हिमाचल की विस्तृत खबर (16 नवम्बर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 16 नवंबर 2014

हिमाचल की विस्तृत खबर (16 नवम्बर)

कल्याणकारी योजनाओं से कमजोर वर्गों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान
  • प्रदेश में 3,04,921 पात्र व्यक्तिओं को प्रदान की जा रही है सामाजिक सुरक्षा पेंशन

शिमला, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   प्रदेश सरकार ने समाज के सभी वर्गों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की है, विशेषकर कमज़ोर वर्गों के लिये अलग से योजनाएं कार्यान्वित की गई हैं। सरकार ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्गों, अपंगों, अनाथों, महिलाओं, अल्पसंख्यक समुदायों के सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक उत्थान को सुनिश्चित बनाया है, जिससे वे अन्य वर्गों के समकक्ष बन सके। 
प्रदेश सरकार द्वारा वे सभी व्यक्ति, जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है तथा जिनकी वार्षिक आय समस्त साधनों से 35 हजार से अधिक नहीं है, उन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अधीन लाया गया है। इन्हें 550 रुपये प्रति माह की दर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है। 80 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध व्यक्तियों को यह पेंशन 1000 रुपये प्रति माह की दर से प्रदान की जा रही है। सरकार द्वारा 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में गरीबी रेखा से नीचे चयनित परिवारों की विधवाओं को भी 550 रुपये प्रति माह की दर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है। इसी प्रकार अपंग व्यक्तियों को भी 550 रुपये प्रति माह विकलांग राहत भत्ता प्रदान किया जा रहा है तथा 70 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले व्यक्तियों को 750 रुपये प्रतिमाह की दर से विकलांग राहत भत्ता दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार कुष्ठ रोगियों को भी 550 रुपये की दर से कुष्ठ रोगी पुनर्वास भत्ता प्रदान कर रही है। वर्तमान में सामाजिक सुरक्षा योजना से 304921 लाख लोग लाभान्वित हो रहे हैं। वर्तमान सरकार ने सत्ता संभालने के उपरांत 12 हजार अतिरिक्त पात्र व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत लाया है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2014-15 में सामाजिक सुरक्षा पैंशन के लिए 21870.16 लाख रुपये की राशि का आवंटन किया है। प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के लोगों की आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने के लिए कार्यक्रम आरम्भ किया गया है, जिसके अन्तर्गत इन वर्गों के व्यक्तियों जिनकी वार्षिक आय 35 हजार से कम हो तथा जिन्होंने आईटीआई तथा अन्य प्रशिक्षण संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त किया है, को स्वावलंबी बनाने के उददेश्य से सिलाई मशीन, औज़ार एवं उपकरण खरीदने के लिए 1500 रुपये का अनुदान प्रदान किया गया है। योजना के तहत वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 7072 पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने के लिए 106.11 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने के उददेश्य से अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सामान्य जाति के ऐसे युवक, युवतियों जिन्होंने अनुसूचित जाति की युवती/युवक से विवाह किया हो, को 50 हजार रुपये की राशि प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान की जा रही है। योजना के अन्तर्गत गत वर्ष 96.75 लाख रुपये का प्रावधान किया गया था जबकि इस वित्त वर्ष के दौरान 245 व्यक्तियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये बजट में 122.19 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। अनुसूचित-जाति, जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्गों के ऐसे आवासहीन व्यक्तियों को गृह निर्माण पर अनुदान दिया जा रहा है। योजना के तहत इन वर्गों के ऐसे व्यक्ति जिनकी वार्षिक आय 35 हजार रुपये से कम है, को गृह निर्माण के लिए 75 हजार रुपये की राशि तथा मुरम्मत के लिए 25 हजार रुपये का अनुदान प्रदान किया जा रहा है। योजना के तहत इस वर्ष 2452 पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 1840.54 लाख रुपये की राशि का आवंटन किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति बहुल ऐसे गांवों जहां इन वर्गों की जनसंख्या 40 प्रतिशत या इससे अधिक है, में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना आरम्भ की गई है। योजना के तहत सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्येक से दो गांवों का चयन किया जाता है तथा इन गांवों के विकास के लिए 10 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। इस योजना के लिए वर्ष 2014-15 में 12 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों से सम्बन्धित अभ्यार्थियों  जिनकी वार्षिक आय 60 हजार से कम है, को कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। योजना के अन्तर्गत प्रशिक्षण शुल्क के लिए 1200 रुपये प्रतिमाह तथा प्रशिक्षण के दौरान एक हजार रुपये प्रतिमाह की छात्रवृति प्रदान की जा रही है। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर ऐसे प्रशिक्षणार्थियों को 6 माह के लिए सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थानों में कंप्यूटर एप्लीकेशन में प्रवीणता प्राप्त करने के लिए रखा जाता है तथा इस अवधि के दौरान उन्हें 1500 रुपये प्रतिमाह की छात्रवृति प्रदान की जा रही है। योजना के तहत इस वित्त वर्ष के दौरान 366.18 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के शिक्षा स्तर में सुधार लाने तथा स्कूल छोडऩे की प्रवृति को रोकने के लिए केन्द्र प्रायोजित योजना के तहत 50-50 के अनुपात से छात्रावासों का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश में इस समय इस वर्ग की छात्राओं के लिए चार छात्रावासों तथा छात्रों के लिए तीन छात्रावासों का निर्माण किया जा रहा है। इस वित्त वर्ष के दौरान इसके लिए 125.00 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा विकलांग बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के उददेश्य से पहली से लेकर स्नातकोत्तर स्तर तक छात्रवृतियां प्रदान की जा रही है।। इस योजना का लाभ 40 प्रतिशत या इससे अधिक विकलांगता वाले विद्यार्थी प्राप्त कर सकते हैं, जिसके लिए आय सीमा में भी छूट दी गई है। योजना के लिए इस वित्त्स वर्ष के दौरान 96.71 लाख रुपये की राशि आवंटित की गई है। आर्थिक तौर पर कमजोर तथा विशेष वर्गों के कल्याण के लिये प्रदेश सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से इन वर्गो के लोगों के सामाजिक व आर्थिक स्तर में सकारात्मक परिवर्तन सामने आ रहे हैं और सरकार के प्रयास समाज के इन लक्षित समूहों को विकास की मुख्यधारा में जोडऩे में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। 

