भाजपा की पदयात्रा को राजनीतिक ड्रामा
शिमला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । मुख्य संसदीय सचिव रोहित ठाकुर ने ठियोग-हाटकोटी-रोहड़ू मार्ग को लेकर भाजपा की पदयात्रा को राजनीतिक ड्रामा करार देते हुए कहा कि यह पदयात्रा पूरी तरह फ्लॉप रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अपने राजनीतिक अस्तित्व को बनाये रखने और विकास के महत्वपूर्ण मामलों से प्रदेश के लोगों का ध्यान हटाने के लिए इस तरह का ड्रामा कर रहे हैं। रोहित ठाकुर ने कहा कि भाजपा नेता और पूर्व बागवानी मंत्री अपने शासनकाल की नाकामियों को छुपाने और अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए क्षेत्र की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ठियोग-कोटखाई-हाटकोटी-रोहड़ू सडक़ निर्माण को लेकर गम्भीर है। उन्होंने कहा कि 80.684 किलोमीटर लम्बे मार्ग की 228.25 करोड़ रुपये की लागत से विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित इस राज्य सडक़ परियोजना का कार्य चीन की कंपनी को आवंटित किया गया था। पूर्व भाजपा सरकार ने सडक़ निर्माण का श्रेय लेने के लिए वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा इस मार्ग की आधारशिला रखी। इसके बाद किसी भी स्तर पर सडक़ निर्माण कार्य में कोई रूचि नहीं ली गई और सडक़ की हालत बद से बदतर होती चली गई, जो भाजपा की सेब उत्पादक क्षेत्रों के प्रति असंवेदनशीलता को दर्शाती है।रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल निर्माता डा. यशवंत सिंह परमार के शासनकाल से इस सडक़ को राज्य उच्च मार्ग का दर्जा प्रदान था, परन्तु भाजपा सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये के कारण 23 मई, 2001 को अधिसूचना जारी कर ठियोग-कोटखाई-हाटकोटी सडक़ को डिनोटिफाई कर जिला ग्रामीण सडक़ की श्रेणी में लाया गया। उस समय श्री बरागटा प्रदेश सरकार में बागवानी मंत्री थे। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि भाजपा सेब उत्पादक क्षेत्रों के लोगों के प्रति क्या दृष्टिकोण रखती है और कितनी गंभीर है?श्री ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सेब आर्थिकी में इस मार्ग के महत्व और पर्यटन के दृष्टिगत इसे राज्य उच्च मार्ग घोषित किया, ताकि लोगों को बेहतर यातायात एवं विपणन सुविधा उपलब्ध हो सके। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि चीन की कम्पनी ने भाजपा सरकार के कार्यकाल में लगभग 18 प्रतिशत कार्य ही किया, जबकि इसी कंपनी ने एक अन्य जिले में इसी प्रकार की एक परियोजना को पूरा किया, जिसमें तत्कालीन भाजपा नेतृत्व की विशेष रूचि थी। भाजपा कार्यकाल के दौरान शिमला जिले में मार्गों की दयनीय स्थिति के कारण लगभग 1200 लोगों ने सडक़ दुर्घटनाओं में अपनी जानें गवाई जिसमें सर्वाधिक दुर्घटनाएं इस मार्ग पर हुई। इसके अतिरिक्त, करोड़ों रुपये के सेब सडक़ के किनारे ही सड़ गए। उन्होंने कहा कि ठियोग-कोटखाई-हाटकोटी-रोहडू सडक़ के निर्माण के साथ ही ऊना जिले की महतपुर-ऊना सडक़ के निर्माण का कार्य भी चीन की कंपनी को आवंटित किया गया था, जिसका निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। श्री बरागटा पूर्व भाजपा शासन में इस क्षेत्र से मंत्री होते हुए सडक़ कार्य को समय पर पूरा नहीं करवा पाए। अब जबकि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते ही विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित 321 करोड़ रुपये की की इस परियोजना का कार्य वैश्विक निविदा के माध्यम से सी. एण्ड सी. कंपनी को दिया और बीते सेब सीजन के उपरांत कंपनी द्वारा निर्माण कार्य में तेजी लाई गई जिसको देखते हुए श्री बरागटा को लगा कि यदि यह कार्य वर्तमान कांग्रेस सरकार ने पूरा कर दिया तो सारा श्रेय कांग्रेस ले जाएगी। इसी के चलते उन्होंने लोगों को गुमराह कर पद्यात्रा का ढोंग रचा है ताकि राजनीतिक रूप से अपना वजूद कायम रख सकें।श्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की सरकार इस सडक़ का निर्माण निर्धारित समयावधि के भीतर पूरा करने के लिए वचनबद्ध है तथा यह कार्य तीन वर्षों में पूर्ण कर लिया जाएगा। यदि कंपनी द्वारा कोताही बरती गई तो सरकार कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।श्री ठाकुर ने भाजपा नेता के उस बयान पर भी हैरानी जताई, जिसमें उन्होंने कहा है कि भाजपा ने अपने शासनकाल के दौरान इस सडक़ के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि उपलब्ध करवाई थी, जबकि सच्चाई यह है कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में इस सडक़ की मुरम्मत व रखरखाव पर एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान सेब सीजन सुचारू रूप से चला और सेब विपणन में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं आया। जबकि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में इस सडक़ की जो दुर्गति की गई उसी का खामियाजा आज आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि भाजपा नेता अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान इस परियोजना में देरी के लिए माफी मांगने के बजाय समूचे मामले का राजनीतिकरण कर रही है और क्षेत्र के लोग भलीभांति जानते हैं कि भाजपा विकास विरोधी है तथा राज्य के शांत वातावरण को बिगाडऩे में विश्वास करती है। क्षेत्र के लोग भाजपा नेताओं की इन घटिया चालों में आने वाले नहीं हैं।
