कहते हैं शिव की महिमा अपार है...........कहीं तो वो पहाड़ों पर जाकर बसे हुए हैं तो कहीं जल में समाकर........ऐसा ही एक मंदिर जनकपुर के पास जलेश्वर में है जहां शिव जी सालों भर जल के अन्दर रहते हैं . इस मंदिर का महात्म पद्म पुराण में भी है.
इस मंदिर में बाबा जलेश्वर नाथ सालों भर जल में रहते है मंदिर में जल ही जल नज़र आता है और जल में फूल बेलपत्र तैरते नजर आते हैं.लेकिन उनकी पूजा रोज होती है. इस मंदिर में दर्शन पूजा करने लोग दूर दूर से आते हैं और सीढियों पर से ही जल में बाबा की पूजा कर फूल बेलपत्र प्रसाद चढ़ा देते हैं. साल में मात्र शिवरात्री के दिन जलेश्वर नाथ का दर्शन किया जा सकता है. एक दिन पहले से ही पम्प लगाकर निरंतर मंदिर से जल बाहर निकाला जाता है. उस दिन भक्त जलेश्वर नाथ मंदिर के भीतर जाकर पूजा करते हैं, पर शाम में जैसे ही पम्प बंद होता है फिर से बाबा जलमग्न हो जाते हैं.
इस मंदिर में शिव लिंग के पास ही कुआं है जिससे लगातार जल निकालता रहता है . आश्चर्य की बात यह है की सैलून भर बाबा के जैम में रहने के बावजूद मंदिर में न काई रहता है न गंध. यह शिव की महिमा ही तो है.
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