लालबर्रा के लिए 16 व परसवाड़ा के लिए 13 सेक्टर आफिसर नियुक्त
म.प्र. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिले के तीन विकासखंड बालाघाट, परसवाड़ा एवं लालबर्रा की पंचायतों में तृतीय चरण में आगामी 22 फरवरी 2015 को मतदान कराया जायेगा। मतदान के दिन मतदान प्रक्रिया पर निगरानी के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री व्ही. किरण गोपाल ने लालबर्रा विकासखंड की पंचायतों के लिए 16 तथा परसवाड़ा विकासखंड की पंचायतों के लिए 13 सेक्टर आफिसर नियुक्त किये है। लालबर्रा विकासखंड की पंचायतों के मतदान पर निगरानी रखने के लिए सिंचाई विभाग के उपयंत्री डी.आर. पटले, लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री नेतलाल कुरूम, जनपद पंचायत लालबर्रा के सहायक यंत्री देवेन्द्र सिंह ठाकुर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उपयंत्री एम.एन. बावनकर, जनपद पंचायत लालबर्रा के उपयंत्री हेमेन्द्र बिसेन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उपयंत्री ए.आर. गजभिये, बाल विकास परियोजना अधिकारी श्यामसिंह ठाकुर, सर्व शिक्षा अभियान लालबर्रा के उपयंत्री शिवेन्द्र रहांगडाले, लालबर्रा के प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी के.जी. बिसेन, जनपद पंचायत लालबर्रा के उपयंत्री राजेन्द्र मुड़िया, घनश्याम भालेकर, कृषि विस्तार अधिकारी एस.एल. बिसाने, पशु चिकित्सा अधिकारी बृजेश ओझा को सेक्टर आफिसर नियुक्त किया गया है। सहकारिता विस्तार अधिकारी पी.आर. डोंगरे, जनपद पंचायत लालबर्रा की उपयंत्री रूखसाना शेख एवं अधर नहर वारासिवनी के उपयंत्री ए.के. मेश्राम को सेक्टर आफिसर के लिए रिजर्व में रखा गया है। परसवाड़ा विकासखंड की पंचायतों के मतदान पर निगरानी रखने के लिए जनपद पंचायत परसवाड़ा के उपयंत्री एस.आर. मेश्राम, बी.एल. मरकाम, अनिल बागड़े, बी.आर.सी. प्रमोद डेकाटे, वन परिक्षेत्र अधिकारी रामनरेश लोहार, जुलियस पिपलाद, शैलेन्द्र तिवारी, पशु प्रजनन केन्द्र गढ़ी के प्रबंधक डॉ. एम.एम. खान, वन विभाग बैहर के अनुविभागीय अधिकारी सी.एस. धुर्वे तथा बैहर के बाल विकास परियोजना अधिकारी रितेश पटले को सेक्टर आफिसर नियुक्त किया गया है। वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एस.आर. धुर्वे, अनुविभागीय कृषि अधिकारी अमित पांडे एवं एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना बैहर के सहायक परियोजना अधिकारी डी.एस. टेकाम को सेक्टर आफिसर के लिए रिजर्व में रखा गया है।
सर्व शिक्षा अभियान के निर्माण कार्य में गबन का मामला
- वारासिवनी की 12 पंचायतों के सरपंच-सचिवों से वसूली के लिए नोटिस जारी
सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत वर्ष 2007-08 एवं 2008-09 में शाला भवन एवं अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए दी गई राशि का गबन करने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने वारासिवनी विकासखंड की 12 ग्राम पंचायतों के तत्कालीन सरपचं एवं सचिवों से बकाया राशि वसूल करने के लिए नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है। बकाया राशि शीघ्र जमा नहीं करने पर सरपंच सचिव की चल-अचल संपत्ति की कुर्की कर नीलामी की कार्यवाही की जायेगी। सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक श्री विनय रहांगडाले ने बताया कि वर्ष 2007-08 एवं 2008-09 में शाला भवन एवं अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए दी गई राशि से कराये गये निर्माण कार्यों का मूल्यांकन कराये जाने पर कम राशि का कार्य होना पाया गया है। जिसके कारण ग्राम पंचायत गटापायली के सरपंच माखनसिंह देवाहे एवं सचिव डेलसिंह