राज्य चुनाव आयोग ने गुम्मा वार्ड उप चुनाव की कार्यवाही को अमान्य ठहराया
शिमला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । राज्य चुनाव आयुक्त ने मंडी जिले की विकास खंड पद्धर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गुम्मा-दो के वार्ड न. 3 में वार्ड सदस्य के लिए होने वाले उप-चुनाव की कार्यवाही को अमान्य करार दिया है। आयोग ने निर्देश दिए हैं कि आयोग द्वारा अधिसूचना जारी करने के उपरांत नये सिरे से उप-चुनाव की कार्यवाही आरम्भ की जाएगी। राज्य चुनाव आयुक्त श्री टी.जी. नेगी द्वारा जारी आदेश के अनुरूप आयोग द्वारा चुनाव के लिए निर्धारित प्रक्रिया की अनुपालना सही प्रकार से नहीं की गई और फील्ड तंत्र की निष्क्रियता से चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हुई है। इसके दृष्टिगत आयोग ने उप-चुनाव करवाने के लिए की गई समस्त कार्यवाही को अमान्य करार दिया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग करेगा शिकायतों की सार्वजनिक सुनवाई
शिमला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग आगामी 26 और 27 नवम्बर को राज्य विश्राम गृह, चंडीगढ़ में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश तथा केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की शिकायतों और समस्याओं की सुनवाई के लिए सार्वजनिक सुनवाई शिविर का आयोजन करेगा। उन्होंने कहा कि आयोग ने सार्वजनिक सुनवाई के लिए 18 शिकायतों को सूचीबद्ध किया है।
मुख्यमंत्री का रक्षामंत्री से हिमाचली युवा इंजिनियर को तलाशने का आग्रह
शिमला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री मनोहर पारिकर से हिमाचल प्रदेश के युवा इंजिनियर श्री संगम शर्मा को तलाशने के लिए निजी तौर पर प्रयास करने का आग्रह किया है।मुख्यमंत्री ने इस सम्बन्ध में केन्द्रीय रक्षा मंत्री को लिखित रूप में पत्र के माध्यम से अवगत करवाया है कि जिला हमीरपुर के नादौन तहसील के अन्तर्गत जांगल खोर, डाकघर जलाड़ी, के संगम शर्मा जो भारतीय नौसेना में बतौर मैकेनिकल इंजिनियर कार्यरत थे, पिछले दो सप्ताह से विशाखापटनम में समुद्री जहाज से लापता हुए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि संगम शर्मा का पूरा परिवार और प्रदेश के लोग युवा इंजिनियर के सुरक्षित होने को लेकर चिंतित हैं।
बाढ़ प्रबन्धन कार्यक्रम के तहत वित्तीय सहायता 90:10 प्रतिशत करने का आग्रह
शिमला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य तथा बागवानी मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय द्वारा ‘जल मंथन’ पर आयोजित सम्मेलन में कहा कि इससे जल संसाधन परियोजनाओं में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायता मिलेगी विशेषकर हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य को इसका विशेष लाभ होगा। सम्मेलन की अध्यक्षता केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री सुश्री ऊमा भारती ने की। श्रीमती स्टोक्स ने प्रदेश में सिंचाई, कमान क्षेत्र विकास एवं बाढ़ नियंत्रण कार्यो पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में सिंचाई योग्य क्षेत्र बहुत सीमित है। कुल 5.83 लाख हैक्टेयर कृषि योग्य क्षेत्र में से 3.35 लाख हैक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई के लिए चिहिन्त किया गया है। वर्तमान में, 2.60 लाख हैक्टेयर क्षेत्र पर सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि एआईबीपी के अन्तर्गत राज्य में एक वृहद, तीन मध्यम और 407 लघु सिंचाई योजनाओं का कार्य पूरा किया गया है। 650.14 करोड़ रुपये की केन्द्रीय सहायता से 69,650 हैक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि 338.82 करोड़ रुपये की 109 लघु सिंचाई योजनाओं को स्वीकृति के लिए केन्द्र सरकार को भेजा गया है, इससे 17792 हैक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जा सकेगी। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से इन योजनाओं की शीघ्र स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2.31 लाख हैक्टेयर क्षेत्र बाढ़ प्रभावित है। उन्होंने कहा कि 182.04 करोड़ रुपये की केन्द्रीय सहायता से स्वां नदी के द्वितीय चरण एवं जिला सिरमौर की बात्ता नदी के तटीयकरण का कार्य पूरा किया गया है, जबकि कांगड़ा जिले में छोछ खड्ड और स्वां नदी के तटीयकरण का कार्य प्रगति पर है। श्रीमती स्टोक्स ने बाढ़ प्रबन्धन कार्यक्रम के लिए पूर्व में निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार वित्तीय सहायता 90:10 प्रतिशत के आधार पर पुन: बहाल करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे विशेष श्रेणी वाले राज्यों के लिए 70: 30 प्रतिशत का संशोधन हितकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जलाश्यों के जिर्णोद्धार एवं बहाली की संभावना न के बराबर है, क्योंकि राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूनतम पांच हैक्टेयर और शहरी क्षेत्रों में 2 से 10 हैक्टेयर के जलाश्य उपलब्ध न होने के कारण इस कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्र सरकार से मिलने वाली सहायता राशि से प्रदेश वंचित हो रहा है। उन्होंने इस कार्यक्रम के अंतर्गत छोटे जलाश्यों के निर्माण का भी प्रावधान करने का आग्रह किया, जिससे जल संसाधनों के विकास को बढ़ावा मिलेगा।
