कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रेलवे का निजीकरण न करने के बयान पर सवाल उठाते हुए आज कहा कि असल में सरकार गुपचुप तरीके से यह काम कर रही है। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां पार्टी की नियमित ब्रीफिंग में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद रेलवे के निजीकरण के बारे में अलग अलग बयान देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत अगस्त में रेलवे में 100 फीसदी विदेशी निवेश के लिए अधिसूचित किये गये नियमों से साफ जाहिर है कि अधिकतर क्षेत्रों में इसे लागू किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने से पहले मार्च 2013 में श्री मोदी ने इंडिया टुडे कान्क्लेव में रेलवे के निजीकरण की जबरदस्त वकालत की थी और कहा था कि जब सार्वजनिक सडकों पर निजी वाहन दौड सकते हैं और सरकार रनवे पर निजी एयरलाइंस के विमान उतर सकते हैं तो सरकारी रेल पटरी पर निजी ट्रेन क्यों नहीं दौड सकती। इसके बाद प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने गुवाहाटी में रेलवे के एक कार्यक्रम में रेलवे स्टेशनों के निजीकरण की वकालत करते हुए कहा कि रेलवे सुविधाएं सौ बरस पहले जैसी हैं 1 रेलवे स्टेशनों का निजीकरण तथा आधुनिकीकरण होना चाहिए लेकिन चार दिन पहले वाराणसी में श्री मोदी ने यू टर्न लेते हुए रेलवे के निजीकरण से पल्ला झाड लिया और कहा कि उनकी सरकार रेलवे के निजीकरण के पक्ष में नहीं है।श्री सिंघवी ने कहा कि वास्तव में यह सरकार चोरी छिपे रेलवे का निजीकरण करने में लगी है और लोगों को बरगला रही है।
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