हरिनखेड़े से 8 हजार 792 रु., ग्राम पंचायत कौलीवाड़ा के सरपंच जानाजी गौतम व सचिव उषा नागवंशी से 11 हहार 652 रु., लड़सड़ा के सरपंच योगराज उपवंशी व सचिव ठाकुर प्रसाद नगपुरे से 9 हजार 217 रु., कायदी के सरपंच प्रमोद कुमार बाटे व सचिव सुनील कुमार ब्रम्हे से 16 हजार 181 रु., पुनी के सरपंच जगदीश बिसेन व सचिव भोजराज पारधी से 5 हजार 348 रु. तथा ग्राम पंचायत एकोड़ी के सरपंच व सचिव से 17 हजार 384 रु. की वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है। ग्राम पंचायत महदुली की सरपंच लता रोकड़े व सचिव हुड़कीराम चुन्ने से एक लाख 21 हजार 427 रु., सिंगोडी के सरपचं देवनाथ बोपचे व सचिव अरविन्द गजभिये से 2 लाख 45 हजार 409 रु., नांदगांव के सरपचं घनश्याम सहारे व सचिव जितेन्द्र मेश्राम से 46 हजार 808 रु., सावंगी के सरपंच लोकचंद ठाकरे व सचिव लिखनलाल ठाकरे से 37 हजार 76 रु., थानेगांव के सरपंच लिखनलाल बैस व सचिव कमल वल्के से एक लाख 32 हजार 783 रु. तथा ग्राम पंचायत रमरमा के सरपंच आशाराम कावरे व सचिव गुलाब ठाकरे से 94 हजार 308 रु. की वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है। इन 12 ग्राम पंचायतों के तत्कालीन सरपंच एवं सचिवों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे बकाया राशि शीघ्र जमा करा दें। राशि जमा नहीं कराने पर इन सरपंच एवं सचिवों की चल-अचल संपत्ति की कुर्की कर नीलामी की जायेगी और बकाया राशि वसूल कर ली जायेगी।
चना फसल को कटुआ इल्ली एवं घेटी छेदक कीट से बचाव हेतु सामयिक सलाह
चना रबी की प्रमुख फसल है और बालाघाट जिले में चना फसल लगभग 18 हजार 700 हेक्टर में लगाई गई है। फसल स्थिति अच्छी है, तापमान की अनिश्चितता के कारण कृषकों द्वारा जानकारी दी गई है कि कठुआ इल्ली द्वारा चना फसल की क्षति पहुंचाई जा रही है। जिससे उत्पादन में कमी आने की संभावना है। चना फसल को कीटव्याधि से बचाने के लिए कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों को सामयिक सलाह दी गई है। उप संचालक कृषि श्री जे.एस. गुर्जर ने बताया कि चना उत्पादक कृषक खेतों की सतत निगरानी करना चाहिए एवं खेतों में टी आकार की 20-25 खुटिया प्रति एकड़ अवश्य लगाना चाहिए। क्योंकि इस तापमान में बदलाव होने से इल्ली आने की संभावनाएँ अधिक हैं। खुटियां गाड़ने से इस पर पक्षी बैठेंगे एवं चने की इल्ली (हेलियोथिस आर्मिजोरा) को पक्षी खाकर नष्ट कर देंगे। जिससे फसल का बचाव होगा। यदि प्रति वर्ग मीटर 3 से अधिक इल्लियां हो तो एन.पी.व्ही. वायरस 100 (एल.ई. प्रति एकड़) मात्रा का छिड़काव करें या फिर ट्रायजोफास 30 मिली./15 लीटर पानी प्रति पम्प के मान से छिड़काव सुबह या शाम को अवश्य करें। किसानों को सलाह दी गई है कि चने के खेतों में पौधे सूखने की समस्या देखी जा रही हो तो, जहाँ पर पौधे सूख रहे है, उन जगहों पर कॉपर आक्सीक्लोराइड 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर स्प्रे पम्प का नोजल ढीला कर जमीन में सिंचन करें। अथवा कार्बेन्डाजिम 3 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर भूमि में सिंचन करें। फेरोमोन प्रपंच 10-12 प्रति हेक्टर की दर से जगह लगाने पर प्रौढ़ नर कीटो को आकर्षित कर नष्ट करें। प्रकाश प्रपंच का उपयोग कर भी प्रौढ़ कीटों को आकर्षित कर नष्ट करें। कीटों का भयंकर प्रकोप होने पर अर्थात कीट संख्या आर्थिक क्षति स्तर पार होने की दशा में कीटानाशी का प्रयोग करना चाहिये। इन्डोक्सार्काब 14.5 एस.सी का 500 मि.ली. या इमेमेक्टीन बेज्जोएट 5ःजी का 200 ग्रा/प्रति हेक्टर को लगभग 400-500 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। भुरकाव हेतु फेनवलरेट 0.4 प्रतिशत चूर्ण का 25 किलो/हेक्टर भुरकाव करें।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय उकवा में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ, 10 मार्च तक जमा होंगें आवेदन
