बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के गृह जिले गया के अतिया गांव में पिछले दिनों ईसाई धर्म अपनाने वाले कई महादलित परिवारों के घर वापसी के लिए आज विश्व हिन्दू परिषद .वीएचपी. द्वारा आयोजित हवन कार्यक्रम में अतिया गांव का कोई भी ग्रामीण नहीं पहुंचा. गया से करीब बारह किलोमीटर दूर बोधगया के अतिया गांव में ईसाई धर्म अपनाने वाले कई परिवारों को फिर से हिन्दू धर्म में वापस लाने के लिए हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था लेकिन ईसाई धर्म अपनाने वाला अतिया गांव का कोई भी ग्रामीण वहां नहीं पहुंचा.
हालांकि अपने इस कदम का बचाव करते हुए हिन्दू संगठन ने साफ किया कि यह शुद्धिकरण कार्यक्रम उनके लिए आयोजित किया गया था जो हिन्दू धर्म में आना चाहते हो. हालात की संवेदनशीलता को देखते हुए हवन कार्यक्रम स्थल और इसके आसशपास के इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिर्सकमी मौजूद थे. इसबीच हवन कार्यक्रम में शामिल लोगों से जब बातचीत की गयी तो उन्होंने घर वापसी जैसे चीजों पर अपनी अनभिज्ञता जाहिर की. उन्होंने कहा कि वह पहले भी हिन्दू थे और आज भी हिन्दू है .उन्होंने कभी किसी अन्य धर्म को नहीं अपनाया.
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