गौ-सदन के लिए 29 नवम्बर तक करें आवेदन-उपायुक्त
- लावारिस पशुओं से मिलेगी निजात
धर्मशाला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । गौ-सदन चलाने के लिए इच्छुक व्यक्ति अथवा संस्थाएं 29 नवम्बर, 2014 तक आवेदन कर सकते हैं। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त, कांगड़ा, सी.पॉलरासु ने जिला के लोगों को लावारिस पशुओं से निजात दिलाने के उद्देश्य से आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार 31 दिसम्बर, 2014 तक सडक़ों से लावारिस पशुओं को हटाने के दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए व्यापक पग उठाए जा रहे हैं। उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय प्रशासन लोगों का आह्वान करता है कि जो लोग अथवा संस्थाएं गौ-सदन चलाने के इच्छुक हों, वह 29 नवम्बर, 2014 से पूर्व उपायुक्त कार्यालय अथवा उप-निदेशक, पशुपालन विभाग धर्मशाला के कार्यालय में अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। उपायुक्त ने बताया कि जिला में लावारिस पशुओं को समस्या से निजात पाने के लिए दिनांक 29 नवम्बर, 2014 को समस्त उपमंडलाधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों, पुलिस विभाग, लोक निर्माण विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सुदेश मोख्टा, उपनिदेशक पशु पालन विभाग विपिन कटोच, सहायक निदेशक डॉ विनय शर्मा व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
केवल सिंह पठानिया 22 नवम्बर को लाजंणी में सुनेंगे समस्याएं
धर्मशाला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । उपाध्यक्ष, वन निगम, केवल सिंह पठानिया 22 नवम्बर, 2014 को प्रात: 11 बजे शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के लाजंणी में खुला दरबार आयोजित कर लोगों की समस्याएं सुनेंगे।
12 लाख से निर्मित जलाशय लोगों को समर्पित
- मछिन्द्र महादेव मंदिर मूमता के सौंदर्यीकरण पर व्यय हुए 35 लाख रुपए- बाली
धर्मशाला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । मछिन्द्र महादेव मंदिर मूमता के सौंदर्यीकरण पर लगभग 35 लाख रुपए व्यय किए जा चुके हैं और आवश्यकता पडऩे पर अतिरिक्त धन का प्रावधान किया जाएगा। यह जानकारी परिवहन, तकनीकी शिक्षा, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री, जी.एस.बाली ने आज मंदिर परिसर में 12 लाख से निर्मित किए गए जलाशय का लोकार्पण करने के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में 10 लाख रुपए की राशि व्यय कर पार्क का निर्माण किया गया है जबकि लगभग 15 लाख रुपए लोक निर्माण विभाग के माध्यम से अन्य विभिन्न कार्यों पर व्यय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महिला स्नानागृह का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत मूमता को नगरोटा-बगवां शहर से सीधा जोडऩे के लिए पंचायत के वार्ड बंडी से होते हुए एक सम्पर्क सडक़ का निर्माण प्रस्तावित है जिसपर दो बड़े पुल भी बनाए जायेंगे। इस सडक़ के बन जाने से मूमता पंचायत के लोगों को नगरोटा के लिए बाया समलोटी नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आग्रह किया कि प्रदेश सरकार हर गांव को सडक़ सुविधा से जोडऩे के लिए प्रयासरत है जिसके लिए लोगों को भी स्वेच्छा से भूमि उपलब्ध करवानी चाहिए। श्री जी.एस.बाली ने बताया कि नगरोटा-बगवां विधानसभा क्षेत्र प्रदेश में पहला ऐसा क्षेत्र है जहां लोगों की सुविधा के लिए दो राजकीय महाविद्यालय, दो औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, एक मैडीकल कॉलेज व एक पथ परिवहन निगम का डिपो कार्यरत है। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर परिसर में दो सोलर लाईटें लगाने की स्वीकृति प्रदान की तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला समलोटी के एनएसएस बींग को ऐच्छिक निधि से 5 हजार रुपए देने की घोषणा की। स्थानीय पंचायत प्रधान सुमित्र सिंह मसंद ने पंचायत की ओर से पगड़ी भेंट कर परिवहन मंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर एसई आईपीएच आर.के.महाजन, डीएम सिविल सप्लाई कालिया, उप-निदेशक पर्यटन सतीश चौधरी, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण तथा विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव अजय वर्मा, जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव मनोज मेहता, सुभाष खन्ना, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष मान सिंह, नगर परिषद अध्यक्षा हिमादंरी सोनी, चरित चौधरी, गोल्डी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
03 दिसम्बर को सिन्थैटिक ट्रैक, धर्मशाला में मनाया जायेगा विश्व विकलांगता दिवस:- सुदेश मोख्टा
- आयोजन की तैयारियों को लेकर हुई बैठक
- खेल सांस्कृृतिक गतिविधियों के अलावा विकलांगता शिविर भी लगाया जायेगा