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय उकवा में शिक्षा सत्र 2015-16 की कक्षा 6 वीं में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के ऐसे छात्र-छात्रायें जो कक्षा 5 वीं में अध्ययनरत है, उन्हें इस विद्यालय में प्रवेश की पात्रता है। प्रवेश के लिए निर्धारित प्रारूप में आवेदन करना होगा। आवेदन पत्र जिले के सभी बी.आर.सी. कार्यालय, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय उकवा एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कार्यालय बालाघाट में भी उपलब्ध है। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 20 फरवरी 2014 है। आवेदन पत्र नि:शुल्क है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय उकवा के दूरभाष नं. 07636-292278 पर या मो. नं. 9424615911 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
सिकलचंद परस्ते को दी गई अपर कलेक्टर कलेक्टर बैहर की शक्तियां
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने संयुक्त कलेक्टर श्री सिकलचन्द परस्ते को बालाघाट जिले में पदस्थ अवधि या अपर कलेक्टर की पदस्थापना होने तक अपर कलेक्टर की शक्तियां प्रदान की है तथा श्री परस्ते को अपर कलेक्टर बैहर पदस्थ किया गया है। श्री परस्ते अपर कलेक्टर बैहर के दायित्वों का निर्वहन करेंगें।
मॉडल स्कूल की प्रवेश परीक्षा में फोटो युक्त पहचान पत्र अनिवार्य
मॉडल स्कूल की प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए फोटो युक्त पहचान पत्र अनिवार्य होगा। उक्त जानकारी से अवगत कराते हुऐ उत्कृष्ट विद्यालय बैहर के प्राचार्य श्री आर.के. भटेरे (प्रभारी प्राचार्य शासकीय मॉडल स्कूल बैहर ) ने बताया कि मॉडल स्कूल चयन परीक्षा दिनांक 15 फरवरी 2015 को शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बैहर एंव बिरसा में व्यापम द्वारा आयोजित की जा रही है जिसमें सभी विद्यार्थी जिन्होंने मॉडल स्कूल प्रवेश परीक्षा हेतु आवेदन किया है, के प्रवेश पत्र आनलाइन ही प्रदान किये जायेंगे। प्रवेश पत्र आवेदन क्रमांक के आधार पर कियोस्क से ऑनलाइन डाउनलोड किये जायेंगे (अन्य किसी भी विधि से प्रवेश पत्र प्राप्त नहीं होगा) प्रवेश पत्र प्राप्त करने हेतु विद्यार्थीयों, जिन्होंने ऑनलाइन परीक्षा आवेदन भरा है को आवेदन करने के दौरान परीक्षा आवेदन पत्र के क्रमांक के आधार पर परीक्षा प्रवेश पत्र प्राप्त होगा। प्रवेश पत्र के साथ विद्यार्थीयों का फोटोयुक्त पहचान पत्र जिसमें पासपोर्ट, ड्रायविंग लाइसेंस, आधार कार्ड या प्राचार्य /प्रधानाध्यापक द्वारा फोटोयुक्त पहचानपत्र भी साथ लाना होगा। स्मरण रहे कि बिना कियोस्क से डाउनलोड प्रवेशपत्र एंव फोटोयुक्त पहचान पत्र के किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा में बैठने की पात्रता नहीं होगी। प्रवेश पत्र में उल्लेखित निर्धारित परीक्षा केन्द्र पर ही परीक्षा देने हेतु उपस्थित हों अन्य किसी परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा देने की अनुमति किसी भी स्थिति में नहीं होगी। परीक्षा में सम्मिलित सभी विद्यार्थीयों को ओ.एम.आर.सीट भरने का प्रशिक्षण भी परीक्षा पूर्व भलीभांति दिया जावेगा। सभी परीक्षार्थीयों को स्मरण रहे कि ऑनलाइन आवेदन एंव प्रवेश पत्र तथा फोटोयुक्त पहचान पत्र व्यवस्था प्रथम बार लागू की गई है एंव इसके बिना किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जावेगा।
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