कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से किसी भी तरह की बातचीत पर भारत की सख्त नाराजगी के बावजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज साफ कहा कि दोनों देशों के बीच भविष्य में किसी भी तरह की वार्ता के पहले वह कश्मीरी नेताओं से बात जरूर करेंगे। नवाज शरीफ आज यहां कश्मीरी काउंसिल के सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भारत पर परोक्ष रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए पाकिस्तानी सुरक्षा एजेसिंयो को जिम्मेदार ठहराया जाना सिवाय झूठ के और कुछ नहीं है कयोंकि खुद पाकिस्तान आतंकवाद का कहर झेल रहा है।
एक बार फ्किर कश्मीर मुद्दे का राग अलापते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हमारी बुनियादी सोच है कि कश्मीर का मुद्दा बातचीत के रास्ते सुलझना चाहिए। मेरी सरकार ने यह पहल की थी लेकिन भारत ने अपने अडियल रूख के चलते इसे रद्द कर दिया। शरीफ दोनों देशों के बीच होने वाली उस सचिव स्तर की वार्ता का जिक्र कर रहे थे जिसे भारत ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अव्दुल बासित द्वारा कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को बातचीत के लिए बुलाए जाने पर स्थगित कर दिया था। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर भारत को वार्ता के लिए तैयार करने में विश्व समुदाय को भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए और इसके लिए भारत पर दबाव बनाया जाना चाहिए।
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