उत्तराखंड की विस्तृत खबर (15 नवम्बर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 16 नवंबर 2014

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (15 नवम्बर)

17 नवम्बर को पूरे प्रदेश में तहसील मुख्यालयों का होगा घेराव

देहरादून,15 नवम्बर(निस)। उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलकारियों अपनी मांगों को लेकर शनिवार को संयुक्त रूप से चन्दर रोड़ पर एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हरीश रावत का घेराव कर उन्हे ज्ञापन सौंपा। उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलकारिया ने मुख्यमंत्री को को सौंपे ज्ञापन में मांग की है कि सभी चिन्हित राज्य आन्दोलकारियों को पेन्सन के दायरे में लेते हुए उन्हे राज्य निर्माण सेनानी घोषित किया जाए। मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में मांग की गई है कि आन्दोलनकारियों के आश्रितों को रोजगार से जोड़ा जाये और चिन्हिकरण की प्रक्रिया को शीघ्र सम्पन्न कराया जाये।  उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त सघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता निशीथ सकलानी ने कहा है कि जब तक राज्य आन्दोलनकारियों की मांगों पर शासनादेश नहीं हो जाता तब तक इसी प्रकार मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों का घेराव चलता रहेगा। श्री सकलानी ने कहा कि सभी चिन्हित राज्य निर्माण आन्दोलनकारियों को पेन्सन दिये जाने व उन्हे राज्य निर्माण सेनानी घोषित किये जाने की मांग को लेकर प्रदेश भर में सभी तहसील मुख्यालय पर 17 नवम्बर को 10 बजे प्रदर्षन करते हुए ज्ञापन दिया जायेगा। यदि उत्तराखण्ड सरकार ने फिर भी उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों की मांगे नहीं मानी तो राज्यव्यापी आन्दोलन के तहत पूरे प्रदेश में बन्द एवं चक्का जाम, आमरण अनशन एवं प्रदर्शनों के कार्यक्रम कर सरकार के खिलाफ जबरदस्त आन्दोलन चलाया जायेगा।। उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त सघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता श्री सकलानी ने कहा कि ‘याचना नहीं अब रण होगा और संग्राम महा भीषण होगा।’ उन्होने कहा कि सरकार में बैठे लोगों ने खनन करके पूरे प्रदेश को खोद कर अपनी तिजोरियों भर ली हैं विधायकों, मंत्रियों व पूर्व मुख्यमंत्रियों पर भी सरकार जमक र खर्च कर रही है लेकिन राज्य निर्माण आन्दोलन कारियों को सम्मान जनक पेन्सन देने में मुख्यमंत्री तरह-तरह के कुतर्क दे राज्य के प्रति उनके समर्पण नकार रहे हैं। आज मुख्यमंत्री हरीश रावत को आन्दोलनकारियों की मांगों से संबन्धित ज्ञापन सौंपने वालों में नन्दावल्लभ पाण्डे, निशीथ सकलानी, विपुल नौटियाल, प्रेम सिंह, सुनील जुयाल, वीर सिंह, विनोद असवाल, गोविन्द सिंह, सतेन्द्र नौगाई, वसुधा नेगी, कोकिला रौथाण, विश्म्वरी रावत, बीना भट्ट, पुष्पा रावत, रजनी कपरूवान, आशा, कीर्ति रावत आदि शामिल थे।

मुख्यमंत्री ने सचिवालय कर्मचारियों को काम पर लौटने की अपील 

harish rawat
देहरादून,15 नवम्बर(निस)। एक स्थानीय कार्यक्रम में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सचिवालय में हड़ताल पर उच्च न्यायालय के निर्देश जनभावनाओं के अनुरूप हैं। कर्मचारी भी सरकार का अंग है। कर्मचारियों की वाजिब मांगो के लिए राज्य सरकार पहले से ही तत्पर है। ऐसे मे हड़ताल का रास्ता अपनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कर्मचारियों से अपील है कि काम पर लौटकर न्यायालय के साथ ही जनभावनाओं का भी सम्मान करें।