पर्यावरण संरक्षण में युवा नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका: राज्यपाल

himachal news
शिमला, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह ने आज यहां राजभवन में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण अभियान के अन्तर्गत सतलुज जल विद्युत निगम द्वारा ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के तत्वावधान में ऊर्जा संरक्षण बारे जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से आयोजित राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता की अध्यक्षता की। इस अवसर पर श्रीमती उर्मिला सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण समय की आवश्यकता है और युवा पीढ़ी पर्यावरण संरक्षण का संदेश समाज में प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के तेजी से हो रहे हस में कमी लाने के उद्देश्य से ऊर्जा संवद्र्धन इस अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। राज्यपाल ने कहा कि ऊर्जा से परिपूर्ण जीवनशैली तथा ऊर्जा बचाने के उपायों बारे स्कूली बच्चों को जागरूक बनाया जाना चाहिए, ताकि वे ऊर्जा सरंक्षण के संदेश को अपने घरों, आस-पड़ोस और समाज में पहुंचा सकें। ऊर्जा के संरक्षण से दैनिक जीवन में ऊर्जा पर होने वाले खर्चों में कमी आएगी। राज्यपाल ने राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत 1300 स्कूलों को शौचालय निर्माण के लिए अपनाने पर सतलुज जल विद्युत निगम के प्रयासों की सराहना की। इन स्कूलों में विशेषकर लड़कियों के लिए शौचालयों की सुविधा उपलब्ध करवाने पर बल दिया जाएगा। राज्यपाल ने प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक श्री अशोक शर्मा, ज्यूरी मैंबर्स, खण्ड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों तथा एसजेवीएनएल के कर्मचारियों को प्रतियोगिता के आयोजन में दिए गए महत्वपूर्ण सहयोग के लिए सम्मानित किया।श्रीमती सिंह ने चित्रकला प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। कनिष्ठ वर्ग में दयानंद पब्लिक स्कूल, शिमला के हेमपुष्प चौहान प्रतियोगिता के विजेता घोषित किए गए, जबकि दयांनंद पब्लिक स्कूल झाखड़ी के विजय प्रजापति दूसरे स्थान पर और इसी स्कूल के उदय ठाकुर तीसरे स्थान पर रहे। वरिष्ठ वर्ग में डीएवी लक्कड़ बाजार शिमला के हितेष शर्मा ने प्रथम स्थान हासिल किया। डीएवी न्यू शिमला के शौर्य शर्मा ने द्वितीय और राजकीय उच्च विद्यालय मलोखर की प्रतिभा ने तृतीय स्थान पर रहीं। पहले, दूसरे और तीसरे स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागियों को क्रमश: 20 हजार रुपये, 15 हजार रुपये तथा 10 हजार रुपये के पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके अलावा, 2500 रुपये के 20 सांत्वना पुरस्कार भी प्रतिभागियों को वितरित किए। प्रतियोगिता में प्रदेश के 14,238 विद्यालयों के 4 लाख 61 हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिनमें से कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्ग प्रत्येक में से 50 प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित किया गया। वरिष्ठ वर्ग की प्रतियोगिता के लिए ‘ऊर्जा की कमी-सावधानी के साथ प्रयोग, ‘ऊर्जा बचाओ-धरती बचाओ’ तथा ‘बेहतर जीवन के लिए ऊर्जा उत्पादों के साथ बदलाव’, जबकि कनिष्ठ वर्ग प्रतियोगियों के लिए ‘कल के सुनहरे भविष्य के लिए आज ऊर्जा बचाओ’, ‘ऊर्जा बचाओ-प्रकृति बचाओ’ तथा ‘ऊर्जा का खर्च धन का खर्च’ विषय निर्धारित किए गए थे।  सतलुज जल विद्युत निगम के निदेशक श्री एन.एल. शर्मा ने राज्यपाल का स्वागत किया और जागरूकता अभियान के उद्देश्यों के साथ-साथ ऊर्जा क्षेत्र में सतलुज जल विद्युत निगम के योगदान का ब्यौरा दिया।प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक श्री अशोक शर्मा और हि.प्र. राज्य विद्युत बोर्ड के वित्त एवं कार्मिक निदेशक श्री राजीव शर्मा ने भी इस अवसर पर विचार रखे।सतलुज जल विद्युत निगम तथा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं विभिन्न स्कूलों के बच्चे भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में मीडिया की भूमिका को सराहा

