नेशनल इन्टीग्रेटेड मेडिकल एसोशिएसन(छप्ड।) के अघ्यक्ष बने डाॅ डी.पी. सिंह
- देशी चिकित्सा के प्रति लोगों में बढाए जागरूकता
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) पश्चिम चम्पारण जिला नेशनल इन्टीग्रेटेड मेडिकल एसोशिएसन(छप्ड।) की बैठक नरकटियागंज शहर के आयुष चिकित्सक डाॅ.नौशाद आलम के क्लिनीक परिसर में बुधवार को डाॅ आफताब आलम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें संघ के पूर्व अध्यक्ष डाॅ आफंताब आलम ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए सरकार से मांग किया है कि चिकित्सकों की बहाली के लिए 2010 में राज्य सरकार ने जो पैनल बनाया, उसपर अभी तक अमल नहीं किया जा सका है। जिसके कारण आयुष चिकित्सक अभी तक सरकारी सेवा से वंचित है। संघ ने दावा किया है कि सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी एवं सरकारी उदासीनता से क्षेत्र की जनता व उनके स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। प्रदेश के जिला, अनुमण्डल, प्रखण्ड के प्राथमिक स्वास्थ्य, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व उपकेन्द्रों पर चिकित्सकों की भारी कमी है, जहाँ आयुष चिकित्सकों की सेवा ली जानी चाहिए। पूर्व अध्यक्ष के प्रतिवेदन के उपरान्त जिला स्तरीय संघ का चुनाव संगठन के केन्द्रीय कमिटी नई दिल्ली से प्राप्त दिशा निर्देश के अनुसार नेशनल इन्टीग्रेटेड मेडिकल एसोशिएसन(छप्ड।) के पश्चिम चम्पारण जिला चुनाव पर्यवेक्षक डाॅक्टर मनीष ठाकुर जिला सचिव मोतिहारी की मौजूदगी में सम्पन्न हुई। जिसमें अध्यक्ष डाॅ.डी.पी सिंह, उपाध्यक्ष डाॅ.राहत हुसैन, डाॅ.वसीउल्लाह, महासचिव डाॅ. आफताब आलम, संयुक्त सचिव डाॅ. लक्षमण कुमार, उपसचिव डाॅ ए के चैबे(रामनगर), डाॅ. रणवीर सिंह(बगहा), डाॅ. अरविन्द कुमार मिश्र(नरकटियागंज), कोषाध्यक्ष डाॅ. महम्मद एकराम(बेतिया), प्रवक्ता डाॅ इफ्तेखार अहमद, सह प्रवक्ता डाॅ अनिल कुमार, डाॅ अंजारूल हक निर्वाचित हुए, उसके बाद जिला संयोजक डाॅ ए रहमान को बनाया गया। परामर्शदात्री समिति में डाॅ.रोजी खातून, डाॅ नेमतुल्लाह, डाॅ शबाना बानों, डाॅ आशीष कुमार, डाॅ सेबी फायजा, डाॅ मोजीबुर्रहमान, डाॅ कलीमुर्रहमान एवं डाॅ मनीषा मिश्रा रखा गया है, जबकि संरक्षक मण्डल में डाॅ रामलाल महतो, डाॅ ए के पाण्डेय, डाॅ कलामुद्दीन, डाॅक्टर सुधीर कुमार और डाॅ.अमीर आलम को शामिल किया गया। सांगठनिक चुनाव के पश्चात् जिला के चार चिकित्सकों को संगठन ने उनकी सेवा को लेकर शाॅल प्रदान कर सम्मानित किया गया। महासचिव डाॅ आफताब आलम ने जिला से आए तमाम चिकित्सको को धन्यवाद ज्ञापन किया तथा पेशे में ईमानदारी बरतने के अलावे प्रतिदिन एक निःशक्त(लाचार) या निर्धन(गरीब) मरीज का निःशुल्क(फ्री) इलाज करने की अपील की। सभी डाॅक्टरों से पुर्जे (प्रीस्क्रीप्सन) पर एक या दो आयुर्वेदिक/युनानि दवा लिखने की अपील की ताकि देशी चिकित्सा पद्धति के प्रति लोगांे का रूझान बढे। जिला नेशनल इन्टीग्रेटेड मेडिकल एसोशिएसन(छप्ड।)ने सिविल सर्जन बेतिया से मांग किया है कि वे फर्जी चिकित्सकों के विरूद्ध अभियान चलाने की मांग की है जिसमें सहयोग का आश्वासन दिया हैं।
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