मोदी सरकार ने नए साल के मौके पर योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग कर दिया है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने गत वर्ष लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में योजना आयोग को समाप्त कर उसकी जगह एक नयी संस्था बनाने की घोषणा की थी। इस संबंध में पिछले दिनों श्री मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाकर योजना आयोग के बारे में नयी संस्था बनाने के संबंध में विचार विर्मश किया था। सरकार ने अपनी इस कवायद के तहत आज से योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग करने की घोषणा कर दी।
देश में पंचवष्रीय योजनाों को लागू करने के लिए योजना आयोग की स्थापना देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1950 के दशक में की थी। प्रधानमंत्री मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ पिछले महीने एक बैठक हुई थी जिसमें ज्यादातर ने समाजवादी दौर की इस संस्था के पुनर्गठन की वकालत की थी लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इसके मौजूदा ढांचे को खत्म करने का विरोध किया था। श्री मोदी ने इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का भी हवाला दिया था। गौरतलब है कि डा. सिंह ने पिछले साल 30 अप्रैल को कहा था कि सुधार प्रक्रिया शुरू होने के बाद के दौर में योजना आयोग का कोई आधुनिक नजरिया नहीं है। श्री मोदी ने ऐसे प्रभावी ढांचे की बात की थी जिससे .सहकारी संघवाद. और .टीम इंडिया. की अवधारणा मजबूत होती हो। अरविंद.
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