शिमला, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हमेशा मीडिया को विशेष महत्व दिया है और पत्रकारों को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए सरकार तत्पर है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मीडिया सामाजिक विषयों व आम लोगों की समस्याओं को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके अतिरिक्त मीडिया प्रदेश सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के बारे में फीडबैक देने की दिशा में भी सराहनीय कार्य कर रहा है। श्री वीरभद्र सिंह राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर आज सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा ‘सार्वजनिक मामलों में पारदर्शिता: प्रेस की भूमिका’ विषय पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मीडिया की लोगों में जानगरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका है वहीं सरकार व जनता के बीच संवाद स्थापित करने में भी इसकी भूमिका अहम है। उन्होंने राज्य में मीडिया के तेजी से हुए विस्तार पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने कार्य में स्वयं एक सीमा का निर्धारण करें और राष्ट्र की एकता को नुकसान पहुंचाने वाली टिप्पणियों से बचना चाहिए। यह पत्रकारों पर एक बड़ा उत्तरदायित्व है कि उनकी किसी भी टिप्पणी से समाज में कोई तनाव या भ्रांति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि नैतिक पत्रकारिता और स्वस्थ लेखन का हमेशा ही लोगों स्वागत करते हैं।  मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि आज की परिचर्चा से सामने आए सुझावों से मीडिया को और सुदृढ़ करने और भविष्य की रणनीति तैयार करने में सहायता मिलेगी।  उद्योग तथा सूचना एवं जन समपर्क मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि मीडिया लोगों व सरकार के बीच सेतु के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मीडिया के साथ हमेशा सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध रहे हैं और उनकी सभी जायज मांगों पर राज्य सरकार सहानुभूतिपूर्व विचार करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देती आई और भविष्य में भी उन्हें भरपूर सहयोग दिया जाएगा।  जनसत्ता के कार्यकारी संपादक श्री ओम थानवी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि देश आज कठिन दौर से गुजर रहा है और भ्रष्टाचार व साम्प्रदायिकता दो मुख्य चुनौतियां देश के सामने हैं, जिन पर चर्चा तो बहुत होती है लेकिन जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं हो रहा है।  उन्होंने गत लोक सभा चुनाव में मीडिया की भूमिका पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया वास्तविक मामलों पर चुप्पी साधे रहा, जबकि मीडिया को चुनाव प्रचार अभियान के तौर-तरीकों को सर्वोच्च प्राथमिकता से उठाना चाहिए था। उनका कहना था कि अगर मीडिया समाज के मुद्दों को पूरी पारदर्शिता के साथ उजागर करने में विफल रहता है तो स्वयं मीडिया की पारदर्शिता पर ही सवाल खड़े होंगे।  श्री थानवी ने कहा कि पत्रकारों के लिए राष्ट्र व समाज हित सर्वोपरि होना चाहिए तथा मीडिया का यह कर्तव्य बनता है कि समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार और शासन की खामियों को प्रमुखता से उठाएं जिसके लिए उन्हें किसी भी व्यक्ति के ओहदे की परवाह नहीं करनी चाहिए।  इससे पूर्व, वरिष्ठ पत्रकार श्री वेपा राव ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस वास्तव में मीडिया के लोगों के लिए आत्म विवेचन करने भविष्य की रणनीति निर्धारित करने का अवसर होता है। उन्होंने कहा कि मीडिया एक सामाजिक हथियार है, जिसका प्रयोग समाज की बेहतरी के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि निजता के अधिकार व सार्वजनिक मामलों के बीच एक मामूली अंतर है, और यह आवश्सक है कि मीडिया आम आदमी को निजता के अधिकारों को ठेस पहुंचाए बिना अपना कार्य करे। उन्होंने कहा कि मीडिया के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आया है, ऐसे में उच्च मूल्यों को बनाए रखने की जरूरत है और समुचित प्रशिक्षण के माध्यम से युवा पत्रकारों में सकारात्मक सोच पैदा करनी होगी ताकि वे अपने दायित्व का सही निर्वहन कर सकें। इस अवसर पर परिचर्चा का भी आयोजन किया गया, जिसमें पत्रकारों तथा पत्रकारिता एवं जन संचार के विद्यार्थियों ने भाग लिया और मीडिया से सम्बन्धित मामलों व चुनौतियों पर बहुमूल्य सुझाव दिए।

