंगे। यह जानकारी डीपीआरओ गुरमीत बेदी ने आज यहां दी। उन्होंने सभी मीडिया कर्मियों से इस संगोष्ठी में भाग लेने का आग्रह किया है।
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