धर्मशाला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । विश्व विकलांगता दिवस 03 दिसम्बर को सिन्थैटिक ट्रैक, धर्मशाला में जिला स्तर पर मनाया जायेगा। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा, सुदेश मोख्टा ने आयोजन की तैयारियों को लेकर विभिन्न विभागों एवं संस्थानों के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान दी । उन्होनें बैठक के दौरान भाग लेने वाले अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस दिवस को सफल रूप से आयोजित करने के लिए हर प्रकार का सहयोग प्रदान करें । इस मौके पर उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस दिन विकलांगता शिविर के अलावा प्राथमिक सहायता उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाने को कहा । बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन तथा प्रतिभागियों एवं अन्य उपस्थित लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की जिम्मेवारी जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य को दी । इसके अलावा विभिन्न खेलों के आयोजन की जिम्मेवारी जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी को सौंपी गई । कार्यक्रम के दौरान वाद-विवाद प्रतियोगिता तथा चित्रकला प्रतियोगिता के अलावा विभिन्न स्कूलों एवं संस्थानों के बच्चे रंगारंग सांस्कृृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगें । उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मूक-बधिर बच्चों के लिए 10 वर्ष से कम आयु वर्ग में 50 मीटर दौड़ तथा लम्बी कूद, 10 से 14 वर्ष आयुवर्ग में 75 मीटर दौड़ व लम्बी कूद तथा 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग में 100 मीटर दौड और लम्बी कूद की प्रतियोगिताऐं करवायी जायेंगी, जबकि दृृष्टिबाधित बच्चों के लिए 10 वर्ष से कम आयु वर्ग में 50 मीटर भ्रमण व रस्सी कूद, 10 से 14 वर्ष आयु वर्ग में 75 मीटर भ्रमण व रस्सी कूद एवं 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग में 100 मीटर भ्रमण व रस्सी कूद प्रतियोगिताऐं होंगी । इसी प्र्रकार मंदबुद्धि बच्चों के लिए 10 वर्ष से कम आयु वर्ग में 50 मीटर दौड़ व म्यूजिक़ल चेयर, 10 से 14 वर्ष आयु वर्ग में 75 मीटर दौड़ व म्यूजिक़ल चेयर एवं 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग में 100 मीटर दौड़ व म्यूजिक़ल चेयर की प्रतियोगिताऐं होंगी । शारीरिक विकलांग बच्चों के लिए 10 वर्ष से कम आयु वर्ग में 25 मीटर सहायता भ्रमण व साफटवाल थ्रो, 10 से 14 वर्ष आयु वर्ग में 50 मीटर सहायता भ्रमण व साफटवाल थ्रो, एवं 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग में 25 मीटर सहायता भ्रमण व साफटवाल थ्रो, की प्रतियोगिताऐं की जायेंगी । इसके अलावा सभी वर्गो के लिए मटका फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा । बैठक में सतीश धीमान, प्रधानाचार्य डाइट, डा0 बी0एम0 गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा0 एस0 के0 सूद, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, क्षेत्रीय अस्पताल, धर्मशाला, डा0 बी0बी0 कटोच, कृृष्णा धर, रमेश मस्ताना, नरेश पाल गुलेरिया, मंजीत सिंह, प्यारे लाल अनुराधा शर्मा, अमरनाथ राणा, विजय शर्मा, उर्मिल राणा आदि मौजूद थे ।
तीन हजार से भी अधिक युवा भाग लेंगे इंदौरा के रोजगार मेले में
धर्मशाला, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । 3000 से भी अधिक बेरोजगार युवा भाग लेंगे इंदौरा रोजगार मेले में। यह जानकारी क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी, जे.एस.पटियाल ने देते हुए बताया कि श्रम एवं रोजगार विभाग, हि0प्र0 द्वारा हिमाचली युवाओं को निजी क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 26 नवम्बर, 2014 को लक्ष्मी पैलेस समीप रोजगार कार्यालय इंदौरा में आयोजित किए जाने वाले एक दिवसीय रोजगार मेले में पांचवीं, आठवीं, दसवीं, जमा दो पास तथा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से प्रशिक्षित इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, फीटर, टर्नर, मशीनीनिस्ट पास तथा स्नातक पास के लिए भर्ती की जाएगी। जे.एस.पटियाल ने सभी इच्छुक एवं योग्य पुरूष एवं महिलाओं को परामर्श देते हुए कहा कि वह सभी शैक्षणिक योग्यता के मूल-प्रमाण पत्र, फोटो प्रति सहित, निवास स्थान का प्रमाण-पत्र, हिमाचली प्रमाण-पत्र, रोजगार कार्यालय का प्रमाण-पत्र और तीन पासपोर्ट आकार के फोटो लेकर 26 नवम्बर, 2014 को इस रोजगार मेले में भाग लें। उन्होंने बताया कि यह रोजगार मेला प्रात: 9 बजे से आरंभ होगा तथा सायं 4 बजे तक चलेगा।
होमगार्ड के जवानों को आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग : राणा
- कर्मचारियों एवं अधिकारियों को भी किया जाएगा प्रशिक्षित, नई तकनीक से लोगों को किया जाएगा अलर्ट
हमीरपुर, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । राज्य के सभी जिलों में होमगार्ड के जवानों को आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग सुनिश्चित की जा रही है इसके अतिरिक्त स्कूलों में एनसीसी के कैडेटों एवं एनएसएस के स्वयंसेवियों को आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग देने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है ताकि युवा शक्ति आपदाओं के दौरान राहत तथा बचाव के कार्यों में अपना रचनात्मक सहयोग दे सकें। यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने को हमीर होटल में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन का कार्य क्षेत्र महज आपदा के बाद के पुननिर्माण के कामकाज को संभालना या पीड्ति व्यक्तियों की मदद करना भर ही नहीं है बल्कि आपदा की पूर्व चेतावनी प्रणाली का विकास और इन हानियों को समय रहते न्यूनतम करने से भी जुड़ा है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर आपदा प्लान तैयार किए गए हैं तथा इस के लिए विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में डैमों के आसपास के क्षेत्रों में जल स्तर बढऩे की त्वरित सूचना नई तकनीक के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का भी प्लान तैयार किया जा रहा है ताकि किसी भी स्तर पर प्रि डिस्जास्टर मैनेजमेंट को बल मिल सके। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग का प्रमुख उद्देश्य आपदा के कुप्रभाव को कम करना, आपदाग्रस्त लोगों को तुरंत बचाव एवं राहत की व्यवस्था, प्रभावित लोगों के पुर्नस्थापन तथा आपदाओं से निपटने के लिए प्लान तैयार करना है। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों एवं अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के संबंध में ट्रेनिंग करवाने के लिए विशेष बल दिया जाए ताकि जिला स्तर पर किसी भी तरह की आपदा से आसानी से निपटा जा सके। राणा ने आपदा प्रबंधन प्लान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि उपमंडल स्तर पर आवश्यक सामान उपलब्ध करवाया गया है जबकि मॉक ड्रिल इत्यादि के बारे में भी समय समय पर आयोजन किया जाता है।
समस्याओं का त्वारित निदान होगा सुनिश्चित : राणा
हमीरपुर, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा कि लोगों की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि सभी क्षेत्रों का समग्र विकास को सके। राणा ने वीरवार को नालाही, चरोट, सुजानपुर, भलेठ, करोट तथा टीहरा में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़, स्वास्थ्य, शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जा रही है, सुजानपुर के दुर्गम क्षेत्रों में सडक़ों का निर्माण तेजी के साथ किया जा रहा है ताकि लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधाएं मिल सकें इसके अतिरिक्त किसानों को अपने उत्पाद बाजार तक पहुंचाने में भी मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो इस के लिए प्रत्येक गांव तक संपर्क मार्गों का होना अत्यंत जरूरी है इसी को ध्यान में रखते हुए संपर्क मार्गों के निर्माण को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सडक़ें किसी भी क्षेत्र की भाज्य रेखाएं कहलाती हैं, सडक़ें निर्मित होने से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को नई दिशा मिलती है। आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष ने अपने प्रवास के दौरान लोगों को सर्व कल्याणकारी संस्था के 23 नवंबर को आयोजित होने वाले वार्षिक उत्सव में भाग लेने का निमंत्रण भी देते हुए कहा कि संस्था के वार्षिक उत्सव में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा इसके साथ ही हिमाचली गायक करनैल राणा तथा धीरज शर्मा लोगों का मनोरंजन भी करेंगे वहीं डेनमार्क की गायिका भी विशेष तौर पर अपनी कला के जौहर दिखाएंगी।
हमीरपुर के रोहित ने 100 मीटर में गत वर्ष का तोड़ा रिकॉर्ड
हमीरपुर, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । राजकीय महाविद्यालय, हमीरपुर में 19 से 21 नवम्बर तक चल रही महिला और पुरूष वर्ग की राज्य स्तरीय इन्टर कॉलेज खेल प्रतियोगिताओं के दूसरे दिन आयोजित खेल परिणामों की जानकारी देते हुए खेल आयोजन समिति के सचिव ने बताया कि पुरूष वर्ग की 200 मीटर दौड़ में हमीरपुर के संदीप प्रथम तथा रोहित द्वितीय और ऊना के मुकेश तृतीय स्थान पर रहे। पुरूष वर्ग की 800 मीटर जोगिन्द्र नगर के यशवंत प्रथम, पालमपुर के हरीश द्वितीय और मण्डी के अरूण कुमार तृतीय स्थान पर, शॉटपुट में हमीरपुर के रोहित प्रथम, सरकाघाट के सुरेन्द्र कुमार द्वितीय और चम्बा के याशीन तृतीय स्थान पर रहे। उन्होंने बताया कि महिला वर्ग की 200 मीटर दौड़ में धर्मशाला की रूचि प्रथम , हमीरपुर की रिशु द्वितीय और धर्मशाला की कामिनी तृतीय रही, 800 मीटर की दौड़ में धर्मशाला की स्वाति प्रथम, जोगिन्द्र नगर की कांता देवी द्वितीय और मण्डी की सीमा देवी तूतीय रही। उन्होंने बताया कि लॉंग जम्प में बिलासपुर की पुनम प्रथम, कुल्लू की रोशनी देवी द्वितीय और बंगाणा की बनीता तृतीय रही जबकि शॉटपुट में धर्मशाला की आरती कंवर प्रथम, कुल्लू की सत्या ठाकुर द्वितीय और चुबाड़ी की अर्चना तृतीय रही। डिस्कस थ्रो में धर्मशाला की आरती प्रथम, जोगिन्द्र नगर की शालू द्वितीय तथा कुल्लू की सत्या ठाकुर तृतीय स्थान पर रही। उन्होंने बताया कि पुरूष वर्ग के हैमर थ्रो में नालागढ़ के अभिषेक प्रथम , चम्बा के याशीन द्वितीय तथा हमीरपुर के विनय कुमार तृतीय स्थान पर रहे, उन्होंने बताया कि पुरूष वर्ग की 5000 मीटर दौड़ में हमीरपुर के राम किशन प्रथम, मण्डी के रामेश कुमार द्वितीय और हमीरपुर की निखिल कुमार तृतीय रहे जबकि महिला वर्ग में 5000 मीटर दौड़ में धर्मशाला की स्वति प्रथम , जोगिन्द्र नगर की कांता देवी द्वितीय और हमीरपुर की नेहा तृतीय स्थान पर रहीं। उन्होंने बताया कि पुरूष वर्ग हाई जम्प में इन्दौरा के रोहित प्रथम, बंजार के खुशहाल द्वितीय और भटोली के चंदन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया जबकि पुरूष वर्ग की 100 मीटर दौड़ में हमीरपुर के रोहित ने गत वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि हमीरपरु के ही संदीप दूसरे और ऊना के मुकेश तीसरे स्थान पर रहे।
