पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के सक्रिय राजनीति में न रहने के बयान के विपरीत कांग्रेस ने आज कहा कि वह दिल्ली में विधानसभा चुनाव में पार्टी की स्टार प्रचारकों में रहेंगी। कांग्रेस महासचिव और दिल्ली प्रभारी पी सी चाको ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि श्रीमती दीक्ष्ित पार्टी की बडी नेता हैं और वह विधानसभा चुनाव में पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक होंगी।उन्होंने बताया कि विभिन्न राज्यों से पार्टी के मुख्यमंत्री तथा अन्य प्रमुख नेता भी प्रचार अभियान में भाग लेंगे।
मीडिया में ऐसी खबरें आयी थीं कि 15 वर्ष तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं श्रीमती दीक्षित चुनाव प्रचार में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने स्वयं भी कहा है .. मेरा नये साल का संकल्प है कि मैं स्वयं को सक्रिय राजनीति से अलग रखूं और वे काम करूं जो मैं निजी तौर पर करना चाहती हूं। मुझे उम्मीद है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने 15 साल जो काम किए हैं उस पर लिख सकूंगीं।
दिल्ली में पिछले साल के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने श्रीमती दीक्ष्ित के नेतृत्व में चुनाव लडा था लेकिन वह खुद नयी दिल्ली सीट से चुनाव हार गयी थीं और पार्टी को भी सिर्फ आठ सीटें मिली थीं। इसके कुछ समय बाद उन्हें केरल का राज्यपाल बनाया गया था लेकिन मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
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