निदेशक, सूचना एवं जन सम्पर्क श्री राकेश शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किय। 
  • राज्यपाल एकादश ने जीती क्रिकेट प्रतियोगिता

himachal news
शिमला, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि खेल आपसी एकता को बढ़ावा देते हैं जिन्हें राजनीति या किसी भी प्रकार के मतभेदों से दूर रखा जाना चाहिए। वह आज यहां बिशप कॉटन स्कूल में हिमाचल प्रदेश खेल, संस्कृति एवं पर्यावरण एसोसियेशन द्वारा आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसोसियेशन राजनीतिक दखल से हटकर प्रदेश में संस्कृति व खेल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बेहतर खेल अधोसंरचना सुविधाएं पंचायत स्तर तक स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नवोदित खिलाडिय़ों को बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएं भी प्रदान कर रही है तथा ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को विशेष रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने विजेता टीम राज्यपाल एकादश को प्रतियोगिता जीतने पर बधाई  दी जिसका नेतृत्व श्री तरूण श्रीधर ने किया। उन्होंने प्रतियोगिता में भाग ले रहे सभी टीमों के खिलाडिय़ों को पुरस्कार भी वितरित किए। इससे पूर्व, हिमाचल प्रदेश खेल संस्कृति व पर्यावरण संघ के अध्यक्ष श्री विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री का चैयरमेन बोर्ड एकादश तथा राज्यपाल एकादश के खिलाडिय़ों से परिचय करवाया। श्री विक्रमादित्य सिंह ने प्रतियोगिता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नई टीमों ने अगले वर्ष इस प्रतियोगिता में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की टीम ने भी प्रतियोगिता में भाग लेने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने प्रतियोगिता के आयोजन में सहयोग के लिए बिशप कॉटन स्कूल के मुख्य अध्यापक श्री रॉबिन क्रिसटोफर का आभार व्यक्त किया। प्रतियोगिता में सर्वाधिक रन बनाने के लिए श्री अमनदीप गर्ग को मैन ऑफ दी सीरिज घोषित किया गया।  शहरी विकास मंत्री श्री सुधीर शर्मा और पत्रकार श्री पंकज राकटा को शतकीय पारी खेलने के लिए विशेष पुरस्कार प्रदान किए गए।इससे पूर्व, फाइनल मैच में डा. सुभाष मंगलेट के नेतृत्व में चैयरमैन बोर्ड एकादश ने बेहतर खेल प्रदर्शन किया और बहुत कम अंतर से मैच हारे।  हि.प्र. विधानसभा के अध्यक्ष श्री बी.बी.एल. बुटेल, उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री, मुख्य संसदीय सचिव श्री इन्द्र दत्त लखनपाल, श्री विनय कुमार, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया, राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री हर्ष महाजन, हिमुडा के उपाध्यक्ष श्री यशवंत छाजटा, विधायक बम्बर ठाकुर, श्री करनेश जंग, श्री पवन काजल, श्री राम कुमार एवं श्री मोहन लाल बराक्टा, मुख्य सचिव श्री पी.मित्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री वी.सी. फारका, पुलिस महानिदेशक श्री संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव श्री सुभाष आहलुवालिया तथा प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी व पत्रकार भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री की भेंट

शिमला, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह से आज यहां केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने भेंट की तथा प्रदेश में स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ बनाने से सम्बन्धित विभिन्न मामलों पर विचार-विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने श्री नड्डा को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का पदभार संभालने के लिए बधाई दी तथा सम्मानित किया। इससे पूर्व, स्वास्थ्य मंत्री श्री कौल सिंह ठाकुर ने भी पीटरहॉफ में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भेंट की और केन्द्रीय मंत्री बनने पर उन्हें बधाई दी।

उपायुक्त ऊना 18 नवम्बर को राष्ट्रपति भवन में रेडक्रॉस मीटिंग में करेंगें शिरकत 
  • अभिषेक जैन सरकारी प्रतिनिधि के तौर पर करेंगें हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व