66 हजार महिलाओं को पेंशन की सुविधा : लखनपाल
- महिला सशक्तिकरण पर दिया जा है विशेष बल
हमीरपुर, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । महिलाओं को और अधिक सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने इस वर्ग के तीव्र सामाजिक, आर्थिक उत्थान के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। राज्य में 66504 महिलाओं को विभिन्न श्रेणियों के तहत मासिक पेंशन प्रदान की जा रही है जिस के लिए 51 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने वीरवार को मैहरे स्थित अपने आवास में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के कल्याण के प्रति कटिबद्व है तथा विश्वविद्यालय स्तर तक लड़कियों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है इसके अतिरिक्त महिलाओं की विकास में भागीदारी सुनिश्चित बनाने के लिए पंचायती राज संस्थाओं तथा शहरी निकायों में 50 प्रतिशत के आरक्षण की सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि लड़कियों को घर द्वार पर उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए दूरदराज के क्षेत्रों में 15 महाविद्यालय खोलने के साथ-साथ 650 विद्यालयों को स्तरोन्नत किया गया है। लखनपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की समस्याओं और संबंधित मुद्दों को निपटाने के लिए अगस्त, 2013 से महिला कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सस्ती दरों पर ऋण सुविधा भी प्रदान की जा रही है। पैंतीस हजार की धनराशि पर चार प्रतिशत की दर से ब्याज की सुविधा है। उन्होंने कहा कि कामकाजी महिलाओं की आवासीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रदेश में 14 कामकाजी महिला हॉस्टलों का निर्माण किया गया है। लखनपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सहायकों का मानदेय भी बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के तकनीकी सशक्तिकरण के अलावा पहाड़ी क्षेत्र में महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक समानता पर भी विशेष बल दिया जा रहा है।
प्रशासन जनता के द्वार पर शिविर में 45 मामले निष्पादित: राकेश शर्मा
हमीरपुर, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । ग्राम पंचायत भुक्कड़ में ग्राम पंचायत कक्कड़, अमरोह के ग्राम वासियों के लिये आयोजित प्रशासन जनता के द्वारा कार्यक्रम में विभिन्न समस्याओं से संबन्धित 70 मामले प्राप्त हुए । यह जानकारी एसडीएम राकेश शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि प्राप्त मामलों में से 45 का निपटारा मौके पर कर दिया गया तथा शेष 25 मामलों को निपटारे के लिये संबन्धित विभागों को त्वरित कार्यवाही करके निपटान के लिये प्रेषित किया । इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिये स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि ठोस एवं तरत कूड़ा-कचरा के लिए गडडों का निर्माण करें। उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या के लिये वह आवेदन कर सकते हैं, उनकी समस्या क ा तुरन्त समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। शिविर में कृषि, उद्यान , पशु पालन, स्वास्थ्य के अलावा अन्य विभागों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई । इस मौके पर खण्ड विकास अधिकारी सुदर्शन सुमन, तहसीलदार संजय स्वरूप, तहसील कल्याण अधिकारी ऊर्मिल पटियाल,नायव तहसीलदार कर्म चंद के अतिरिक्त प्रधान ग्राम पंचायत भुक्कड़ सन्तोष कुमारी, पंचायत कक्कड़ के प्रधान जय सिंह, प्रधान ग्राम पंचायत अमरोह राणी देवी उपस्थित थे।
जियोग्राफी इन्फ्रोमेसन सिस्टम के प्रयोग पर प्रशिक्षण सम्पन्न
हमीरपुर, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । आर्यभट जियो इन्फ्रामैनिक्स - स्पेस एपिल्केशन सैंटर, शिमला द्वारा विकसित किए गये जियोग्राफी इन्फ्रोमेसन सिस्टम के प्रयोग विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर उप-निदेशक, कृषि के कार्यालय में आयोजित किया गया । यह जानकारी उप-निदेशक, कृषि डॉ अलवेल सिंह ने दी । उन्होंने बताया कि शिविर में हमीरपुर और चम्बा के 40 अधिकारियों ने भाग लिया । प्रशिक्षण शिविर में स्टेट कॉऊसिल आफ साईंस, टैक्रोलॉजी एण्ड इन्वायरमेंट हिमाचल प्रदेश विकास चंदेल और राकेश कुमार ने उपस्थित अधिकारियों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस तकनीकी के प्रयोग से कृषि क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का वास्तविक ब्यौरा ऑन लाईन दर्ज किया जाएगा जिसे कोई भी व्यक्ति नेट के माध्यम से कार्य विशेष की समीक्षा कर सकेगा । इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी डॉ किशोर आजाद, वृदा परीक्षण अधिकारी डॉ अजव कुमार नेगी, एसडीएससीओ डॉ जगदीश चंद विशेष रूप से उपस्थित रहे।
औद्योगिक क्षेत्र में भी निवेश के लिए आगे आएं सहकारी संस्थाएं, सरकार करेगी पूरा सहयोग : मुकेश अग्रिहोत्री