रौटरी को सौंपे सरकार को तीन स्कूल, आपदा के बाद पूरी तरह से हो गये थे तहस नहस

देहरादून,15 नवम्बर(निस)। आपदा के बाद राज्य के आपदाग्रस्त इलाकों को फिर से जीवन की आम धारा जोड़ने के लिए शुरू किए प्रयासों को रोटरी क्लब ने साकार कर दिखाया है। इसी कड़ी में रोटरी इण्डिया ने डालमिया फाउंडेशन के सहयोग से आपदाग्रस्त रूद्रप्रयाग जिले के अगस्तमुनि विकासखण्ड मंे बाल दिवस के अवसर पर तीन स्कूलों का पुर्ननिर्माण कर सरकार को सौंप दिया है। यह जानकारी देते हुए रोटरी क्लब के इंटरनेशनल डाईरेक्टर यशपाल दास ने बताया कि रोटरी क्लब द्वारा शुरू किया पुर्ननिर्माण का काम अब हकीकत में बदलने लगा है। इसी कड़ी में सबसे पहले रोटरी ने राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के अगस्तमुनि विकासखण्ड की कुजा, चमेली और बनियाडी ग्राम पंचायतों में पूरी तरह से तहस नहस हुए प्राथमिक स्कूलों का पुर्ननिर्माण किया गया। इसके साथ ही बाल दिवस के मौके पर इन स्कूलों को सरकार को सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसकी शुरूआत फरवरी 2014 में की गयी थी और आठ महीने में इन स्कूलों को निर्माण पूरा कर ये स्कूल सरकार व जनता को समर्पित कर दिए गये हैं। इस अवसर पर वहां की विधायक शैलारानी रावत की अध्यक्षता में एक समारोह का आयोजन बीते रोज किया गया। उन्होंने बताय कि इन स्कूलों को निर्माण सीबीआरआई रूड़की के द्वारा तैयार किए गये डिजायन के अनुरूप बनाया गया है। इस डिजायन को सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा विभाग ने तैयार करवाया था और फिर विभाग की ओर से ही इसे हमें दिया गया। वर्तमान में जो स्कूल सरकार को सौंपे गये हैं उसमें दो कक्षाओं के साथ ही छात्र व छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय, बैठने के लिए कक्षाओं में फर्नीचर की व्यवस्था, स्कूल टीचरों के लिए भी बेहतरीन व्यवस्था की गयी है। अभी 6 और स्कूलों में निर्माण कार्य चल रहा है और आने वाले दिनों में 6 स्कूलों को परियोजना में शामिल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के उत्तरकाशी व रूद्रप्रयाग जिलों में कुल 175 स्कूलों के पुर्ननिर्माण का बीड़ा रोटरी ने उठाया है। जिसमें से 120 स्कूलों का आंशिक और 55 स्कूलों का पूरा निर्माण होना है। सभी स्कूल दुर्गम स्थानों पर हैं। कई स्कूल ऐसे स्थानों पर है जहां सड़क तो क्या बिजली और पानी भी नहीं है। इन स्कूलों को सौर उर्जा के माध्यम से रोशन किया जा रहा है। जो स्कूल निर्मित कर सरकार को सौंपे गये है ंउनमें भी बिजली की समस्या थी। वहां जनरेटर से काम किया गया और कठिन परिस्थितियों में रोटरी क्लब ने इन स्कूलों का निर्माण कराया। उन्होंने बताया कि सरकार ने इसमें अपनी भूमिका निभाते हुए जमीन रोटरी क्लब को मुहैया कराई जबकि इसके निर्माण का पूरा खर्चा रोटरी क्लब कर रहा है। श्री दास ने बताया कि इस काम को करने से पहले रोटरी ने सरकार के साथ एक एमओयू साईन किया था। इसके बाद 70 से अधिक स्थानों का सर्वे कर तीन स्थानों पर निर्माण कार्य शुरू कराया। साथ ही इस निर्माण से पहले कई पहलुओं पर जंाच की गयी। श्री दास ने बताय कि शीघ्र ही रोटरी कुछ और स्कूल सरकार को सौंप कर पुर्ननिर्माण में अपनी भूमिका को और मजबूत करेगी। इस अवसर पर कर्नल एक पटनायक समेत अन्य लोग मौजूद थे।

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