ऊना, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   उपायुक्त ऊना अभिषेक जैन 18 नवम्बर को राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में महामहिम राष्ट्रपति श्री प्रवण मुखर्जी के साथ होने वाली देश भर की रेडक्रॉस समिति की बैठक में हिमाचल प्रदेश से सरकारी प्रतिनिधि के तौर पर शामिल होंगें। यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राजभवन शिमला से उपायुक्त ऊना को हिमाचल प्रदेश से सरकारी प्रतिनिधि के तौर पर बैठक में शामिल होने के लिए नामांकित किया गया है। इस बैठक में उपायुक्त ऊ ना हिमाचल प्रदेश सहित जिला ऊना में रेडक्रॉस समिति के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी रखेंगें तथा उन पर चर्चा करेंगें। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि जिला ऊना के लिए यह गर्व की बात है कि महामहिम राष्ट्रपति के साथ रेडका्रॅस समिति की होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला को पूरे प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने का गौरवशाली अवसर मिला है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इसी बैठक में हिमाचल प्रदेश से नामांकित गैर सरकारी सदस्यों में से बाल कल्याण शाखा की अध्यक्षा व उपायुक्त ऊना की धर्मपत्नि डॉ0 आरूषी जैन भी शामिल होंगी।

19 नवम्बर को नंगल सलांगडी में सुनी जाएगी पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों की समस्याएं

ऊना, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   19 नवम्बर, 2014 को प्रात: 11 बजे पंचायत घर नंगल सलांगडी में पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों की समस्याओं को सुना जाएगा। यह जानकारी देते हुए उपनिदेशक जिला सैनिक कल्याण, ऊना मेजर (से0नि0) रघबीर सिंह ने बताया कि इस दौरान बडसाला, धमान्दरी, बसाल, डठवाडा और चरोला के क्षेत्रों से संबंध रखने वाले पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों से जुडी समस्याओं को सुना जाएगा तथा मौके पर ही हल किया जाएगा। उन्होने इन क्षेत्रों से संबंध रखने वाले पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों से निर्धारित तिथि व स्थान पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आहवान किया है ताकि उनकी समस्याओं को सुना व हल किया जा सके।

लोअर पंडोगा में दी कानून की जानकारी

ऊना, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   :जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ऊना द्वारा आज गांव पंडोगा में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की अध्यक्षता मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रणजीत सिंह ने की। इस अवसर पर सीजेएम ने उपस्थित ग्रामीणों को मुफत कानूनी सहायता बारे विस्तृत जानकारी दी। इसके अतिरिक्त उन्होने व्यक्ति के मौलिक कर्तव्यों व अधिकारों, लोक अदालतों व मध्यस्थता बारे भी जानकारी दी। शिविर में अधिवक्ता रमेश सारथी ने मोटर वाहन अधिनियम,अधिवक्ता अनीश जेपी शर्मा ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम व सूचना का अधिकार-2005 तथा अधिवक्ता सीमा शर्मा ने घरेलु हिंसा कानून बारे जानकारी दी। शिविर में लगभग 100 लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर स्थानीय पंचायत उप-प्रधान सन्तोख सिंह, पूर्व प्रधान राम प्रसाद, सचिव सहकारी सभा कमल देव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

प्रेस दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन, जनमत तैयार करने में मीडिया की भूमिका अहम : ओंकार शर्मा

himachal news
ऊना, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   मीडिया विशेषज्ञ व एग्रो पैकेजिंग के पूर्व उपाध्यक्ष ओंकार शर्मा ने कहा है कि जनमत तैयार करने में मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और चूंकि पत्रकार समाज के सचेतक और प्रहरी हैं इसलिए उनकी भूमिका और भी चुनौतीपूर्ण हो जाती है । ओंकार शर्मा आज यहां बचत भवन में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित सूचना एवं जनसंपर्क विभाग व प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे । पुलिस अधीक्षक अनुपम शर्मा ने बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में शिरकत की। वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा ने भारतीय प्रेस परिषद द्वारा सुझााए गए  विषय वसार्वजनिक मामलों में पारदर्शिता: प्रेस की भूमिका  Þ पर प्रपत्र प्रस्तुत किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में ओंकार शर्मा ने कहा कि आज पत्रकारिता का फलक बिल्कुल बदल गया है और मीडिया सामाजिक सरोकारों के प्रति भी सजग है । उन्होंने कहा कि आम आदमी चूंकि खबरों पर भरोसा करता है इसलिए मीडिया का दायित्व और भी बढ़ जाता है । उन्होंने कहा कि पत्रकारों को निष्पक्ष और मर्यादित पत्रकारिता के दायित्व का निर्वहन करते हुए एक स्वस्थ और जागरूक समाज की परिकल्पना को साकार करना चाहिए।  उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि आज पत्रकारिता के क्षेत्र में गिरावट भी किया आई और पेड न्यूज की प्रवृति ने पत्रकारिता की साख को चोट पहुंचाई है। उन्होंने कहा  कि देश की आजादी और आजादी के लिए माहौल तैयार करने में पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रखी , भले ही तब पत्रकारों को सैंसरशिप सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा पिछले दो दशकों से पत्रकारिता के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आए हैं और मीडिया का विस्तार भी हुआ है। साथ ही इंटरनेट ने पत्रकारिता के तेवर और परिभाषा भी बदली है। टिवटर, आरकुट और फेसबुक ने अभिव्यक्ति के नए सशक्त माध्यम के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा कि आज पलक झपकते ही समाचार एक जगह से दूसरी जगह संप्रेषित हो जाते हैं जबकि एक दशक पूर्व तक मीडिया कर्मियों को समाचार संप्रेषण में खासी मशक्कत करनी पड़ृती थी। 