ऊना, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने सहकारी क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं से आह्वान किया है कि वे अन्य व्यवसायों के साथ- साथ कुटीर उद्योगों सहित बड़े उद्योग लगाने के लिए आगे आएं। प्रदेश सरकार व उद्योग विभाग इस क्षेत्र में सहकारी संस्थाओं को भरपूर सहयोग प्रदान करेंगी। आज ऊना जिला के पंजावर में 61वें अखिल भारतीय सहकार सप्ताह के राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश भर से आए सहकारिता प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि विगत चार दशकों में सहकारिता ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है और देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा देश में इस समय करीब 5 लाख से अधिक सहकारी समितियां सक्रिय हैं, जिनमें करोड़ों लोगों को रोजगार मिल रहा है। ये समितियां समाज जीवन के अनेक क्षेत्रों में काम कर रही हैं, लेकिन कृषि, उर्वरक , बुनकर व दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में इनकी भागीदारी सर्वाधिक है। अब तो बैंकिंग व हाऊसिंग के क्षेत्र में भी सहकारी समितियों की संया निरन्तर बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सहकारी क्षेत्र अगर उद्योग लगाने में आगे आता है तो सरकार इसका स्वागत करेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम हो रहा है और प्रदेश का उद्योग महकमा यह प्रयास करेगा कि दिल्ली में आयोजित होने वाले व्यापार मेले में हिमाचल की सहकारी समितियों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद भी मेले का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि सहकारी क्षेत्र में भी हिमाचल प्रदेश में औद्योगिक निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि आने वाले पांच सालों तक उद्योगों के लिए प्रदेश में बिजली की दरों में बढ़ौतरी नहीं की जायेगी। प्रदेश में तैयार होने वाली बिजली बाहर बेचने की बजाए राज्य के उद्योगों को 24 घंटे मुहैया करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हिमाचल प्रदेश में जो उत्पाद तैयार हो रहे हैं, उन पर अब वमेड इन हिमाचलÞ लिखा जाना जरूरी होगा । उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अधिक से अधिक निवेशकों को राज्य में आमंत्रित करने के लिए सरकार ने व्यापक कदम उठाए हैं। हाल ही में देश के कुछ बड़े राज्यों में आयोजित की गई ‘इन्वेस्टर मीट’ इसी दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा पहाड़ी राज्य होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश तेजी से निवेशकों का पसंदीदा स्थल बनकर उभर रहा है। प्रदेश के विकास एवं स्थानीय लोगों के लिए रोजग़ार के मौक़े उद्योग जगत की बदौलत पैदा हुए है। उद्योग मंत्री ने कहा फ ार्मा में तो एशिया का सबसे बड़ा हब हमारे पास है, जिसका हमें गर्व है। हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फल राज्य व सेब राज्य के तौर पर पहचान बना चुके हैं, लेकिन अब उद्योग जगत को प्रदेश में औद्योगिक मित्र वातावरण देकर हमने औद्योगिक घरानों को अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए हैं । मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कुदरत ने हमें दिल खोलकर जल विद्युत क्षमता, सीमेंट के प्राकृतिक भंडार और पर्यटन के लिए खूबसूरत घाटियां एवं पर्वत श्रृंखलाएं दी हैं, जो निवेशकों को प्रदेश में निवेश का निमंत्रण देती हंै। सरकार इनका दोहन करने के प्रयास कर रही है। यही नहीं, नये शहर एवं आवासीय सुविधाओं के सृजन में भी निवेश अपेक्षित है। प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में रोप-वे तथा होटल चेन को सरकार बुलावा दे रही है। प्रोसैस्ड फूड एवं मिनरल वाटर जैसे क्षेत्रों में अब बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है। उद्योग मंत्री ने कहा कि औद्योगिकरण के लिए प्रदेश सरकार की नीति एकदम स्पष्ट है। निवेशकों को तुरंत स्वीकृति दी जा रही है और श्रम शक्ति को उपलब्ध करवाने के लिए बड़े पैमाने पर तकनीकी संस्थान खोले हैं एवं कौशल विकास कार्यक्रम के तहत 100 करोड़ रुपये सालाना खर्च किए जा रहे हैं।
पंजावर गांव सहकारिता के आंदोलन का जनक
उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि ऊना जिला के पंजावर गांव को इस बात का गौरव हासिल है कि यहां के निवासी ठाकुर हीरा सिंह ने 28 फरवरी, 1892 को देश में सहकारिता आंदोलन की बुनियाद रखी थी और इस आंदोलन की गूंज पूरे देश में सुनी गई। उन्होंने कहा कि देश के कुछ राज्य भले ही खुद को सहकारिता का जनक कहलवाने के दावे करें लेकिन इतिहास के पन्नों में अंकित इस सत्य को कोई झुठला नहीं सकता कि हिमाचल का पंजावर गांव ही सहकारिता की जननी है , जहां भारतीय पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत देश की पहली सहकार सभा का गठन हुआ था। उन्होंने कहा यधपि देश में सहकारिता का अधिनियम 1904 में अस्तित्व में आया लेकिन सही मायनों में सहकारिता की मशाल ऊना जिला के पंजावर में ही जली।
ऊना जिला सहकारिता के क्षेत्र में आदर्श बनकर उभरा
