सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए वित्तीय घाटे का लक्ष्य पांच करोड 31 लाख रुपए तय किया है .किंतु यह पहले आठ माह अप्रैल नवंबर 14 के दौरान ही इसके नजदीक 5.25 लाख करोड रुपए पर पहुंच गया. कंट्रोलर जनरल आफ एकाऊंट्स.सीजीए. के नवीनतम आंकडों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले आठ माह में ही 20014-15 के कुल लक्ष्य के 98.9 प्रतिशत तक पहुंच चुका है । पिछले वित्त वर्ष में यह लक्ष्य का इस दौरान 93.9 प्रतिशत रहा है ।
सरकार ने साल के दौरान कुल 5.31 लाख करोड रुपए वित्तीय घाटा का लक्ष्य रखा है जबकि यह 5.25 करोड रुपए हो चुका है । वित्तीय घाटा बढने का मुख्य कारण अधिक खर्च और कम राजस्व प्राप्ति बताया गया है । वर्ष के दौरान सरकार ने कुल प्राप्ति का जो लक्ष्य रखा है उसकी तुलना में 43.4 प्रतिशत ही प्राप्ति हुई है जबकि खर्च 59.8 प्रतिशत रही है । बजट में कुल 1263715 करोड रुपए की प्राप्ति का अनुमान लगाया गया है जबकि आठ माह में यह 549049 करोड रुपए है ।
आठ माह में यह बजट लक्ष्य का 43.4 प्रतिशत है जबकि पिछले साल इस दौरान कुल प्राप्ति बजट की 45.6 प्रतिशत थी। कुल व्यय का अनुमान 1794892 करोड रुपए लगाया गया है जबकि आठ माह में यह इसका 59.3 प्रतिशत अर्थात 1074183 करोड रुपए हो चुका है । पिछले साल इस दौरान व्यय बजट अनुमान का 61.3 प्रतिशत था।
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