मीडिया का हमारे जीवन पर इतना गहरा प्रभाव : एसपी 
                  
एसपी अनुपम शर्मा ने कहा कि आज आम आदमी की दिनचर्या की शुरूआत अखबार से होती है और अधिकांश लोगों की दिनचर्या का समापन रात को विभिन्न चैनलों पर प्रसारित खबरों से होता है। उन्होंने कहा  न्यायपालिका, कार्यपालिका, विधानपालिका और पत्रकारिता लोकतंत्र के चार मजबूत स्तंभ हैं। इन सभी की अपनी-अपनी जिमेदारियां हैं। परंतु पत्रकारिता इनमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि ये बाकी तीनों पक्षों पर नजर रखती है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जो आम आदमी से जुड़ा है और समाज को मार्गदर्शन देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि मीडिया का हमारे जीवन पर इतना गहरा प्रभाव है कि वह हमारे समाज की दिशा व दशा तय करता है। उन्होंने कहा कि आज कोई भी क्षेत्र चाहे वो राजनीतिक हो या प्रशासनिक या फिर सार्वजनिक क्षेत्र, जवाबदेही से अछूता नहीं है और न ही कोई विषय आज के परिप्रेक्ष्य में सार्वजनिक परिवेश से दूर रखा जा सकता है। उन्होंने कहा मीडिया को लोगों के जीवन से अलग नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि खबर भेजने में कुछ पलों की देरी भले ही हो जाए लेकिन तथ्यात्मक चूक की गुंजाईश नहीं रखनी चाहिए तथा तथ्यों की वास्तविक पुष्टि उपरांत ही आगामी कार्यवाही करनी चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा ने चर्चा की शुरूआत करते हुए कहा कि आज सूचना का युग है  और हर सार्वजनिक  मामले व क्षेत्र पर जनसाधारण की नजर है। ऐसे में पत्रकार को भी हर वक्त सजग और अपडेट रहना पड़ता है। पत्रकार को संवेदनशील, निर्भीक और अपने दायित्वों के प्रति सजग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता जिमेदारी एवं जवबदेही के बिना नहीं होती। मीडिया को तोड़ मरोड़ कर अथवा काल्पनिक रिर्पोंटिग से गुरेज करना चाहिए और किसी भी विषय अथवा समस्या पर केवल उन्हीं पहलुओं को जन साधारण को बताना चाहिए जो उसके अनुकूल एवं उपयुक्त हों। डीपीआरओ गुरमीत बेदी ने संगोष्ठी का संचालन करते हुए कहा कि  जिस तरह सागर की कोई सीमा नहीं है, उसी तरह पत्रकारिता का फलक भी काफी व्यापक है और पत्रकार चूंकि सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को जनमानस तक संप्रेषित करने का सशक्त माध्यम होने के साथ— साथ समाज के प्रहरी भी हैं, इसलिए उन्हें शक्ति के साथ संयम का भी परिचय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया समाज का दीपक और दर्पण है। उन्होंनेे कहा प्रेस दिवस, प्रेस की स्वतंत्रता एंव जिम्मेदारियों  की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट करता है। प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि भू-मंडलीकरण के इस दौर  में जिस तेजी से सूचना क्षेत्र में क्रांति आई है, उससे मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण तो हुई ही है, साथ ही मीडिया का दायित्व भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में सच्चाई, साहस, संयम , सूझबूझ ,स्पष्टता, स्थिरता और विश्वसनीयता का होना नितांत आवश्यक है। निष्प्क्ष व स्वतंत्र  पत्रकारिता के लिए ये सब मूल तत्व हैं। प्रेस क्लब के महासचिव जितेन्द्र कंवर ने कहा कि पत्रकारिता मानव समाज में चेतना एवं जागरूकता का संचार करने के साथ-साथ उसे मिल रही नई-नई चुनौतियां का सामना करने में सक्षम बनाती है। उन्होंने कहा  प्रिंट मीडिया एवं इलैक्ट्रॉनिक मीडिया को समाज का प्रहरी और पथ-प्रदर्शक माना जाता है। पत्रकारिता जन-जन तक सूचनात्मक, शिक्षाप्रद एवं मनोरंजनात्मक संदेश पहुँचाने की कला एंव विधा है। पत्रकार राजीव भनोट ने कहा कि भू-मण्डलीकरण के इस दौर में जिस तेजी से सूचना क्षेत्र में नई क्रान्ति आई है , उससे मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण तो हुई ही है , साथ ही मीडिया का दायित्व भी बड़ा है । उन्होंने कहा कि निष्पक्षता ही प्रेस की सबसे बड़ी ताकत है और समय पर सूचना संप्रेषण ही सही मायनों में समाचार है। पत्रकार शशिभूषण पुरोहित  ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मीडिया का अंतिम लक्ष्य जन सामान्य तक सूचना का संप्रेषण और सही स्थिति से पाठक को अवगत करवाना होता है। उन्होंने कहा पहले पत्रकारिता मिशन थी लेकिन अब यह यह एक व्यवसाय हो गई है और इसे युवा एक प्रोफैशन के रूप में अपनाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया की ताकत बढऩा लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है। पत्रकार रविन्द्र तेजपाल ने कहा कि पत्रकारिता को एक पक्ष को प्रसन्न एवं दूसरे को आहत करने वाला नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन देश में निष्पक्ष व स्वतन्त्र पत्रकारिता को नये आयाम देने के लिए भारतीय प्रेस परिषद का गठन किया गया था । 
                 
चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार ओपी धीमान, जेपी शर्मा व जोगिन्द्र आर्य ने भी भाग लिया।, प्रेस दिवस पर विनोद लखनपाल को श्रद्धांजलि दी

प्रेस दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में आज सभी भी स्वर्गीय विनोद लखनपाल जी भी बहुत याद आए और उनकी कमी खलती रही। विनोद लखनपाल जी प्रेस क्लब के सरंक्षक व सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक थे और हर वर्ष प्रेस दिवस पर वह भारतीय प्रेस परिषद द्वारा दिए गए विषय पर प्रपत्र प्रस्तुत करके चर्चा की शुरूआत करते थे और इस वर्ष उनका निधन हो गया था। प्रेस क्लब के महासचिव जितेन्द्र कंवर ने शोक प्रस्ताव प्रस्तुत किया और दो मिनट का मौन रखकर सभी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ओंकार शर्मा ने कहा कि लखनपाल जी के साथ उनके पारिवारिक संबंध थे और वह एक सफल जनसंपर्क व्यवसायी ही नहीं, अपितु मीडिया विश£ेशक भी थे।  प्रेस दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में  प्रेस क्लब बंगाणा के अध्यक्ष अनिल ठाकुर, महासचिव जोगिन्द्र देव आर्य, पत्रकार चंचल बाली,  शिवकुमार, मुनिन्द्र अरोड़ा राजू, जेपी शर्मा, विशाल स्याल, विशाल शर्मा, सोमनाथ मिन्टू,  मुनीष चब्बा, अमित शर्मा, राजन पुरी, विवेक शर्मा, राकेश मल्ही, गौरव , चंद्रमोहन, पूर्ण शर्मा, संदीप खड़वाल, विकास कौंडल, विनोद, सुखविन्द्र, हरप्रीत, सतविन्द्र लट्ठ, मनोज कुमार, दलजीत, अजय, नीना, सुखदेव, विपन, सहायक लोक संपर्क अधिकारी राजेश जसवाल, जनसंपर्क कर्मी प्रदीप कुमार, संजीव मारकर, बिंदर भारद्वाज सहित  प्रिंट व इलैक्ट्रानिक मीडिया के अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।