उद्योग मंत्री ने कहा कि आज ऊना जिला सहकारिता के क्षेत्र में एक आदर्श जिला बनकर उभरा है । जिला की विभिन्न सहकारी संस्थाएं न केवल जिला की आर्थिकी को मजबूती प्रदान कर रही हैं, बल्कि सहकारिता के साथ सैंकड़ों हाथ रोजगार से जुड़े हुए हैं। जिला में 369 सहकारी सभाओं में से 343 सहकारी सभाएं लाभ कमा रही हैं। उन्होंने कहा हरोली विधानसभा क्षेत्र के बढेड़ा में सहकारिता क्षेत्र में ही लॉ कालेज व नर्सिंग कालेज निरंतर नई बुलंदियों की ओर अग्रसर है । उन्होंने कहा कि ऊना जिला में ही देश की पहली हाऊसिंग सहकारी सभा अस्तित्व में आई थी। हिमाचल प्रदेश के सहकारिता परिदृश्य की बात करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रथम पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत 25 हजार सदस्यों के साथ 843 सहकारी समितियां थीं। वर्तमान में करीब 15 लाख सदस्यों के साथ करीब पांच हजार से अधिक सहकारी समितिया हैं, जिनकी कार्य पूंजी करीब 19 हजार करोड़ रुपये है। उद्योग मंत्री ने कहा कि बहुत कम लोग शायद इस तथ्य से वाकिफ होंगे कि जिस अमूल दूध, मक्खन व घी का हम प्रयोग करते हैं, वह भी सहकारिता आंदोलन की ही उपज है। इसी तरह अमूल की सफलता को देश के अन्य हिस्सों में दोहराने के लिए मदर डेयरी जैसे संगठन सहकारिता के माध्यम से ही आगे आए। उन्होंने कहा राज्य स्तरीय सहकारी दिवस सभी सहकार बंधुओं के लिए आत्म अवलोकन व आत्म विश£ेषण का दिन भी है। हमें समय के हिसाब से खुद को बदलना होगा और व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा के इस दौर में खुद को साबित करने के लिए हमें व्यावसायिक कौशल व दक्षता की ओर स्वयं को केन्द्रित करना होगा।
उत्कृष्ट कार्य निष्पादन के सहकारी समितियां समानित
उद्योग मंत्री ने इस अवसर पर राज्य भर में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन के लिए प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाली बिलासपुर जिला की तलाई, दधोल व छत्त सहकारी समितियों को समानित किया। उन्होंने जिला ऊना में प्रथम रही कोटला डोहगी, अमलैहड़ जदीद, द्वितीय रही पंडोगा व टब्बा, तृतीय रही ईसपुर कृषि सेवा सहकारी समितियों को भी पुरस्कृत किया। ब्लाक स्तर पर मुबारिकपुर , रौनखर, अंबोया, बढेहड़ा व बारसड़ा सहकारी समितियों को प्रथम पुरस्कार, कोहाड़छन्न, बसलेहड़, जोह , नंगल खुर्द व भदसाला सहकारी समितियों को द्वितीय व नंदपुर, हटली, नेश्रल मवां कोहलां, सैंसोवाल व बडैहर सहकारी समितियों को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर प्रदेश हिमकोफैड के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक के.के.कौशल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट वीरेन्द्र धर्माणी, एग्रो पैकेजिंग के पूर्व उपाध्यक्ष ओंकार शर्मा , हरोली ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, प्रदेश सहकारी कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष विजय शर्मा ने भी अपने विचार रखे। सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं, ऊना रमेश जसवाल ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर हिमकोफैड के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक के.के.कौशल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट वीरेन्द्र धर्माणी, एग्रो पैकेजिंग के पूर्व उपाध्यक्ष ओंकार शर्मा , डीसी अभिषेक जैन, एसपी अनुपम शर्मा, अतिरिक्त पंजीयक सहकारी सभाएं राखिल काहलों, संयुक्त पंजीयक एसके रांगड़ा, एडीएम राजेश कुमार मारिया, एसडीएम धनवीर ठाकुर, सहायक आयुक्त विकास डा. रिचा वर्मा, डीएफओ आरके डोगरा, सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं रमेश जसवाल, हरोली ब्लाक कांग्रेस अध्यख रणजीत राणा, जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर, धर्मसिंह ठाकुर, सुरेखा राणा, नीलम मनकोटिया, सुमन ठाकुर, दर्शना देवी, सतीश बिट्टू, कै. जगदेव, कै. शक्ति चंद , सुभद्रा देवी व मियां हीरां सिह के दोहते अवतार सिंह राणा सहित अनेक गणमान्य लोग उपसिथत थे।
ऊना जिले में हो रहा विकास भाजपा नेताओं को रास नहीं आ रहा
ऊना, 20 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा ) । प्रदेश कांग्रेस सेवादल और जिला कांग्रेस के प्रवक्ता विजय डोगरा ने कहा कि ऊना जिले में हो रहा विकास भाजपा नेताओं को रास नहीं आ रहा है। आए दिन सुर्खियों में बने रहने के लिए भाजपाई बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं। जिसमें उनकी हताशा साफ झलक रही है। डोगरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के पौने दो साल के कार्यकाल में जिले को कई अनमोल तोहफे मिले हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि मु यमंत्री वीरभद्र सिंह के गतिशील नेतृत्व में समूचे ऊना जिला में विकास को तेजी प्रदान की गई है। जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम शुरू हो चुका है। डोगरा ने कहा कि पूर्व यूपीए सरकार की जनहितैषी योजनाओं को नया नाम देकर मोदी सरकार सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास कर रही है। जिसमें ज्वलंत उदाहरण गैस सब्सिडी को 15 नवंबर से फिर से बैंकों के माध्यम से जोडक़र यह दर्शाने का प्रयास किया कि यह नई योजना है। डोगरा ने कहा कि जब पूर्व यूपीए सरकार ने इस योजना को लांच किया तो भाजपा के लोगों ने हो हल्ला किया था। आज वो आवाज कहां बंद हो गई, क्या नरेंद्र मोदी के डर से? डोगरा ने कहा कि कुटलैहड़ हलके का एक शिष्टमंडल शिमला में मु यमंत्री वीरभद्र सिंह और कबीना मंत्रियों से मिलने जा रहा है। इस दौरान कुछेक समस्याओं को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
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