खजुराहो नृत्य समारोह की पांचवी षाम कथक युगल, देवदासी नृत्य एवं ओडिसी समूह की हुयी प्रस्तुति
छतरपुर/25 फरवरी/विष्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटन नगरी खजुराहो में इन दिनों 41 वें खजुराहो नृत्य समारोह का आयोजन लगातार पांच दिनों से जारी है। इस नृत्य समारोह का आयोजन खजुराहो में पष्चिम मंदिर समूह के पास स्थित प्रांगण में किया जा रहा है। समारोह के पांचवें दिन की संध्या पर 3 प्रस्तुतियां हुयीं। इनमें वी. अनुराधा सिंह एवं राजेन्द्र चतुर्वेदी द्वारा कथक युगल नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। यषोदा राव ठाकुर द्वारा देवदासी नृत्य की षानदार प्रस्तुति दी गई। अंत में षुभदा वराडकर एवं साथियों द्वारा ओडिसी समूह नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। मुक्ताकाषी मंच पर प्रस्तुत की गईं उक्त सभी प्रस्तुतियों का दर्षकों ने भरपूर लुत्फ उठाया, साथ ही दर्षकों ने कलाकारों की प्रस्तुतियों की सराहना की। समारोह में आंध्र प्रदेष की प्रदर्षनकारी कलाओं की कला यात्रा-नेपथ्य, ललित कलाओं का मेला- आर्ट मार्ट, देषज कला परंपरा का मेला-हुनर भी आयोजित किया जा रहा है। समारोह में कलाकार और कलाविदों का संवाद-कलावार्ता भी खास आकर्षण का केंद्र है। आर्ट-मार्ट की प्रदर्षनी को दर्षकों द्वारा खूब सराहा जा रहा है। इसमें कलाकारों द्वारा चित्रकारी की विभिन्न कलाओं का प्रदर्षन किया गया है। कुछ कलाकार मौके पर ही प्रदर्षनी में लोगों के स्केच तैयार कर रहे हैं। इंडियन आॅयल द्वारा लगायी गई प्रदर्षनी में कलाकारों द्वारा दर्षकों को निःषुल्क फोटो ग्राफ््स तैयार कर दिये जा रहे हैं। स्थानीय कलाकारों द्वारा मिट्टी से तैयार की गई कलाकृतियों का प्रदर्षनी में विक्रय किया जा रहा है। समारोह के दौरान विभिन्न कलाओं के प्रदर्षन से लोग काफी प्रभावित हो रहे हैं। समारोह में अलंकरण एवं जनसम्पर्क विभाग की प्रदर्षनी भी लगायी गयी है। समारोह के सातवें एवं अंतिम दिन 26 फरवरी को अलाख्या पुंजाला द्वारा कुचिपुड़ी, सुनंदा बैनर्जी, अपूर्वा मोहन एवं मीनल सेजवान द्वारा ओडिषी-भरतनाट्यम-कथक की तथा कुमिदनी लाखिया-कदम्ब द्वारा कथक समूह की प्रस्तुति दी जायेगी। उल्लेखनीय है कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी खजुराहो नृत्य समारोह का आयोजन 20 फरवरी से 26 फरवरी तक प्रतिदिन षाम 7 बजे से किया जा रहा है। इस समारोह का आयोजन म0प्र0 षासन के संस्कृति विभाग के अंतर्गत उस्ताद अलाउद्दीन खान संगीत एवं कला अकादमी और म0प्र0 संस्कृति परिषद्, भोपाल द्वारा किया जा रहा है। समारोह के पांचवें दिन जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री आदर्ष कुमार जैन, उस्ताद अलाउद्दीन खान संगीत एवं कला अकादमी के निदेषक श्री अनिल कुमार, उप निदेषक राहुल रस्तोगी, कार्यक्रम अधिकारी श्री आदेष धूरिया, बिजावर एसडीएम श्री अनुराग वर्मा, सहायक कलेक्टर श्री गिरीष कुमार मिश्रा, उप वन मण्डलाधिकारी छतरपुर श्रीमती मीना मिश्रा, उप संचालक जनसम्पर्क श्री लक्ष्मण सिंह, तहसीलदार श्री बलवीर रमण, इंडियन आॅयल के पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी, गणमान्य नागरिक, देषी-विदेषी पर्यटक व बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।
22 मार्च को डीईसी गोली का सेवन कराया जायेगा
छतरपुर/25 फरवरी/जिले को फायलेरिया रोग से मुक्त कराने के उद्देष्य से आगामी 22 मार्च को सार्वजनिक रुप से डाई एथाईल कावामाजिन टेबलेट व एल्वेंडाजोल गोली का सेवन कराया जाना है। जिसके तहत 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 1 डीईसी गोली, 6 से 14 वर्ष के बच्चों एवं किषोरों को 2 डीईसी गोली तथा 15 वर्ष से ऊपर आयु के व्यक्तियों को 3 डीईसी गोली का सेवन कराया जायेगा। इसके अलावा 1 एल्वेंडाजोल गोली का भी चबा कर सेवन कराया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि दवा का कोई भी विपरीत प्रभाव नहीं है। जिस व्यक्ति के शरीर में माइक्रो फायलेरिया के कीटाणु होते हंै, वह दवा के सेवन से नष्ट हो जाते हैं। गोली का कुछ क्षणिक प्रभाव हो सकता है, जो स्वतः ही समाप्त हो जाता है। सीएमएचओ डा. गुप्ता ने बताया कि जिले की 17 लाख 89 हजार 25 लक्षित जनसंख्या को डी.ई.सी. दवा का सेवन कराया जायेगा। इसके लिए दवा वितरक घर-घर जाकर दवा सेवन करायंेगे। इस कार्य के लिए 6 हजार 148 दवा वितरक व 700 पर्यवेक्षक जिले में तैनात किये जायेगें। उक्त कार्य में 43 लाख 41 हजार 94 डी.ई.सी. दवा व 18 लाख एल्वेंडाजोल गोली ब्लाॅक स्तर तक भेजी जा चुकी है। राष्ट्रीय फायलेरिया कार्यक्रम में षिक्षा, पंचायत, आदिम जाति कल्याण, वन, महिला बाल विकास विभाग आदि का विषेष योगदान रहेगा।
मीडिऐषन कार्यषाला सम्पन्न
छतरपुर/25 फरवरी/जिला एवं सत्र न्यायाधीष आदर्ष कुमार जैन की अध्यक्षता में जिला न्यायालय में मीडिऐषन जागरूकता कार्यषाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला न्यायाधीष श्री जैन ने कहा कि मीडिऐषन के माध्यम से प्रकरणों का निराकरण करना समय की आवष्यकता है। यह विवादों को निपटाने की सरल एवं निष्पक्ष आधुनिक प्रक्रिया है। न्यायाधीष ए के षर्मा ने कहा कि प्रषिक्षित मीडिऐटर विवादित पक्षों के बीच समझौते की आधारभूमि तैयार करता है एवं उनके मध्य आपसी बातचीत और विचार का माध्यम बनता है। न्यायाधीष श्री कृष्णमूर्ति मिश्र ने कहा कि इस पद्धति के द्वारा विवादों का षीघ्र निपटारा होता है। यह मुकदमों के झंझट से मुक्त है। इससे न्यायालयों के बढ़ते मुकदमों का बोझ भी कम होता है। कार्यक्रम के दौरान सीजेएम संजय कष्तवार, एसीजेएम ए पी राहुल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस दौरान उपस्थित रहे पैरालीगल वालंटियर्स को मीडिऐषन के संबंध में जागरूकता फैलाने के लिये निर्देषित किया गया।
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