समाज सेवा का सशक्त माध्यम है पत्रकारिता : प्रदीप  ठाकुर

himachal news
हमीरपुर, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   अरण्यपाल प्रदीप ठाकुर ने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन ही नहीं अपितु समाजसेवा का सशक्त माध्यम भी है, इसलिए मीडिया से हमेशा ही आम जनमानस की उम्मीद रहती है कि वह निष्पक्षता, पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ समाज की हू-ब-हू तस्वीर प्रस्तुत करे ताकि एक अच्छे समाज और सुदृढ़ राष्ट्र के निर्माण की परिकल्पना को साकार किया जा सके। अरण्यपाल प्रदीप ठाकुर आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस के उपलक्ष्य पर स्थानीय प्रेस रूम के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय प्रेस संगोष्ठी में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ साथ नैतिक दायित्वों का भी उल्लेख किया गया है तथा संविधान की अनुपालना से ही समाज तथा देश तरक्की की तरफ बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि जनहित की सेवा में मीडिया एक सशक्त भूमिका का निर्वहन कर सकता है।  उन्होंने कहा कि मीडिया के कारण ही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी पात्र लोगों तक पहुंचती है तथा मीडिया समाज निर्माण में अहम भूमिका का निर्वहन कर रहा है। इस अवसर पर परिचर्चा में भाग लेते हुए संवाददाता अजित दीवान, संजय शर्मा, कपिल बस्सी, रजनीश शर्मा  ने कहा कि मीडिया की स्वतंत्रता को कायम रखने के लिए मीडिया कर्मियों को जिम्मेदारी के साथ अपने कार्य का निर्वहन करना अत्यंत आवश्यक है तथा विकासात्मक रिपोर्टिंग ही जनहित का आधार है इस दिशा में मीडिया कर्मियों को प्रयास करना चाहिए। इसी तरह से संवाददाता राजीव चौहान, अश्वनी वालिया, सुरेश कुमार ने मीडिया की स्वतंत्रता और वर्तमान चुनौतियों के संदर्भ में विस्तार से जानकारी दी तथा कल्याणकारी योजनाओं एवं प्रशासनिक बैठकों की कवरेज को लेकर मीडिया की उपयोगिता के बारे में चर्चा की गई। वरिष्ठ संवाददाता संजय शर्मा ने कहा कि मीडिया ने सामाजिक परिवर्तन में अहम भूमिका निभाई है तथा मीडिया की गरिमा बनी रहे इस के लिए प्रयास करने चाहिए। सचिन भाटिया ने कहा कि मीडिया का स्वरूप बदल रहा है इस दृष्टि से आत्म मंथन अत्यंत जरूरी है। वासुदेव नंदन ने भी सार्वजिनक मामलों में पारदर्शिता को लेकर अपने विचार व्यक्त किए गए।  इस अवसर पर दीपक शर्मा ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस मीडिया की उपयोगिता को लेकर आत्ममंथन करने का अवसर है तथा इस तरह की कार्याशालाएं प्रत्येक माह जिला स्तर पर मीडिया कर्मियों को आयोजित करनी चाहिए जिसमें समाज के जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाए तथा किसी सामाजिक उत्थान के मुद्दे को आत्मसात करते हुए अपना पत्रकारीय धर्म निभाना अत्यंत जरूरी है। इससे पहले जिला लोक संपर्क अधिकारी विनय शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि प्रथम प्रेस आयोग ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा एवं पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उद्देश्य से प्रेस काउंसिल का गठन किया गया जिसने 16 नवंबर, 1966 से विधिवत कार्य आरंभ किया तब से लेकर आज तक प्रतिवर्ष 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस, प्रेस की स्वतंत्रता एवं जिम्मेदारियों की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट करती है। इस अवसर पर संवाददाता रविंद्र ठाकुर, गगन कुमार, मंगलेश, देशराज, वरिष्ठ छायाकार मोहिंद्र कुमार, कमल कुमार,महेंद्र कुमार, सत्तीश कुमार सहित सहायक लोक संपर्क अधिकारी मीना बेदी, सहायक रेडियो अभियंता टेक चंद गुलेरिया, तकनीकी सहायक विनोद कुमार, देवेंद भी उपस्थित थे।
                
राष्ट्रीय प्रैस दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन

कुल्लू, 16 नवंबर  ( विजयेन्दर शर्मा )।   राष्ट्रीय प्रैस दिवस के उपलक्ष्य पर रविवार को परिधि गृह कुल्लू में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें जिला मुख्यालय में कार्यरत प्रिंट व इलैक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े सभी पत्रकारों ने भाग लिया। संगोष्ठी के लिए प्रैस काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से दिए गए विषय ‘सार्वजनिक मामलों में पारदर्शिता: प्रैस की भूमिका’ पर इन मीडिया कर्मियों ने विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर सभी मीडियाकर्मियों का स्वागत करते हुए जिला लोक संपर्क अधिकारी शेर सिंह शर्मा ने कहा कि सार्वजनिक मामलों में पारदर्शिता लाने में मीडिया बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसलिए मीडियाकर्मियों को इस दिशा में कार्य करना चाहिए। इस मौके पर प्रैस क्लब कुल्लू के अध्यक्ष धनेश गौतम ने कहा कि मीडियाकर्मियों को सच्चाई को उजागर करना चाहिए। सहायक लोक संपर्क अधिकारी अनिल गुलेरिया, वरिष्ठ पत्रकार अश्वनी शर्मा, श्याम कुल्लवी, शंभू प्रकाश शर्मा और अन्य पत्रकारों ने भी उक्त विषय पर अपने विचार रखे। संगोष्ठी में लगभग 60 मीडियाकर्मियों ने भाग लिया।

कोई टिप्पणी नहीं: