तीन नाम निर्देशन खारिज
त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन वर्ष 2014-15 के द्वारा जिला पंचायत सदस्य के लिए प्रथम चरण के तहत प्राप्त नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा आज प्रेेक्षक श्री जेएन पांडे की उपस्थित मंे सम्पन्न हुई। जिसमें 57 अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्र वैध पाए गए और तीन अभ्यर्थियों के नाम खारिज किए गए है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (जिला पंचायत) श्री एमबी ओझा ने बताया है कि प्रथम चरण में जिला पंचायत सदस्य के लिए विदिशा और बासौदा जनपद पंचायत के निर्वाचन क्षेत्रों के 60 अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए गए थे जिनकी संवीक्षा 30 दिसम्बर मंगलवार को की गई। संवीक्षा के दौरान तीन अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्र आयोग के निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप सही नही पाए जाने पर खारिज किए गए है। जिन अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्र खारिज किए गए है उनमें निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-8 के दो श्री बहादुर सिंह और श्री मुकेश कुमार तथा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-9 के अभ्यर्थी देवाई शामिल है। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में सम्पन्न हुई उक्त प्रक्रिया के दौरान जिला पंचायत के सहायक रिटर्निंग आफीसर श्री चन्द्रमोहन मिश्र, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया के अलावा अभ्यर्थीगण मौजूद थे।
हितग्राहीमूलक योजनाओं में वित्त पोषण करना सुनिश्चित करें बैंकर्स-कलेक्टर
कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में मंगलवार को डीएलसीसी की बैठक सम्पन्न हुई जिसमेें उन्होंने कहा कि शासन की जनहितैषी कल्याणकारी हितग्राहीमूलक योजनाआंे में बैंकर्स के द्वारा जिन प्रस्तावों में सहमति दी गई है उन प्रकरणो में 15 जनवरी तक वित्त पोषण कराना सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिले का वार्षिक प्लान अनुसार कृषि क्षेत्रो में ग्रोथ के लिए क्वार्टरली लक्ष्यों की पूर्ति की जानी है इसके लिए कृषि टर्न लोन में अधिक से अधिक वित्त पोषण कराया जाए। उन्होंने कहा कि जिले में डेयरी प्रबंधन के क्षेत्र में विशेष प्रयास किए जा रहे है। लगभग डेढ सौ बडे प्रकरण बैंको की स्वीकृति, वित्त पोषण हेतु लंबित है। जिले में दुग्ध उत्पादन की अपार संभावनाओं को देखते हुए बैंकर्स अधिक से अधिक डेयरी के प्रकरणो में वित्त पोषण कराना सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि बैको की ऋण वसूली के लिए भी विशेष प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डिफाल्टर लोनधारियों की सूची तैयार की जाए ताकि संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार से बैंकर्स सम्पर्क कर आरआरसी के तहत कार्यवाही की जाए। कलेक्टर श्री ओझा ने प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत लक्ष्यों के अनुरूप बैको मंे खाता खोले जाने की कार्यवाही पर उन्होंने साधुवाद व्यक्त करते हुए बैंकर्स प्रतिनिधियों से कहा कि योजना के मापदण्ड अनुसार हितग्राही अपने बैंक खाते का संचालन कर सकें इसके लिए निर्धारित मापदण्ड पांच किलोमीटर की परिधि में बैंक की शाखा अथवा कियोस्क केन्द्र का संचालन कराया जाना सुनिश्चित हो। उन्होंने बैंक शाखाओं के प्रतिनिधियों से कहा कि कार्यक्षेत्रो के समस्त कियोस्क केन्द्रों के संचालकों के नाम मय पते सहित सूची तैयार की जाए जिसकी एक प्रति जिला कार्यालय को भी उपलब्ध कराई जाए। कलेक्टेªट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री चन्द्रमोहन मिश्र, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री भूपेश गुप्ता रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक श्री राव, नाबार्ड के सहायक प्रबंधक श्री आरपी मोहले, लीड बैंक आफीसर श्री उमेश गुप्ता समेत विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी और बैंकर्स प्रतिनिधि मौजूद थे।
आचार संहिता से अवगत कराने हेतु बैठक एक जनवरी को
जिला पंचायत सदस्य के विधिमान्य उम्मीदवारो को आदर्श आचार संहिता की जानकारी देने के साथ-साथ निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देश से अवगत कराने के उद्धेश्य से एक जनवरी 2015 को बैठक आयोजित की गई है। यह बैठक कलेक्टेªट सभाकक्ष में दोपहर तीन बजे से प्रारंभ होगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकरी श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में आहूत इस बैठक मंे त्रि-स्तरीय पंचायतों के निर्वाचन अंतर्गत जिला पंचायत विदिशा के वार्ड क्रमांक- 1,2,3,6,7,8,9 के विधिमान्य उम्मीदवारों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में संबंधितों को आदर्श आचार संहिता का अनुपालन, निर्वाचन अभिकर्ता की नियुक्ति, प्रतीक आवंटन के उपरांत नियत प्रारूप में प्रतीको की जानकारी, मतदान अभिकर्ता एवं गणना अभिकर्ता की नियुक्ति के संबंध मंे जानकारी, मतदान के समय की जानकारी इत्यादि के अलावा राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नवीन दिशा निर्देशोें से अवगत कराया जाएगा।
सुपोषण अभियान अन्तर्गत कन्र्वजेंन्स कार्यशाला सम्पन्न
जिले में कुपोषण की रोकथाम के उद्धेश्य से विभिन्न विभागोें के अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में कन्र्वजेन्स कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभांरभ करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुंदरियाल द्वारा सुपोषण अभियान के उद्धेश्यों, नेह शिविरों में चरणबद्ध रूप से की जाने वाली गतिविधियां एवं विभिन्न विभागों की रोजगारमूलक योजनाओं से अतिकम वजन के बच्चों के परिवारों को संबद्ध करने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यशाला में उपस्थित सिविल सर्जन डाॅ मंजू सिंघई द्वारा पोषण पुर्नवास केन्द्र में अतिकम वजन के बच्चांे के समुचित फोलोअप के संबंध में जानकारी दी गई। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक श्री विवेक पांडे, कृषि विभाग के उप संचालक श्री बीएल बिलैया, पीएचई के ईई श्री मुद्गल द्वारा अपने-अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यशाला में खण्ड चिकित्सा अधिकारी, जनपद पंचायत के सीईओ एवं शिक्ष विभाग के प्रतिनिधि एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी उपस्थित थे। अंत में आभार प्रदर्शन परियोजना अधिकारी नटेरन श्री राजेश जैन द्वारा किया गया।
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