आमिर खां अभिनीत विवादित फिल्म .पीके. को उत्तर प्रदेश सरकार ने मनोरंजन कर से मुक्त करने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कल अपने परिवार के साथ इस पिंल्म को देखने गये। उन्होने .पीके. फिल्म को देखने के बाद इसे टैक्स फ्री कराने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने आजीट कर कहा कि .पीके. फिल्म एक अच्छा संदेश देती है और इसे उत्तर प्रदेश में मनोरंजन कर से मुक्त करने का निर्णय लिया गया है ।
गौर तलब है कि इस फिल्म को लेकर हिन्दुवादी संगठनो ने इसके प्रर्दशन पर रोक लगाने की मांग की है । इसी बीच एटा से प्राप्त समाचार के अनुसार विश्व हिन्दू महासंघ के कार्यर्कताओ ने आज फिल्म .पीके. का प्रर्दशन रुकवाया। कार्यर्कताओ ने जमकर नारेबाजी की एवं फिल्म के पोस्टर जलाये। उधर कल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यर्कताओं ने फिल्म .पीके. के विरोध में तोडफोड की और फिल्म के पोस्टर जलाये। कार्यर्कताों का नेतृत्व वाहिनी की लखनऊ इकाई के मीडिया प्रभारी अनुभव शुक्ला ने किया। उन्होंने यहां के एक सिनेमा हाल के बाहर प्रर्दशन किया और फिल्म के पोस्टर जलाये। अिभनेता आमिर खान के विरोध में नारे भी इस मौके पर लगाये गये।
श्री शुक्ला ने कहा कि इस फिल्म से हिन्दुों की भावनाों को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि बालीवुड निर्माता धन कमाने के लालच में हिन्दू देवी.देवताों को अपमानित करने वाले दृश्य फिल्मों में डालते हैं। इससे पहले यहां के प्रख्यात मुस्लिम विद्वान खालिद राशिद पंरंगी महली ने भी .पीके. फिल्म का विरोध करते हुए कहा था कि इससे हिन्दुों की भावनाों को ठेस पहुंच रही है। यह फिल्म गंगा.जमुनी तहजीब पर एक हमला है। उत्तर प्रदेश के आगरा. मेरठ. इलाहाबाद. सहारनपुर सहित देश के कई शहरों में .पीके. पिंल्म का लगातार विरोध हो रहा है।
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