50 भारतीय तीर्थयात्रियों का पहला जत्था तिब्बती क्षेत्र में स्थित कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए सिक्किम में नाथूला पास के नए रास्ते से 21 जून को गुजरेगा। सिक्किम के टूरिजम और नागरिक उड्डयन सचिव सी. जांगपो ने कहा कि पूर्वी सिक्किम में भारत-चीन सीमा पर स्थित 14400 फुट ऊंचे नाथूला पास को 20 जून को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए औपचारिक तौर पर खोला जाएगा और तीर्थयात्रियों को इससे होकर एक दिन बाद जाने की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि 50 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे के साथ पांच सपॉर्ट स्टाफ और एक पीआरओ रहेगा। इस वैकल्पिक मार्ग के लिए चीजें काफी तेज रफ्तार से आगे बढ़ी हैं। केंद्र और सिक्किम सरकार दोनों तीर्थयात्रियों को कंट्रोल करने के लिए तैयार हैं। राज्य के मुख्य सचिव आर ओंगमू की अध्यक्षता में हाल में गंगटोक में हुई बैठक में तारीखों को अंतिम रूप दिया गया। पर्यटन अधिकारियों ने कहा कि तीर्थ यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन 22 फरवरी से विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के जरिए होगी।
सिक्किम पर्यटन विकास निगम (एसटीडीसी) को राज्य के भीतर यात्रा कराने और समन्वय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारियों ने कहा कि चीन अपनी तरफ तीर्थयात्रियों का मार्गदर्शन करेगा। वाहन से आवाजाही होने के कारण नाथूला मार्ग को नेपाल और उत्तराखंड होकर जाने वाले मौजूदा रास्ते की तुलना में आसान माना जा रहा है।
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