झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य के र्सवांगीण विकास के लिये आर्थिक विकास को र्सवोच्च प्राथमिकता देना आवश्यक है और उद्योगों को बढ़ावा पूंजी निवेश इत्यादि के माध्यम से ही राज्य का तीव्र आर्थिक विकास संभव है । श्री दास ने आज यहां प्रोजेक्ट भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में ईस्टर्न डेडिकेटेड प्रांइट कोरिडोर के ईर्द गिर्द औद्योगिक विकास के लिये भूमि चिहि्नत करने के लिये आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि केन्द्र सरकार की यह अमृतसर .दिल्ली.कोलकाता इंडस्ट्रीयल कोरिडोर महत्वाकांक्षी योजना झारखंड से भी होकर गुजरती है । खनिज सम्पदा से परिपूर्ण झारखंड में इस कोरिडोर के ईर्द गिर्द औद्योगिक विकास की अनेक संभावनायें हैं. उद्योग सचिव द्वारा कोडरमा जिले में लगभग साढ़े तीन एकड़ भूमि के सम्बन्ध मे जानकारी दिये जाने पर उन्होंने कहा कि वैसी भूमि का चिहि्नकरण किया जाये. जो अविवादित हो .
श्री दास ने कहा कि वर्णित भूमि से संबंधित प्रतिवेदन उपायुक्त एवं जिला वन पदाधिकारी सात दिन के अंदर उपलब्ध कराये। इन सभी कागजात के प्राप्त होने के बाद उन्हें महाधिवक्ता को दे दिया जाये ताकि फारेस्ट क्लियरेंस और जमीन के वास्तविक मालिकाना हक से संबंधित सभी बिन्दुों पर विधिसम्मत विचार प्राप्त किया जा सकें। उन्होंने कहा कि भूमि का अधिकतम उपयोग हो. इसके लिये पूरी कार्य योजना तैयार कर लिये जाए। सीमेंट एवं इस्पात उद्योग के संबंध में विचार किये जाए। खनिज क्षेत्र होने के कारण झारखंड को इस कोरिडोर का पूरा..पूरा लाभ मिल सकता है। बैठक में श्री दास ने राज्य के औद्योगिक नीति पर भी विचार.विर्मश किया। उन्होंने राज्य में क्रय नीति और भूमि आवंटन नीति बनाने के लिये शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती. वित्त विभाग की प्रधान सचिव राजवाला वर्मा. उद्योग सचिव हिमानी पांडेय और खान एवं भूगर्भ सचिव अरुण समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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